धराली आपदा: सुबह से 80 लोगों को निकालकर मातली पहुंचाया गया
दीप्ति शोभना नेत्रपाल
- 08 Aug 2025, 12:26 PM
- Updated: 12:26 PM
उत्तरकाशी, आठ अगस्त (भाषा) उत्तराखंड में उत्तरकाशी जिले के आपदाग्रस्त धराली गांव के आसपास के क्षेत्रों में फंसे श्रद्धालुओं को निकालने का काम शुक्रवार को भी जारी रहा। गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग सहित कई मार्गों के क्षतिग्रस्त होने के कारण बचाव और राहत कार्यों को हवाई मार्ग से अंजाम दिया जा रहा है।
उत्तरकाशी जिला आपातकालीन अभियान केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, आज सुबह से अब तक 80 श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों को हेलीकॉप्टर के जरिए हर्षिल से आईटीबीपी के मातली हेलीपैड पहुंचाया गया। अब तक कुल 452 लोगों को बाहर निकाला जा चुका है।
केंद्र के अनुसार, बृहस्पतिवार को 260 श्रद्धालुओं तथा स्थानीय लोगों को हर्षिल से मातली तथा 112 अन्य को हर्षिल से देहरादून के निकट जौलीग्रांट हवाई अडडे लाया गया था।
लोगों को बाहर निकालने में उत्तराखंड सरकार के अलावा सेना के चिनूक एवं एम-17 हेलीकॉप्टरों का उपयोग किया जा रहा है।
धराली में लगे मलबे के ढेर में लापता लोगों की तलाश के लिए उन्नत उपकरणों को भी चिनूक और एमआई-17 के जरिए हवाई मार्ग से मौके पर पहुंचाया जा रहा है।
प्रभावित इलाकों में खाद्य तथा अन्य जरूरी सामग्री भी हेलीकॉप्टर के जरिए भेजी जा रही है।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के एक अधिकारी ने कहा कि विभिन्न जगहों पर सड़कें टूटी होने के कारण बचाव अभियान के लिए हवाई मार्ग पर ही अधिक जोर दिया जा रहा है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बचाव एवं राहत कार्यों की देखरेख के लिए बुधवार से ही उत्तरकाशी जिला मुख्यालय में डेरा डाले हुए हैं।
धामी ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘..प्रातः काल धराली में जारी राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की। हेली सेवा, एमआई 17 और चिनूक हेलीकॉप्टरों की मदद से सुबह से ही युद्ध स्तर पर राहत अभियान चलाकर लोगों को सुरक्षित निकाला जा रहा है।’’
उन्होंने कहा कि अधिकारियों को सड़क, संचार और बिजली की बहाली के साथ-साथ खाद्यान्न आपूर्ति के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। धामी ने कहा, ‘‘हम शीघ्र से शीघ्र सभी प्रभावितों को सुरक्षित निकालने और सामान्य जनजीवन बहाल करने का प्रयास कर रहे हैं।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि बचाव एवं राहत अभियान में केंद्र सरकार से पूर्ण सहयोग प्राप्त हो रहा है।
भाषा दीप्ति शोभना