जोधपुर में शहीद स्मारक के पास डंपर ट्रक की चपेट में आने से छात्र की मौत, तीन घायल
राजकुमार
- 16 Aug 2025, 12:41 AM
- Updated: 12:41 AM
जोधपुर, 15 अगस्त (भाषा) राजस्थान में जोधपुर के एयरपोर्ट थाना क्षेत्र में शुक्रवार को एक ‘डंपर’ ट्रक की चपेट में आने से 12 वर्षीय एक छात्र की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसके तीन दोस्त गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी।
उसने बताया कि ये विद्यार्थी अपने स्कूल में स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल होने जा रहे थे।
पुलिस ने बताया कि यह हादसा जोधपुर में शहीद स्मारक से कुछ ही मीटर की दूरी पर हुई, जहां मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा मुख्य समारोह स्थल पर राष्ट्र ध्वज फहराने से पहले शहीदों को श्रद्धांजलि देने वाले थे।
घटना के बाद, इन हताहत विद्यार्थियों के गुस्साए परिजनों और स्थानीय लोगों ने पंचबत्ती चौक पर धरना दिया। कई घंटों की बातचीत के बाद शाम को प्रशासन और परिजनों के बीच समझौता होने के बाद धरना समाप्त कर दिया गया।
थानाधिकारी रामकृष्ण ताडा ने बताया कि रतनदा नेहरू कॉलोनी का लोकेंद्र (12) अपने तीन दोस्तों के साथ मोटरसाइकिल से अपने स्कूल में स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल होने जा रहा था।
ताडा के अनुसार चारों छात्र एक ही मोटरसाइकिल पर सवार थे, जो होटल रेडिसन के सामने सड़क के बीच वाले हिस्से से टकराने के बाद फिसल गई। छात्र नीचे गिर गए और उनके पीछे आ रहे पत्थरों से भरे एक डंपर ट्रक ने उन्हें कुचल दिया।
थानाधिकारी ने बताया कि लोकेंद्र की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अन्य तीन गंभीर रूप से घायल हो गए। दुर्घटना के तुरंत बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया।
ताडा ने कहा,‘‘हमने ट्रक को जब्त कर लिया है और चालक को हिरासत में ले लिया है।’’
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए शव को मौके से हटाया और घायल छात्रों को अस्पताल पहुंचाया।
दुर्घटना की खबर फैलते ही गुस्साए परिजनों और स्थानीय निवासियों ने पांचबत्ती चौक पर धरना दे दिया और जिम्मेदार चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
परिजनों ने मुआवजे, निष्पक्ष जांच और मृतक के परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की भी मांग की।
प्रदर्शनकारियों ने यह भी मांग की कि स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए शहर में मौजूद मुख्यमंत्री शर्मा मौके पर आकर उनसे बात करें।
हालांकि, प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासनिक अधिकारियों ने मुख्यमंत्री के काफिले का मार्ग बदल दिया, जो जयपुर वापस जाने वाली उड़ान में सवार होने वाले थे।
प्रदर्शन की सूचना मिलने पर राज्यसभा सदस्य राजेंद्र गहलोत, शहर विधायक अतुल भंसाली और भाजपा जिला अध्यक्ष राजेंद्र पालीवाल मौके पर पहुंचे तथा परिजनों से बात की। उन्होंने परिवार को आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर विचार किया जाएगा।
घंटों चली बातचीत के बाद प्रशासन ने परिवार की अधिकांश मांगों पर सहमति जताई। अधिकारियों ने पांच लाख रुपये की तत्काल आर्थिक सहायता, परिवार के एक आश्रित को संविदा पर नौकरी देने और मुख्यमंत्री राहत कोष से अधिकतम सहायता देने का वादा किया। आश्वासन के बाद परिजनों ने अपना धरना समाप्त कर दिया।
भाषा सं कुंज