यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के सभी प्रयासों का भारत समर्थन करता है: मोदी ने जेलेंस्की से कहा
पारुल सुभाष
- 30 Aug 2025, 10:57 PM
- Updated: 10:57 PM
तियानजिन(चीन), 30 अगस्त (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को फोन पर बातचीत के दौरान यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से कहा कि यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए भारत सभी प्रयासों का समर्थन करता है।
मोदी सोमवार को चीन के इस शहर में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन से इतर रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ व्यापक मुद्दों पर बातचीत करने वाले हैं। इस बातचीत में, यूक्रेन संघर्ष पर भी चर्चा होने की उम्मीद है।
जेलेंस्की ने मोदी को फोन किया और रूस के शीर्ष नेतृत्व के साथ बैठक के लिए अपनी तत्परता से अवगत कराया तथा कहा कि युद्ध की समाप्ति तत्काल युद्ध विराम के साथ होनी चाहिए।
यूक्रेनी राष्ट्रपति ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि भारत यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए आवश्यक प्रयास करने और रूस को उपयुक्त संकेत देने के लिए तैयार है।
जेलेंस्की ने मोदी को 18 अगस्त को व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ हुई अपनी बैठक के बारे में भी जानकारी दी। यह बैठक अलास्का में ट्रंप और पुतिन के बीच शिखर वार्ता के तीन दिन बाद हुई थी।
वहीं, मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “आज फोन पर बात करने के लिए राष्ट्रपति जेलेंस्की को धन्यवाद। हमने यूक्रेन संघर्ष, उसके मानवीय पहलू और शांति एवं स्थिरता बहाल करने के प्रयासों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। भारत इस दिशा (संघर्ष के समाधान) में सभी प्रयासों को पूर्ण समर्थन देता है।”
प्रधानमंत्री रविवार से शुरू हो रहे दो दिवसीय एससीओ शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए शनिवार शाम तियानजिन पहुंचे।
भारत की ओर से जारी बयान के मुताबिक, मोदी ने यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के नयी दिल्ली के “दृढ़ एवं सतत रुख” की पुष्टि की और शांति की शीघ्र बहाली के प्रयासों के प्रति समर्थन जताया।
बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री ने इस संबंध में हर संभव मदद मुहैया कराने की भारत की प्रतिबद्धता भी दोहराई।
इसमें कहा गया है, “दोनों नेताओं ने भारत-यूक्रेन द्विपक्षीय साझेदारी में प्रगति की भी समीक्षा की। उन्होंने आपसी हित के सभी क्षेत्रों में सहयोग को और बढ़ाने के तौर-तरीकों पर भी चर्चा की।”
जेलेंस्की ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि उन्होंने मोदी को राष्ट्रपति ट्रंप के साथ हुई बातचीत के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारत एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान होने वाली बैठकों में आवश्यक प्रयास करने और रूस तथा अन्य देशों को उपयुक्त संकेत देने के लिए तैयार है।
यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा, “यह एक उपयोगी और महत्वपूर्ण बातचीत थी, जिसमें वास्तविक शांति प्राप्त करने के लिए साझेदारों के बीच एक साझा दृष्टिकोण सामने आया। यूक्रेन ने रूस के नेतृत्व के साथ बैठक के लिए अपनी तत्परता की पुष्टि की।”
उन्होंने कहा, “लगभग दो हफ्ते बीत चुके हैं और इस दौरान, जब रूस को कूटनीति की तैयारी करनी चाहिए थी, तब मॉस्को ने कोई सकारात्मक संकेत नहीं दिया। उसने केवल असैन्य ठिकानों पर निंदनीय हमले किए और हमारे दर्जनों लोगों को मार डाला।”
जेलेंस्की ने कहा कि वह पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देते हैं।
उन्होंने कहा, “हमने एससीओ शिखर सम्मेलन से पहले अपने रुख को समन्वित कर लिया है। इस युद्ध का अंत तत्काल युद्ध विराम और आवश्यक शांति के साथ शुरू होना चाहिए।”
जेलेंस्की ने कहा, “यह रुख सभी को समझ में आता है और सभी इसका समर्थन करते हैं। जब हमारे शहर और समुदाय लगातार हमलों का सामना कर रहे हैं, तो शांति के बारे में सार्थक बात करना असंभव है।”
उन्होंने कहा, “भारत आवश्यक प्रयास करने और एससीओ शिखर सम्मेलन से इतर होने वाली बैठकों के दौरान रूस और अन्य देशों को उपयुक्त संकेत देने के लिए तैयार है।”
भारत, रूस-यूक्रेन संघर्ष को बातचीत और कूटनीति के जरिये हल करने का लगातार आह्वान करता रहा है। पिछले साल जुलाई में, प्रधानमंत्री मोदी ने मॉस्को की यात्रा की थी और पुतिन से कहा था कि यूक्रेन संघर्ष का समाधान युद्ध के मैदान में संभव नहीं है।
भाषा पारुल