ममता के प्रति मेरी निष्ठा अटूट : तृणमूल सांसद कल्याण बनर्जी
खारी दिलीप
- 12 Aug 2025, 04:45 PM
- Updated: 04:45 PM
नयी दिल्ली, 12 अगस्त (भाषा) तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि ममता बनर्जी के प्रति उनकी निष्ठा अटूट है और वह ऐसी ही बनी रहेगी।
तृणमूल सांसद ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिये यह स्पष्ट किया कि वह सोमवार को मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के खिलाफ विपक्ष के विरोध-प्रदर्शन में क्यों शामिल नहीं हुए।
कल्याण बनर्जी को हाल में लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस के मुख्य सचेतक के पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
कल्याण बनर्जी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के खिलाफ वह सोमवार को ‘‘धरने’’ में इसलिए शामिल नहीं हो पाए, क्योंकि उन्हें ‘एसआईआर’ के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस द्वारा दायर एक याचिका पर सुनवाई समेत अन्य महत्वपूर्ण मामलों में उच्चतम न्यायालय में उपस्थित होना था।
इसके अलावा, संसदीय आवास समिति का सदस्य होने के नाते उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा सांसदों के नए आवासों के उद्घाटन समारोह में भी भाग लिया।
बनर्जी ने कहा, ‘‘मैं 2014 से संसदीय आवास समिति का सदस्य हूं। हमने नवनिर्वाचित सांसदों के लिए बंगलों की भारी कमी से निपटने के लिए बाबा खड़क सिंह मार्ग पर सांसदों के लिए 184 फ्लैट बनवाने के लिए अथक प्रयास किए। इनमें अधिकांश प्रस्ताव हमारी प्रत्यक्ष निगरानी में मेरी ओर से रखे गए थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह कोई आसान काम नहीं था, लेकिन हमने इसे पूरा कर दिखाया। कल सुबह 10 बजे माननीय प्रधानमंत्री ने परिसर का उद्घाटन किया और साढ़े 10 बजे मैं उच्चतम न्यायालय जाने के लिए निकल गया, जहां मुझे दो अहम मामलों में उपस्थित होना था- पहला, हमारी पार्टी द्वारा मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण को दी गई चुनौती जिसकी सुनवाई कल और आज दोनों दिन हुई और दूसरा, अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से जुड़ा एक महत्वपूर्ण मामला था’’
तृणमूल नेता ने कहा, ‘‘इसी वजह से मैं निर्वाचन आयोग के सामने धरने में शामिल नहीं हो सका।’’
किसी का नाम लिए बिना उन्होंने कहा, ‘‘मुझे अपनी अनुपस्थिति के लिए कोई सफाई देने की जरूरत नहीं है, लेकिन मैं जानता हूं कि कुछ लोग हैं, जो मुझ पर हमला करने का मौका तलाशते रहते हैं।’’
सांसद ने कहा, ‘‘उन्हें कोशिश करने दें-पिछले चुनाव में भी उन्होंने सारी चालें चलकर देख लीं, लेकिन मैं 1,75,000 मतों से जीता। दादा, मेरा अपना दृढ़ विश्वास है, ईमानदारी है और सच्चाई है। ममता बनर्जी के प्रति मेरी निष्ठा अटूट है, और वो हमेशा बनी रहेगी।’’
तृणमूल कांग्रेस ने मंगलवार को लोकसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक पद से कल्याण बनर्जी का इस्तीफा स्वीकार कर लिया और काकोली घोष दस्तीदार को उनकी जगह नियुक्त किया।
पार्टी सांसदों के बीच समन्वय की कमी के आरोपों के बाद बनर्जी ने सार्वजनिक रूप से संसद में तृणमूल सांसदों की उपस्थिति को लेकर सवाल उठाए थे और आश्चर्य जताया था कि क्या ममता बनर्जी को संसदीय दल के कामकाज की जानकारी है।
उनकी तृणमूल कांग्रेस के अन्य सांसदों के साथ भी मतभेद की खबरें आई हैं।
भाषा
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