एएआई के वरिष्ठ प्रबंधक 232 करोड़ रुपये निजी खाते में जमा कराने के आरोप में गिरफ्तार
पारुल दिलीप
- 30 Aug 2025, 09:09 PM
- Updated: 09:09 PM
नयी दिल्ली, 30 अगस्त (भाषा) केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण (एएआई) के एक वरिष्ठ प्रबंधक को 232 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि को व्यापारिक उद्देश्यों के लिए अपने निजी खाते में जमा कराने के आरोप में गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि एएआई के वरिष्ठ प्रबंधक (वित्त एवं लेखा) राहुल विजय ने देहरादून हवाई अड्डे पर अपनी तैनाती के दौरान तीन वर्षों में फर्जी लेखा प्रविष्टियों के एक जटिल जाल के माध्यम से धन अंतरण की साजिश रची।
सीबीआई प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि विजय ने आधिकारिक और इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड में हेरफेर करके एएआई की राशि का व्यवस्थित रूप से अपने निजी खाते में अंतरण किया।
बयान के मुताबिक, “जांच के दौरान यह सामने आया कि 2019-20 से 2022-23 की अवधि में, देहरादून हवाई अड्डे पर तैनाती के दौरान, आरोपी ने फर्जी और काल्पनिक संपत्तियां बनाकर और कुछ संपत्तियों के मूल्यों को बढ़ाकर इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड में हेरफेर किया, जिसमें प्रविष्टियों में शून्य जोड़ना भी शामिल था, ताकि नियमित जांच से बचा जा सके।”
बयान के अनुसार, बैंक लेन-देन के प्रारंभिक विश्लेषण में केंद्रीय जांच एजेंसी ने पाया कि इस तरह से जमा की गई धनराशि को आरोपी ने “ट्रेडिंग खातों” में स्थानांतरित कर दिया, जिससे सार्वजनिक धन की हेराफेरी हुई।
बयान में कहा गया है कि वित्त एवं लेखा विभाग के वरिष्ठ प्रबंधक विजय की ओर से कथित हेराफेरी का पता एक आंतरिक ऑडिट में चला।
अधिकारियों के मुताबिक, एएआई ने आंतरिक ऑडिट के निष्कर्षों की पुष्टि के लिए एक समिति का गठन किया, जिसने फर्जी लेखा प्रविष्टियों, परिसंपत्तियों में वृद्धि और प्राधिकरण के खातों से विजय के निजी खाते में अनधिकृत धन अंतरण के जटिल जाल को उजागर किया।
एएआई के वरिष्ठ प्रबंधक (वित्त) चंद्रकांत पी ने 18 अगस्त को सीबीआई में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई थी।
आरोप है कि विजय, जो भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) में एएआई के आधिकारिक बैंक खातों में अधिकृत हस्ताक्षरकर्ता था, ने गुप्त रूप से धन अंतरण की सुविधा के लिए तीन अलग-अलग उपयोगकर्ता आईडी बनाईं।
प्राथमिकी के अनुसार, विजय ने शुरुआत में कथित तौर पर छोटे लेन-देन किए और फिर बड़ी रकम का अंतरण किया।
सीबीआई प्रवक्ता ने बताया कि जांच एजेंसी ने हाल ही में जयपुर में विजय के आवासीय और कार्यालय परिसरों की तलाशी ली, जिसमें अचल संपत्तियों और मूल्यवान प्रतिभूतियों के दस्तावेजों सहित आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई।
भाषा पारुल