आपदाग्रस्त धराली में ध्वजारोहण कर स्वतंत्रता दिवस मनाया गया, तलाश-बचाव अभियान जारी
राजकुमार
- 16 Aug 2025, 12:17 AM
- Updated: 12:17 AM
उत्तरकाशी, 15 अगस्त (भाषा) महज दस दिन पहले आपदा की विभीषिका का सामना करने वाले धराली तथा आसपास के क्षेत्रों में तलाश एवं बचाव अभियान में लगे कार्मिकों और स्थानीय लोगों ने अदम्य साहस और देशप्रेम के जज्बे की मिसाल पेश करते हुए शुक्रवार को उत्साह के साथ 79 वां स्वतंत्रता दिवस मनाया ।
सेना तथा सभी केंद्रीय और राज्य सरकार की एजेंसियों ने तलाशी एवं बचाव अभियान जारी रखा है जबकि आपदा के मलबे के कारण हर्षिल में बनी अस्थायी झील से जल निकासी की मात्रा बढ़ाने के लिए उससे एक नहर निकाल दी गयी ।
धराली, हर्षिल और मुखबा में तिरंगा फहराकर राष्ट्रगान गाया गया । इस अवसर पर आपदा राहत कार्यों में जुटे सेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ), भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) एवं अन्य एजेंसियों के अधिकारियों और कर्मचारियों के अलावा स्थानीय नागरिकों, युवाओं और बुजुर्गों ने आजादी के इस पर्व में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने अपने संबोधन में कहा कि भले ही आपदा ने भौतिक क्षति पहुंचाई हो लेकिन हमारी आत्मा और देशभक्ति की भावना अडिग है। इस मौके पर शांति और समृद्धि की कामना के साथ मिलजुलकर पुनर्निर्माण में योगदान देने तथा इस आपदा प्रभावित क्षेत्र को फिर से संवारने का संकल्प भी व्यक्त किया गया ।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, एनडीआरएफ ने ‘ग्राउंड पेनीट्रेटिंग रडार (जीपीआर)’, ‘विक्टिम लोकेटिंग कैमरा (वीएलसी)’, ‘थर्मल इमेजिंग कैमरा’, ड्रोन और खोजी कुत्तों की मदद से मलबे में लापता लोगों की खोजबीन जारी रखी । कई स्थानों पर हाथ से खुदाई की गयी ।
एनडीआरएफ ने दो ‘आउटबोर्ड मोटर’ नावों से एसडीआरएफ और सिंचाई विभाग के साथ पुन: हर्षिल झील की रेकी की तथा जलमग्न सेना के हेलीपैड में झील की गहराई मापी जो 12-15 फीट पायी गयी।
एसडीआरएफ के दो बाढ़ बचाव दलों ने झील से पानी का प्रवाह बढ़ाने के लिए तीन फीट चौड़ी और ढाई फीट गहरी 70 फीट लंबी नहर का निर्माण किया।
आपातकालीन केंद्र के अनुसार, आपदा प्रभावित क्षेत्र में राहत वितरण का कार्य जारी रहा। आपदाग्रस्त क्षेत्र में गंभीर रूप से बीमार दो मरीजों एवं एक गर्भवती महिला को हेलीकॉप्टर से जिला चिकित्सालय उत्तरकाशी भेजा गया।
पांच अगस्त को खीरगंगा नदी में आयी भीषण बाढ़ में धराली गांव में बीसियों होटल, रेस्तरां, होमस्टे तथा मकान तबाह हो गए थे । उत्तरकाशी जिला प्रशासन ने आपदा में एक की मौत तथा सेना के नौ जवानों समेत 68 अन्य के लापता होने की पुष्टि की है ।
भाषा दीप्ति