तमिलनाडु के मंत्री के यहां ईडी की छापेमारी ‘वोट चोरी’ से ध्यान भटकाने की कोशिश : द्रमुक
आशीष नेत्रपाल
- 16 Aug 2025, 05:06 PM
- Updated: 05:06 PM
चेन्नई, 16 अगस्त (भाषा) तमिलनाडु में सत्तारूढ़ द्रमुक ने अपने वरिष्ठ नेता एवं मंत्री आई पेरियासामी से संबंधित परिसरों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी को लेकर शनिवार को तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह ‘‘वोट चोरी’’ से ध्यान भटकाने का प्रयास है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी 2024 के चुनाव में कथित चुनावी धोखाधड़ी को लेकर ‘‘वोट चोरी’’ का आरोप लगा रहे हैं।
ईडी ने धनशोधन की जांच के तहत शनिवार को तमिलनाडु के मंत्री और द्रमुक के वरिष्ठ नेता पेरियासामी, उनके विधायक पुत्र आई पी सेंथिलकुमार के चेन्नई और उनके गृहनगर डिंडीगुल में कई परिसरों की तलाशी ली।
द्रविड मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के संगठन सचिव आर एस भारती ने कहा कि पार्टी ‘‘न तो ईडी से और न ही मोदी से डरेगी।’’
पार्टी के एक बयान में, भारती ने आरोप लगाया कि भाजपा सशक्त और स्वायत्त निकायों को अपने ‘‘चुनावी हथियार’’ के रूप में इस्तेमाल कर रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि दूसरे दलों पर अवैध धनशोधन का आरोप लगाने वाली भाजपा ‘‘वोट चोरी की राजनीति’’ कर रही है।
द्रमुक नेता ने आरोप लगाया, ‘‘निर्वाचन आयोग का इस्तेमाल करके चुनावी धोखाधड़ी में लिप्त होने के मामले में भाजपा बेनकाब हो गई है। देश इससे स्तब्ध है। अवैध वोट चोरी से ध्यान हटाने के लिए प्रवर्तन निदेशालय पेरियासामी से जुड़े परिसरों पर छापेमारी कर रहा है।’’
भारती ने दावा किया कि द्रमुक के राज्य की सत्ता में आने के बाद ईडी द्वारा पार्टी के नेताओं के खिलाफ दर्ज मामलों में रुचि दिखाना ‘‘बेशर्म राजनीतिक प्रतिशोध’’ है, जिसे एक बच्चा भी देख सकता है।
द्रमुक की वरिष्ठ नेता कनिमोई ने कहा कि ईडी के छापों से पार्टी नहीं डरेगी।
कनिमोई ने आरोप लगाया कि ‘‘एक ओर भाजपा चुनाव जीतने के हताश प्रयास के तहत एसआईआर (बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण) का इस्तेमाल करके निर्वाचन आयोग का इस्तेमाल कर रही है।’’
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘इसके साथ ही, आयकर विभाग, ईडी और सीबीआई जैसी एजेंसियों का इस्तेमाल द्रमुक के वरिष्ठ मंत्रियों के खिलाफ भी किया जा रहा है। इन एजेंसियों को विपक्ष के खिलाफ हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। ऐसी ही एक छापेमारी आज हो रही है। द्रमुक इसका सामना करेगी।’’
कनिमोई ने कहा, ‘‘मंत्री ने कई चुनौतियों का सामना किया है और द्रमुक के साथ मजबूती से खड़े रहे हैं। किसी भी तरह की धमकी हमारे कार्यकर्ताओं और नेताओं को डरा नहीं पाएगी।’’
पेरियासामी के खिलाफ धनशोधन की जांच अप्रैल में मद्रास उच्च न्यायालय के एक आदेश पर आधारित है, जिसमें डिंडीगुल की एक विशेष अदालत को 2.1 करोड़ रुपये की ‘‘आय से अधिक संपत्ति’’ मामले में द्रमुक नेता और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ आरोप तय करने का निर्देश दिया गया था।
भाषा आशीष