भारत का सामना कैसे करें? सुलक्षण कुलकर्णी ने मुंबई की एक क्लब टीम की कहानी से ओमान को प्रेरित किया
सुधीर मोना
- 02 Sep 2025, 03:30 PM
- Updated: 03:30 PM
(कुशान सरकार)
नयी दिल्ली, दो सितंबर (भाषा) एशिया कप में भारत के खिलाफ 19 सितंबर को होने वाले मुकाबले में टी20 विश्व चैंपियन टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव के लिए ओमान की क्या योजना होगी? ओमान के उप मुख्य कोच सुलक्षण कुलकर्णी से जब यह सवाल पूछा गया तो वह हंसने लगे।
नौ सितंबर से शुरू हो रहे इस महाद्वीपीय टूर्नामेंट में भारत और पाकिस्तान जैसी मजबूत टीमों के खिलाफ अपनी क्षमता साबित करने को बेताब कुलकर्णी ने मजाकिया लहजे में पीटीआई से कहा, ‘‘अगर मैं अपने खिलाड़ियों को अभी योजना बता दूं तो मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि 19 सितंबर तक वे इसे जरूर भूल जाएंगे।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या ओमान इतनी मजबूत भारतीय टीम के खिलाफ प्रतिस्पर्धी हो सकता है तो खिलाड़ी और कोच के रूप में मुंबई से जुड़े रहे कुलकर्णी ने राष्ट्रीय कैमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स (आरसीएफ) नाम की एक क्लब टीम का दिलचस्प उदाहरण दिया जो एक प्रतिष्ठित कारपोरेट टूर्नामेंट टाइम्स शील्ड में खेलती थी।
कुलकर्णी ने कहा, ‘‘मैं 10 साल तक आरसीएफ का कप्तान रहा। टाइम्स शील्ड में हम शायद आठवें स्थान पर थे और हमारे पास कोई प्रतिष्ठित खिलाड़ी नहीं था। फिर भी हम इंडियन ऑयल, एयर इंडिया, टाटा, एसीसी जैसी टीमों को हरा देते थे जिनमें स्टार भारतीय खिलाड़ी होते थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने एक ऐसी टीम का नेतृत्व किया जो दिलीप वेंगसरकर और संजय मांजरेकर जैसे शीर्ष भारतीय खिलाड़ियों की मौजूदगी वाली कारपोरेट टीमों को हरा देती थी। 1990 के दशक की शुरुआत में टाइम्स शील्ड एक बहुत बड़ा टूर्नामेंट था। तो यही मेरा नजरिया है। सबसे कमजोर टीमों में से एक होने के बावजूद हमने पूरी आशा और सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ मैच जीते और मैं यही चाहता हूं कि ओमान के खिलाड़ी भारत और पाकिस्तान के खिलाफ भी यही करें।’’
ओमान को ग्रुप में भारत, पाकिस्तान और यूएई के साथ रखा गया है।
तो जसप्रीत बुमराह का सामना करने या सूर्यकुमार यादव, शुभमन गिल और अभिषेक शर्मा जैसे बल्लेबाजों को गेंदबाजी करने की संभावना को लेकर ओमान के खिलाड़ी कितने उत्साहित या घबराए हुए हैं?
कुलकर्णी ने कहा, ‘‘मुझे बताइए कि एक मजबूत भारतीय टीम के खिलाफ खेलने के लिए कौन उत्साहित नहीं होगा?’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘एक एसोसिएट देश होने के नाते हम 90 से 95 प्रतिशत अपने साथी एसोसिएट सदस्यों के खिलाफ ही खेलते हैं। इसलिए भारत और पाकिस्तान के खिलाफ खेलना ना केवल एक बड़ी चुनौती है बल्कि हमारे खिलाड़ियों के लिए अपने कौशल का प्रदर्शन करने का एक शानदार अवसर भी है।’’
कुलकर्णी ने कहा, ‘‘एक बहुत मजबूत टीम से भिड़ने से पहले घबराहट होना स्वाभाविक है लेकिन मैं उन्हें बता रहा हूं कि एक बार जब वे सीमा रेखा पार कर लेते हैं तो यह घबराहट नहीं होनी चाहिए... ओमान एसोसिएट देशों में सबसे मजबूत देशों में से एक है। मैं चाहता हूं कि मेरे खिलाड़ी नतीजों की परवाह ना करें और अपनी पूरी क्षमता से खेलें। टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में एक ओवर किसी भी मैच को बदल सकता है इसलिए आप कभी नहीं कह सकते कि क्या होगा।’’
पिछले सत्र तक तमिलनाडु के मुख्य कोच रहे 58 वर्षीय कुलकर्णी इस बात से बहुत खुशी मिलती है कि कुछ महीने पहले ओमान की इस टीम ने तीन टीमों के 50 ओवर के टूर्नामेंट में कर्नाटक की मजबूत टीम के अलावा केरल की टीम को हराया था।
ओमान के मुख्य कोच दलीप मेंडिस की बात करने से कुलकर्णी खुद को नहीं रोक पाते। मेंडिस 1980 के दशक में आक्रामक श्रीलंकाई कप्तान थे।
उन्होंने आगे कहा, ‘‘मेंडिस ना केवल मेरे लिए बल्कि ओमान क्रिकेट के लिए भी पितातुल्य हैं। वह पिछले 13-14 वर्षों से ओमान क्रिकेट की देखरेख कर रहे हैं और यह उनकी ही देन है कि ओमान अब विश्व क्रिकेट की सर्वश्रेष्ठ एसोसिएट टीमों में से एक है। जब भी मैं उनसे बात करता हू तो बहुत कुछ सीखता हूं।’’
भाषा सुधीर