उत्तराखंड: बाढ़ प्रभावित धराली और हर्षिल में राहत कार्य जारी, अस्थायी झील का जलस्तर घटा
देवेंद्र संतोष
- 16 Aug 2025, 07:22 PM
- Updated: 07:22 PM
उत्तरकाशी, 16 अगस्त (भाषा) उत्तराखंड के आपदा प्रभावित धराली और हर्षिल में जनजीवन को पटरी पर लाने के प्रयास शनिवार को भी जारी रहे। गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर मरम्मत कार्य जारी है और कर्मचारी अचानक आई बाढ़ के बाद भागीरथी नदी में बनी अस्थायी झील से जल निकासी के काम में लगे हुए हैं।
झील का पानी निकालने के काम में लगे कर्मचारियों ने बताया कि झील का जलस्तर कम होने लगा है, जो एक उत्साहवर्धक संकेत है। चट्टान, खंभे और सड़क किनारे की रेलिंग जैसे डूबे हुए हिस्से अब दिखाई देने लगे हैं।
उन्होंने बताया कि एक तरफ गाद की मोटी परत बनी हुई है, जिसे जेसीबी की मदद से साफ किया जाएगा।
अधिकारियों ने बताया कि यह कवायद नियंत्रित तरीके से की जा रही है ताकि नीचे की ओर अचानक बाढ़ आने से बचा जा सके।
जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, क्योंकि धराली और हर्षिल के लिए सड़क संपर्क अभी तक बहाल नहीं हुआ है, इसलिए एलपीजी सिलेंडर जैसी आवश्यक सामग्री को श्रमिकों द्वारा पैदल और वाहनों के माध्यम से पहुंचाया जा रहा है।
केंद्र के अनुसार प्रभावित लोगों की मदद के लिए दोनों स्थानों पर सामुदायिक रसोई और चिकित्सा शिविर स्थापित किए गए हैं, जबकि उत्तरकाशी, मातली और मुखबा में खाद्यान्न भंडार खोले गए हैं।
लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) और सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के कर्मियों द्वारा डबरानी और सोनगाड के बीच गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग के 600 मीटर हिस्से की मरम्मत की जा रही है।
पांच अगस्त को खीरगंगा नदी में आयी भीषण बाढ़ में धराली गांव में दर्जनों होटल, रेस्तरां, होमस्टे तथा मकान तबाह हो गए थे।
कुल 69 लोग लापता हैं, जिनमें नौ सैन्यकर्मी, 25 नेपाली नागरिक, बिहार के 13, उत्तर प्रदेश के छह, धराली के आठ, उत्तरकाशी के निकटवर्ती क्षेत्रों के पांच, टिहरी के दो और राजस्थान का एक व्यक्ति शामिल है।
आपदा के कुछ घंटों बाद धराली के एक स्थानीय व्यक्ति का शव बरामद किया गया था।
धराली में 53 मकान पूरी तरह से नष्ट हो गए, जबकि हर्षिल में चार मकान और होमस्टे क्षतिग्रस्त हो गये।
भाषा
देवेंद्र