पंजाब के डीजीपी ने राज्यस्तरीय बैठक में नशा रोधी अभियान, आंतरिक सुरक्षा की समीक्षा की
अमित नेत्रपाल
- 21 Jul 2025, 08:35 PM
- Updated: 08:35 PM
चंडीगढ़, 21 जुलाई (भाषा) पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने सोमवार को राज्यस्तरीय कानून व्यवस्था बैठक की और प्रदेश में जारी ‘युद्ध नशियां विरुद्ध’ में मादक पदार्थ कानून प्रवर्तन, कानून व्यवस्था की स्थिति और आंतरिक सुरक्षा परिदृश्य की समीक्षा की।
डीजीपी ने फिल्लौर स्थित पंजाब पुलिस अकादमी में सभी रेंज पुलिस उपमहानिरीक्षकों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों और पुलिस आयुक्तों के साथ बैठक की।
विशेष डीजीपी (कानून एवं व्यवस्था), विशेष डीजीपी (खुफिया), अतिरिक्त डीजीपी (मादक पदार्थ रोधी कार्यबल), अतिरिक्त डीजीपी (एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स) और अतिरिक्त डीजीपी (काउंटर इंटेलिजेंस) ने मादक पदार्थों की तस्करी, पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद, संगठित अपराध और राज्य में कानून एवं व्यवस्था को प्रभावित करने वाले महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर अधिकारियों को संबोधित किया।
डीजीपी ने बाद में ‘एक्स’ पर पोस्ट और एक वीडियो में कहा, ‘‘हमने संगठित अपराध और आतंकी मॉड्यूल के खिलाफ कार्रवाई की भी समीक्षा की है। सभी प्रमुख गैंगस्टर मामलों का पता लगा लिया गया है और 100 प्रतिशत आतंकी मामले सुलझा लिए गए हैं।’’
मुख्य रूप से एक मार्च से जारी ‘युद्ध नशियां विरुद्ध’ (मादक पदार्थ के खिलाफ अभियान) की विस्तृत समीक्षा की गई, जिसके दौरान 13,665 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं, 18,424 गिरफ्तारियां हुईं हैं, 900 किलोग्राम हेरोइन, 332 किलोग्राम अफीम, 13 किलोग्राम चरस, 6 किलोग्राम क्रिस्टल मेथामफेटामाइन (आइस) और 11.5 करोड़ रुपये की ‘ड्रग मनी’ (मादक पदार्थ से अर्जित धनराशि) जब्त की गई।
उन्होंने कहा कि इस पूरे अभियान में 90 प्रतिशत दोषसिद्धि दर हासिल की गई है और तस्करों की 162 संपत्तियों को कानून के अनुसार ध्वस्त किया गया है।
अधिकारी ने बताया कि ‘सेफ पंजाब एंटी-ड्रग हेल्पलाइन’ पर जनता द्वारा साझा की गई जानकारी के आधार पर 3,671 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं और 4,872 गिरफ्तारियां हुई हैं।
डीजीपी ने कहा, ‘‘मैं लोगों से अपील करना चाहता हूँ कि वे बिना किसी डर के मादक पदार्थ से जुड़ी कोई भी जानकारी साझा करें और उस पर कार्रवाई की जाएगी।’’
उन्होंने कहा कि संगठित अपराध और गैंगस्टर के खिलाफ कार्रवाई पंजाब पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है तथा बैठक के दौरान इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की गई।
अधिकारी ने कहा, ‘‘पंजाब पुलिस राज्य में सुरक्षा बनाए रखने और पंजाब को नशामुक्त बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘युद्ध नशियां विरुद्ध अभियान में हमारी रणनीति पूरे पंजाब में मादक पदार्थ के दुरुपयोग से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए गहन प्रवर्तन और मजबूत समुदाय-आधारित रोकथाम पर ज़ोर देती है। मैं पंजाब पुलिस के सभी अधिकारियों और इकाइयों से आग्रह करता हूं कि वे एक सुरक्षित, स्वस्थ और नशामुक्त पंजाब के लिए समर्पण, निष्ठा एवं सक्रिय भावना के साथ काम करते रहें।’’
भाषा
अमित