दिल्ली के राजा गार्डन में इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान में आग लगने से चार लोगों की मौत
नोमान सुरेश
- 19 Aug 2025, 12:08 AM
- Updated: 12:08 AM
नयी दिल्ली, 18 अगस्त (भाषा) पश्चिमी दिल्ली के राजा गार्डन में सोमवार अपराह्न इलेक्ट्रॉनिक्स की एक दुकान में भीषण आग लग गई, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई और एक अन्य जख्मी हो गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
आग 'महाजन इलेक्ट्रॉनिक्स' के प्रथम तल स्थित गोदाम में लगी और बाद में चार मंजिला इमारत की दूसरी मंजिल तक फैल गई।
अग्निशमन सेवा (डीएफएस) के एक अधिकारी ने कहा कि आग लगने की सूचना अपराह्न तीन बजकर आठ मिनट पर मिली।
उन्होंने कहा, "हमने दमकल की पांच गाड़ियों को घटनास्थल पर भेजा। घना धुआं पहले ही फैल चुका था, जिससे फंसे हुए लोगों का बचना मुश्किल हो गया था। चार लोग बेहोश पाए गए और उन्हें तुरंत कैट्स एम्बुलेंस द्वारा अस्पताल ले जाया गया।"
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि आयुषी (22), पायल (20), अमनदीप कौर (22) और रवि (28) की घटना में दम घुटने से मौत हो गई, जबकि संदीप शर्मा (25) का अस्पताल में इलाज चल रहा है। ये सभी पांचों दुकान में काम करते हैं।
शाम 4.10 बजे आग बुझाने का काम पूरा हो गया, जिसके बाद ‘कूलिंग’ प्रक्रिया शुरू की गई, ताकि आग फिर से ना भड़के। अधिकारियों ने बताया कि आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है और स्थानीय पुलिस आगे की जांच कर रही है।
पुलिस के अनुसार, स्टोर का शोरूम भूतल पर है। पहली मंजिल, गोदाम के रूप में इस्तेमाल की जाती थी और इसी मंजिल पर आग लगी थी, और इमारत में दो अन्य मंजिलें भी थीं।
पुलिस ने बताया कि अपराह्न करीब तीन बजे मोती नगर थाने में आग लगने की सूचना मिली। पश्चिम दिल्ली के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) विचित्र वीर ने बताया कि मोती नगर थाना प्रभारी (एसएचओ) और उनके कर्मचारी मौके पर पहुंचे, जबकि अग्निशमन सेवा ने भी बचाव अभियान शुरू कर दिया।
डीसीपी ने कहा, "वहां मौजूद लोगों ने बताया कि पांच लोग अंदर फंसे हुए थे। लगातार प्रयासों के बाद, सभी को बाहर निकाला गया और अस्पताल ले जाया गया। उनमें से चार की मौत हो गई, जबकि एक का इलाज चल रहा है।"
पुलिस के अनुसार, शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और उनके परिजनों को सूचित कर दिया गया है।
इलेक्ट्रॉनिक्स स्टोर पर काम करने वाले सुमित ने ‘पीटीआई वीडियो’ से कहा, "हम कम से कम 30 से 35 लोग महाजन इलेक्ट्रॉनिक्स में काम करते हैं। जब आग लगी तब दोपहर के भोजन का समय था। अमन, पायल, रवि और आयुषी उसी मंजिल पर थे जहां आग लगी थी। वे फंस गए और भाग नहीं सके।”
सुमित ने बताया कि चारों ओर घना काला धुआं फैल गया, जिससे दुकान में मौजूद लोगों में दहशत फैल गई और वे बाहर की ओर भागे।
उन्होंने कहा, "हमने तुरंत एम्बुलेंस को बुलाया और पुलिस को मामले की सूचना दी। हम असहाय थे क्योंकि तब तक आग फैल चुकी थी।"
उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद कई स्थानीय राजनीतिक नेता भी घटनास्थल पर पहुंचे और पीड़ित परिवारों को सहायता का आश्वासन दिया।
एक वरिष्ठ अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि सूचना मिलने के तुरंत बाद उनकी टीमों ने कार्रवाई की।
अधिकारी ने कहा, "हमारी दमकल गाड़ियां बिना किसी देरी के घटनास्थल पर पहुंच गईं। हमने स्थानीय पुलिस को भी घटना की उचित जांच के लिए सूचित किया। लगभग एक घंटे में आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन तब तक चार लोगों की जान जा चुकी थी।”
डीसीपी विचित्र वीर सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे और अधिकारियों को मामले की उचित जांच करने के निर्देश दिए।
अधिकारी ने बताया कि उचित कार्यवाही शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा, "हम सभी पहलुओं की जांच कर रहे हैं, जिसमें यह भी शामिल है कि क्या अग्नि सुरक्षा मानदंडों में कोई चूक हुई थी या बिजली के उपकरणों के संचालन में कोई लापरवाही हुई थी।"
फॉरेंसिक विशेषज्ञों सहित पुलिस दल साक्ष्य एकत्र करने और आग के वास्तविक कारण का पता लगाने के लिए घटनास्थल का दौरा करेंगे।
भाषा नोमान