प्रधानमंत्री के 13 सितंबर के दौरे के लिए मिजोरम में तैयारियां जोरों पर
सुरेश नरेश
- 09 Sep 2025, 07:16 PM
- Updated: 07:16 PM
आइजोल, नौ सितंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 13 सितंबर के दौरे से पहले मिजोरम में तैयारियां जोरों पर हैं। इस दौरान वह एक रेलवे लाइन सहित कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास करेंगे।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री लालदुहोमा ने प्रधानमंत्री के दौरे की तैयारियों की समीक्षा के लिए मंगलवार को वरिष्ठ अधिकारियों की एक बैठक बुलाई।
मुख्य सचिव खिल्ली राम मीणा ने छह सितंबर को हुई तैयारी बैठक और अब तक की गई व्यवस्थाओं का विस्तृत ब्योरा दिया, जिसके बाद विभिन्न विभागों और हितधारकों ने अपनी जिम्मेदारियों और योजनाओं पर चर्चा की।
आइजोल नगर निगम (एएमसी) ने निवासियों से थुआम्पुई-लाम्मुआल मार्ग के किनारे स्थित सभी दुकानें, निजी कार्यालय और रेहड़ी-पटरी की दुकानें बंद करने को कहा है। इसी मार्ग से प्रधानमंत्री गुजरेंगे।
एएमसी अधिकारियों ने बताया कि राज्य की राजधानी में सौंदर्यीकरण का काम चल रहा है।
अधिकारियों के अनुसार, प्रधानमंत्री के दौरे के मद्देनजर राज्य में, खासकर आइजोल में, व्यापक सुरक्षा उपाय और यातायात प्रबंधन लागू किया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से मोदी की यह दूसरी मिजोरम यात्रा होगी।
उन्होंने बताया कि मोदी अपनी यात्रा के दौरान बैराबी-सैरांग रेलवे लाइन का उद्घाटन करेंगे और तीन रेल सेवाओं- आइजोल-दिल्ली, आइजोल-कोलकाता और आइजोल-गुवाहाटी को हरी झंडी दिखाएंगे।
अधिकारियों ने बताया कि उनका आइजोल के लामुअल में एक जनसभा को संबोधित करने और दो शैक्षणिक संस्थानों का उद्घाटन करने के अलावा छह विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखने का भी कार्यक्रम है।
अधिकारियों के अनुसार, बैराबी-सैरांग रेलवे लाइन का उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री उसी दिन मणिपुर का भी दौरा कर सकते हैं।
मणिपुर में मई 2023 में जातीय हिंसा भड़कने के बाद उनकी वहां की यह पहली यात्रा होगी।
करीब 51.38 किलोमीटर लंबी बैराबी-सैरांग रेलवे लाइन परियोजना को क्रियान्वित करने वाले पूर्वोत्तर सीमांत (एनएफ) रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि इस परियोजना का निर्माण 2015 में शुरू हुआ था और इसकी लागत 8,213.72 करोड़ रुपये थी।
उन्होंने बताया कि इसमें 48 सुरंगें, 55 बड़े पुल और 87 छोटे पुल हैं।
सुरंगों की कुल लंबाई 12.8 किलोमीटर से अधिक है, जो रेलवे लाइन का 25 प्रतिशत है।
नयी रेलवे लाइन पहले आइजोल को असम के सिलचर शहर से और फिर देश के बाकी हिस्सों से जोड़ेगी, जिससे मिजोरम पहली बार भारत के रेल नेटवर्क के दायरे में आएगा।
एनएफ रेलवे के अधिकारियों के अनुसार, कनेक्टिविटी में सुधार के अलावा, नयी रेलवे लाइन यात्री और माल ढुलाई एवं सामाजिक-आर्थिक और पर्यटन विकास को बढ़ावा देगी, नये रोजगार पैदा करेगी और मिजोरम के लोगों की लंबे समय से चली आ रही आकांक्षा को पूरा करेगी।
भाषा सुरेश