एसआईआर के विरूद्ध विपक्ष के आंदोलन, मोदी की मां को दी गाली जैसे विषय बिहार पर भाजपा की बैठक में उठे
राजकुमार प्रशांत
- 03 Sep 2025, 10:22 PM
- Updated: 10:22 PM
नयी दिल्ली, तीन सितंबर (भाषा) बिहार विधानसभा चुनाव के सिलसिले में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के रोडमैप पर चर्चा करने के लिए बुधवार को यहां केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह समेत भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के साथ हुई पार्टी की प्रदेश इकाई के नेताओं की बैठक में राज्य में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के विरुद्ध विपक्ष के अभियान तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मां को दी गयी गाली के खिलाफ राजग के अभियान के विषय भी उठे।
सूत्रों ने बताया कि यह रणनीतिक सत्र राजनीतिक स्थिति का जायजा लेने और अभियान कार्यक्रम तैयार करने तक ही सीमित था।
भाजपा की बिहार इकाई के अध्यक्ष दिलीप कुमार जायसवाल ने बताया कि सहयोगी दलों के साथ सीट बंटवारे पर चर्चा नहीं हुई, क्योंकि यह निर्णय केंद्रीय नेतृत्व को लेना है।
उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार समिति की घोषणा जल्द ही की जाएगी और उम्मीदवारों के चयन के लिए व्यापक कदम उठाए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि 25 सितंबर तक हर विधानसभा क्षेत्र में बिहार राजग के कार्यकर्ताओं की संयुक्त बैठकें आयोजित करने का निर्णय लिया गया है।
भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और जायसवाल, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और नित्यानंद राय समेत राज्य के प्रमुख भाजपा नेता, बिहार के प्रभारी राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावडे और सह-प्रभारी दीपक प्रकाश आज की इस बैठक का हिस्सा थे।
सूत्रों का कहना है कि पार्टी की बिहार इकाई के कोर ग्रुप के 12 नेताओं में से 11 बैठक में शामिल हुए। उपमुख्यमंत्री एवं राज्य के वित्त मंत्री सम्राट चौधरी जीएसटी परिषद की बैठक में व्यस्त होने के कारण पार्टी की इस बैठक में शामिल नहीं हुए।
सूत्रों ने बताया कि कई पार्टी नेताओं का मानना है कि राज्य में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के खिलाफ कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व वाले अभियान को विपक्ष के समर्थक वर्ग के बाहर कोई लोकप्रिय समर्थन मिलने की संभावना नहीं है, क्योंकि निर्वाचन आयोग की इस कवायद ने बड़ी आबादी पर नकारात्मक प्रभाव नहीं डाला है।
एक नेता ने कहा कि यह विपक्ष के लिए उल्टा भी पड़ सकता है क्योंकि उनके अभियान ने शासन और नेतृत्व से जुड़े स्थानीय मुद्दों को सुर्खियों से बाहर कर दिया है।
उन्होंने कहा कि ‘‘मतदाता अधिकार यात्रा’’ के दौरान विपक्ष के मंच से मोदी की मां को दी गयी गाली और ‘इंडिया’ गठबंधन के नेताओं की तरफ से इसकी निंदा नहीं किये जाने से राजग को अपने प्रतिद्वंद्वियों पर दबाव बनाने में मदद मिली है।
सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने बृहस्पतिर को राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया है। इस मुद्दे पर मोदी द्वारा राजद-कांग्रेस-वाम गठबंधन पर किए गए तीखे हमले के बाद, राजग अपने प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ जवाबी हमले को और तेज करने की कोशिश कर रहा है।
आने वाले सप्ताहों में मोदी के राज्य का और दौरा करने की संभावना है।
आज की बैठक में राज्य भर में राजग नेताओं की चल रही बैठकों और भाजपा द्वारा 17 सितंबर से दो अक्टूबर तक मनाए जा रहे ‘सेवा पखवाड़ा’ पर भी चर्चा हुई।
एक भाजपा नेता ने बताया कि जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली राज्य सरकार द्वारा घोषित कई कल्याणकारी योजनाओं ने भी राजग को मजबूती दी है।
बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा के लिए नवंबर में चुनाव होने की संभावना है।
भाषा
राजकुमार