विश्व चैंपियन बनने का मौका गंवा दिया, अगला लक्ष्य विश्व टूर फाइनल्स: कोच टैन किम हर
आनन्द सुधीर
- 31 Aug 2025, 06:24 PM
- Updated: 06:24 PM
... अमित कुमार दास ...
नयी दिल्ली, 31 अगस्त (भाषा) भारतीय बैडमिंटन के युगल कोच टैन किम हर ने विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने के लिए सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की तारीफ की लेकिन चैंपियन बनने का मौके गंवाने पर निराशा जताते हुए कहा कि इस पुरुष जोड़ी को अपनी फिटनेस पर और काम करने की जरूरत है।
विश्व रैंकिंग में नौवें स्थान पर काबिज भारतीय जोड़ी ने क्वार्टर फाइनल में मलेशिया के दो बार के ओलंपिक पदक विजेता आरोन चिया और सोह वूई यिक पर शानदार जीत दर्ज करके विश्व चैंपियनशिप में अपना दूसरा पदक पक्का किया।
सेमीफाइनल में चीन के 11वीं वरीयता प्राप्त चेन बो यांग और लियू यी से हार के बाद फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय पुरुष युगल जोड़ी बनने का उनका सपना अधूरा रह गया।
टैन ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिये साक्षात्कार में कहा, ‘‘ मेरा लक्ष्य इस विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचना था लेकिन दुर्भाग्य से वे कल हार गए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ सेमीफाइनल में हार के बावजूद वे इस टूर्नामेंट में पहले दिन से अच्छा खेले। हम इस साल कम से कम चार-पांच सेमीफाइनल में पहुंचे हैं लेकिन किसी फाइनल में पहुंचना बाकी है।’’
इस 53 साल के कोच ने कहा कि भारतीय जोड़ी को अपनी फिटनेस में थोड़ा सुधार करना होगा ताकि वे निर्णायक गेम के आखिरी क्षणों में थकान के हावी होने से बच सके।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें अब भी शारीरिक रूप से सुधार करने की जरूरत है। पहले चीन की जोड़ी (लियांग वेई केंग और वांग चांग) और अन्य को हराने के बाद मुझे लगा कि वे दोनों थोड़े थके हुए थे। उन्होंने इसके बावजूद अच्छा प्रदर्शन किया। मेरा मानना है कि उन्हें और फिट होने की जरूरत है खासकर निर्णायक मैचों के आखिरी दौर के लिए।’’
टैन ने कहा, ‘‘ मेरा मानना है कि पिछले कुछ समय में यह उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। खास कर चीन और मलेशिया के खिलाड़ियों के खिलाफ उन्होंने अच्छा खेल दिखाया। मेरा अगला लक्ष्य सुपर सीरीज फाइनल्स है। आगे और भी टूर्नामेंट होने वाले हैं, लेकिन हमारा मुख्य ध्यान सुपर सीरीज फाइनल्स पर है।’’
सात्विक और चिराग की जोड़ी पिछले साल पेरिस ओलंपिक में चिया और सोह से हार के बाद पदक जीतने से चूक गयी थी। भारतीय जोड़ी ने हालांकि क्वार्टर फाइनल में मलेशिया की इस जोड़ी को हराकर विश्व चैंपियनशिप का पदक पक्का किया।
टैन ने कहा, ‘‘ मैच से पहले हमने काफी वीडियो विश्लेषण किया। हम इससे पहले वाले मुकाबले में भी मलेशिया की इस जोड़ी से हार गये थे। इसलिए हमने पिछले मैचों से मिली सीख के मुताबिक अपनी योजना तैयार की जो कारगर रही।’’
भारत में 2015 और 2019 के बीच अपने पहले कार्यकाल के दौरान सात्विक और चिराग को एक साथ लाने का श्रेय टैन को दिया जाता है। पेरिस ओलंपिक में खराब प्रदर्शन के बाद डेनमार्क के कोच मैथियास बो के बाहर होने के बाद टैन दिसंबर में फिर से भारतीय कोच बने हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं साढ़े पांच साल बाद भारत लौटा हूं। इस दौरान मैं खिलाड़ियों के साथ नहीं था, लेकिन उन्होंने काफी अच्छी प्रगति की है। उन्होंने एशियाई खेलों में जीत दर्ज की और उसके बाद कुछ ओपन टूर्नामेंट भी जीते।’’
भाषा आनन्द