भाजपा ने विपक्षी दलों को अपने शासन वाले राज्यों में विधानसभा भंग करने की चुनौती दी
आशीष संतोष
- 18 Aug 2025, 08:02 PM
- Updated: 08:02 PM
नयी दिल्ली, 18 अगस्त (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के घटक दलों को चुनौती दी कि यदि उन्हें निर्वाचन आयोग की निष्पक्षता पर संदेह है तो वे उन राज्यों की विधानसभाओं को भंग कर दें जहां वे सत्ता में हैं।
सत्तारूढ़ पार्टी ने आरोप लगाया कि बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का विरोध करने के पीछे विपक्षी दलों का एकमात्र उद्देश्य घुसपैठियों को बचाना है।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी की "चोर चोर" चिल्लाने की आदत बन गई है। उन्होंने दावा किया कि यह विडंबना है कि राहुल जैसे नेता या राजद के तेजस्वी यादव, जो कांग्रेस नेता की तरह भ्रष्टाचार के मामले में जमानत पर हैं, संवैधानिक संस्थाओं पर चोरी का आरोप लगा रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस जैसी पार्टियां भारत में "पूरी तरह अराजकता" चाहती हैं। उन्होंने कहा कि ये दल देश में बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान जैसी अशांति फैलाना चाहते हैं।
विपक्षी दलों पर उनका हमला ऐसे समय हुआ है जब कांग्रेस, तृणमूल, सपा, द्रमुक और राजद समेत आठ विपक्षी दलों ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि विपक्ष के सवालों का जवाब देने के बजाय उन्होंने रविवार को अपने संवाददाता सम्मेलन में उन पर हमला करना चुना।
सत्तारूढ़ गठबंधन और विपक्ष के बीच मतदाता सूची के एसआईआर को लेकर जुबानी जंग बढ़ती जा रही है। इस मुद्दे के कारण 21 जुलाई को शुरू हुए संसद के मानसून सत्र का कामकाज करीब करीब ठप पड़ गया है। लोकसभा और राज्यसभा में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर दो दिन की चर्चा ही सुचारू रूप से हो पाई।
विपक्षी दलों ने ज्ञानेश कुमार पर भाजपा प्रवक्ता की तरह काम करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि वह एसआईआर और मतदाता सूची में अनियमितताओं से जुड़े मुद्दों पर उनके सवालों का जवाब देने में विफल रहे।
पात्रा ने कहा कि मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने गांधी समेत विपक्षी नेताओं द्वारा लगाए गए आरोपों का बिंदुवार "खंडन" किया, लेकिन वे जानबूझकर गड़बड़ी का आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा, "वे (विपक्षी नेता) चाहते हैं कि भारत में अराजक स्थिति पैदा हो और राजनीतिक लाभ उठाएं। यही उनकी कोशिश है।"
उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय में एसआईआर मुद्दे पर सुनवाई लंबित है और उसने इस प्रक्रिया को नहीं रोका है। पात्रा ने पूछा कि क्या विपक्षी नेताओं की "पीठ" शीर्ष अदालत से ज़्यादा अधिकार संपन्न है।
कांग्रेस द्वारा मुख्य निर्वाचन आयुक्त के खिलाफ संसद में महाभियोग प्रस्ताव पेश करने की योजना संबंधी खबरों पर उन्होंने कहा कि गांधी और उनकी पार्टी निर्वाचन आयोग के खिलाफ जिन "अपमानजनक शब्दों" का इस्तेमाल कर रही है, वह एक के बाद एक चुनाव हारने की उनकी हताशा को दर्शाता है। पात्रा ने आरोप लगाया, "यह राहुल गांधी और कांग्रेस की हताशा को दर्शाता है। उनका केवल एक ही लक्ष्य है - (गांधी) परिवार को किसी भी कीमत पर सत्ता हासिल करनी है।"
तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा ने कुछ अन्य विपक्षी नेताओं की मांग दोहराते हुए कहा कि लोकसभा को भंग कर देना चाहिए क्योंकि पिछला चुनाव "त्रुटिपूर्ण" मतदाता सूची के आधार पर हुआ था। इस पर भाजपा नेता ने पलटवार करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल और तेलंगाना जैसे राज्यों में, जहां ‘इंडिया’ गठबंधन के दल सत्ता में हैं, वहां की सरकारों को अपनी विधानसभाएं भंग कर देनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 2011 से सत्ता में हैं और उसी निर्वाचन आयोग द्वारा आयोजित चुनावों में उन्हें बार-बार जीत मिली है। पात्रा ने पूछा कि क्या बनर्जी ने कभी कहा कि वह विधानसभा भंग करेंगी। भाजपा नेता ने कहा, "अगर आपको लगता है कि चुनाव प्रक्रिया अनुचित है, तो विधानसभा भंग कर दीजिए।"
राहुल गांधी द्वारा बिहार में 'वोट अधिकार यात्रा' शुरू करने और निर्वाचन आयोग पर भाजपा के साथ मिलीभगत कर 'वोट चोरी' करने का आरोप लगाने के बीच पात्रा ने दावा किया कि कोई भी उन्हें गंभीरता से नहीं लेता और राज्य के लोग राजद-कांग्रेस गठबंधन को खारिज कर मौजूदा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को अपनाएंगे।
उन्होंने कहा कि गांधी ने राफेल समझौते को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर ‘चोर’ वाली टिप्पणी की थी, लेकिन अंत में उन्हें अदालत में माफी मांगनी पड़ी।
पात्रा ने गांधी और अन्य विपक्षी नेताओं पर उच्चतम न्यायालय, निर्वाचन आयोग समेत प्रमुख संस्थाओं और सशस्त्र बलों को अक्सर निशाना बनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस नेता के अभियान से कुछ भी नहीं निकलने वाला है।
उन्होंने आरोप लगाया कि एक व्यक्ति "चारा चोर" है, और दूसरा व्यक्ति ऐसे परिवार से आता है जो बहुत सी चीजें चुराने में संलिप्त है। उनका इशारा राजद की ओर था जिसके प्रमुख लालू प्रसाद यादव चारा घोटाले में दोषी ठहराए गए हैं।
पात्रा ने पूछा, "संसद की कार्यवाही में बाधा डाली जा रही है... कोई काम नहीं होने दिया जा रहा। इसके पीछे क्या मंशा है?" भाजपा नेता ने आरोप लगाया, "राहुल गांधी की यात्रा (बिहार में) के पीछे क्या मंशा है? इन सबके पीछे केवल एक ही मंशा है - घुसपैठियों को बचाना।"
भाषा आशीष