एटम बम नहीं बल्कि ‘जिस डाल पर बैठे हों उसी को काटने’ जैसा है राहुल का दावा : भाजपा
सुभाष धीरज
- 08 Aug 2025, 07:46 PM
- Updated: 07:46 PM
(तस्वीरों के साथ)
नयी दिल्ली, आठ अगस्त (भाषा) महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में धांधली होने संबंधी अपने आरोपों के समर्थन में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खुलासे का भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मजाक उड़ाते हुए शुक्रवार को कहा कि यह ‘‘जिस डाल पर बैठे हों उसी को काटने’’ जैसा है।
भाजपा ने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने ज्यादातर सीटें वहीं जीतीं, जहां मतदाताओं की संख्या बढ़ी है।
केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने आरोप लगाया कि गांधी ऐसी भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं जो (लोकसभा में) नेता प्रतिपक्ष को शोभा नहीं देती। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता ने निर्वाचन आयोग जैसी संवैधानिक संस्था के अधिकारियों को सत्तारूढ़ भाजपा की मदद करने में उनकी कथित भूमिका के लिए अंजाम भुगतने की चेतावनी दी थी।
निर्वाचन आयोग के आंकड़ों का हवाला देते हुए यादव ने कहा कि पिछले साल नवंबर में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में मतदाताओं की संख्या उस वर्ष की शुरूआत में हुए लोकसभा चुनावों की तुलना में 40 लाख से अधिक बढ़ी थी और न कि एक करोड़, जैसा कि गांधी ने दावा किया है।
यादव ने कहा कि कांग्रेस नेता ने आंकड़े 60 लाख तक बढ़ा दिये। उन्होंने दावा किया कि गांधी ने अपना मामला बनाने के लिए लंबे समय तक तैयारी की, लेकिन उनके आरोप का आधार ही ‘गलत’ निकला।
भाजपा नेता ने कहा कि अब से उनके हर दावे को 60 प्रतिशत तक कम करके आंका जाना चाहिए।
कांग्रेस और उसके सहयोगियों द्वारा जीती गई माढा, मोहोल, नागपुर पश्चिम और नागपुर उत्तर जैसी कई विधानसभा सीट का नाम लेते हुए उन्होंने कहा कि इन निर्वाचन क्षेत्रों में मतदाताओं की संख्या बढ़ी है।
यादव ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘जो लोग महाराष्ट्र के बारे में सवाल उठाते रहते हैं, वे वही लोग हैं -- कांग्रेस और उसके सहयोगी -- जिन्होंने ज्यादातर उन सीटों पर जीत हासिल की, जहां मतदाताओं की संख्या बढ़ी है। यह बात राहुल गांधी के सिद्धांत को खारिज करती है।’’
केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि गांधी दावा कर रहे थे कि वह जो सबूत पेश करेंगे, वह ‘‘एटम बम’’ जैसा होगा।
उन्होंने उन पर निर्वाचन आयोग के खिलाफ धमकी भरी भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह ‘‘जिस डाल पर बैठे हों उसी को काटने’’ जैसा है।
उन्होंने मीडिया के समक्ष गांधी द्वारा बृहस्पतिवार को दिये बयान का हवाला देते हुए कहा कि अगर कांग्रेस नेता को चुनाव प्रक्रिया पर वाकई आपत्ति है, तो उन्हें निर्वाचन आयोग में शपथ पत्र दाखिल करना चाहिए।
मंत्री ने कांग्रेस नेता पर चुनाव में हार के बाद निर्वाचन आयोग को बदनाम करने के लिए बार-बार झूठ फैलाने का आरोप लगाया।
यादव ने कहा कि उनका तौर-तरीका ‘‘झूठ बोलकर भाग जाना’’ है। उन्होंने दावा किया कि बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर विपक्ष द्वारा संसद में व्यवधान डालने का मकसद चर्चा से भागना है।
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस एक परिवार के लिए सुनियोजित तरीके से हमारी संवैधानिक संस्थाओं को नीचा दिखाने की कोशिश कर रही है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि गांधी ने पूर्व में सशस्त्र बलों का भी अपमान किया था।
भाजपा नेता ने कहा कि गलत दावे करने के लिए उन्हें उच्चतम न्यायालय से माफी मांगनी पड़ी।
उन्होंने कहा कि सशस्त्र बल, संसद या निर्वाचन आयोग जैसी संस्थाएं स्वायत्त हैं और स्वतंत्र रूप से काम करती हैं तथा संविधान का पालन करने वाले किसी भी व्यक्ति को उनके खिलाफ धमकी भरी भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
गांधी ने 2024 के चुनावों से जुड़े कर्नाटक के एक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के आंकड़ों के विश्लेषण का बृहस्पतिवार को हवाला देते हुए निर्वाचन आयोग के जरिये भाजपा द्वारा चुनावों में धांधली किये जाने के दावे किए थे। उन्होंने कहा था कि यह संविधान के खिलाफ एक ‘‘अपराध’’ है।
भाषा सुभाष