क्या इंग्लैंड की टीम लॉर्ड्स में भी बल्लेबाजी में आक्रामक’ रवैये से खेलना जारी रखेगी?
आनन्द पंत
- 07 Jul 2025, 03:51 PM
- Updated: 03:51 PM
... भरत शर्मा---
बर्मिंघम, सात जुलाई (भाषा) इंग्लैंड को अपनी आक्रामक खेल शैली में मदद करने के लिए सपाट पिच को प्राथमिकता देने से भारत के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में अब तक मिश्रित परिणाम मिले हैं, जिससे बृहस्पतिवार से शुरू होने वाले लॉर्ड्स टेस्ट की पिच पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है।
भारत ने लीड्स में मैच पर मजबूत पकड़ बनाने के बाद इंग्लैंड को वापसी का मौका दे दिया जिसका मेजबान टीम ने पूरा फायदा उठाते हुए आसान जीत दर्ज की। शुभमन गिल की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने हालांकि पिछले मैच की गलतियों से सबक लेते हुए एजबेस्टन में धीमी पिच पर इंग्लैंड को हर विभाग में पछाड़ते हुए रविवार को प्रभावशाली जीत के साथ श्रृंखला में वापसी की।
बेन स्टोक्स की अगुवाई में इंग्लैंड की टीम घरेलू मैदानों पर टॉस जीतकर गेंदबाजी करना पसंद करती है। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या टीम इस योजना को श्रृंखला में आगे भी जारी रखेगी या तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर की वापसी की उम्मीद स्टोक्स को अपनी योजनाओं में बदलाव करने पर मजबूर करेगी?
लीड्स में ज्यादा उछाल ने इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों की मदद की, जबकि एजबेस्टन की ‘उपमहाद्वीप जैसी परिस्थितियों’ में आकाशदीप और मोहम्मद सिराज ने नयी गेंद को मेजबान गेंदबाजों की ज्यादा स्विंग करने में सफल रहे।
इंग्लैंड को लॉर्ड्स के पवेलियन छोर से आकाशदीप के खतरे से सावधान रहने की जरूरत होगी, क्योंकि ढलान के कारण गेंद सामान्य से थोड़ी अधिक स्विंग करती है।’’
सिराज ने 2021 में लॉर्ड्स में भारत को यादगार जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।
मौजूदा श्रृंखला की चार पारियों में 585 रन बनाने वाले गिल का मानना है कि इस तरह (शुरुआती दोनों टेस्ट) की सपाट पिचें खेल के पारंपरिक प्रारूप के रोमांच को खत्म कर देती है। गिल को उम्मीद है कि आगामी मैचों में इस तरह की बड़े स्कोर वाली पिच शायद देखने को ना मिले।
गिल ने एजबेस्टन में भारत की पहली टेस्ट जीत के बाद कहा, ‘‘हम देखेंगे कि लॉर्ड्स में किस तरह की पिच है। मुझे नहीं लगता कि वे इतनी सपाट पिच तैयार करेंगे। यह मेरी समझ है। हम हालांकि वहां जाने के बाद कोई फैसला लेंगे कि टीम के लिए सबसे अच्छा संयोजन क्या है।’’
परिस्थितियां अगर ऐसी ही रही तो भारतीय टीम रविंद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर जैसे स्पिन गेंदबाजी करने वाले हरफनमौला खिलाड़ियों के साथ मैदान में उतरेगी और कुलदीप को बाहर बैठना पड़ सकता है।
पूर्व सलामी बल्लेबाज मार्क बुचर ने कहा कि सपाट पिचें इंग्लैंड की आक्रामक बल्लेबाजी शैली के साथ मेल खाती हैं, लेकिन उनकी गेंदबाजी के बारे में ऐसा नहीं कहा जा सकता।
उन्होंने ‘पीटीआई’ से कहा, ‘‘मुझे लगता है कि इंग्लैंड की टीम एजबेस्टन में पिच से और अधिक गति देखना चाहती होगी। मुझे लगता है कि लीड्स की पिच उनकी जरूरतों के लिए एकदम सही थी।’’
बुचर ने कहा, ‘‘आपको हमेशा वह नहीं मिल सकता जो आप चाहते हैं। आप अगर चाहते हैं कि पिचें ज्यादा खुरदरी न हों तो हर बार आपको ऐसी पिचें मिलेंगी जो बहुत सपाट होंगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ ऐसे में आपको हमेशा पहले गेंदबाजी करने या आखिरी में बल्लेबाजी करने की अपनी योजना में बदलाव कर दूसरे तरीकों से मैच जीतने की कोशिश करने के बारे में सोचना शुरू करना होगा। युवा स्पिनर के लिए हमेशा सपाट पिच पर पहले गेंदबाजी करना आसान नहीं होता।’’
इंग्लैंड के इस पूर्व बल्लेबाज ने कहा, ‘‘ लॉर्ड्स में अगर हालात ऐसे ही रहे और वहां धूप खिली रही तो वे शायद पहले बल्लेबाजी करने के बारे में सोचेंगे।’’
पिच के साथ ही ड्यूक गेंद पर भी सवाल उठ रहे हैं। गेंद जब थोड़ी पुरानी और नरम हो जा रही है तब गेंदबाजों को इससे कोई मदद नहीं मिल रही है।
पहले दो टेस्ट मैचों में भारत ने जितने रन बनाए हैं, उसे देखते हुए टीम को ऐसी पिच पर एक और मैच खेलने में कोई परेशानी नहीं होगी।
बेन स्टोक्स ने दूसरे टेस्ट के पहले दिन टॉस जीतने के बाद गलत फैसला करने की बात स्वीकार नहीं की लेकिन इंग्लैंड के मुख्य कोच ब्रेंडन मैकुलम ने कहा कि पहले गेंदबाजी करना सबसे अच्छा निर्णय नहीं था।
इंग्लैंड को इस हार के बाद वैकल्पिक योजनाओं पर ध्यान देने की जरूरत है।
मैकुलम ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ा हमने शायद उस टॉस को याद किया और कहा कि क्या हमने वहां कोई मौका गंवा दिया और यह शायद उचित है।’’
भाषा आनन्द