बेटी को सुपुर्द-ए-खाक करते वक्त खुला चूहों के हमले का राज, अब भी सदमे में उसकी मां : पिता
नोमान
- 10 Sep 2025, 08:55 PM
- Updated: 08:55 PM
इंदौर (मध्यप्रदेश), 10 सितंबर (भाषा) इंदौर के शासकीय महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय (एमवायएच) की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में चूहों के हमले के बाद दम तोड़ने वाली दो नवजात बच्चियों में से एक बच्ची का परिवार बुधवार को जिला अधिकारियों के पास पहुंचा और अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया।
बच्ची के पिता ने यह आरोप भी लगाया कि उसकी बेटी की मौत के बाद एमवायएच प्रशासन ने उसके परिवार से यह बात छिपाई थी कि उसे चूहों ने काटा था।
अधिकारियों ने बताया कि 31 अगस्त और एक सितंबर की दरम्यानी रात एमवायएच के आईसीयू में चूहों ने अलग-अलग जन्मजात विकृतियों से जूझ रही दो नवजात बच्चियों पर हमला किया जिसके बाद उनकी मौत हो गई थी। इनमें से एक बच्ची का परिवार देवास जिले में रहता है, जबकि दूसरी बच्ची का परिवार धार जिले का निवासी है। देवास और धार, इंदौर के पड़ोसी जिले हैं।
घोर लापरवाही के आरोपों से घिरा एमवायएच प्रशासन लगातार दावा कर रहा है कि दोनों नवजात बच्चियों की मौत का चूहों के काटने से कोई लेना-देना नहीं है और उन्होंने अलग-अलग जन्मजात विकृतियों के कारण पहले से मौजूद गंभीर स्वास्थ्यगत परेशानियों से दम तोड़ा।
देवास जिले के रहने वाले किसान साजिद खान आदिवासी संगठन 'जय आदिवासी युवा शक्ति (जयस)' के कार्यकर्ताओं के साथ इंदौर के जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और प्रशासनिक अफसरों को आपबीती सुनाई।
खान ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया,‘‘मैंने अपनी नवजात बेटी को एमवायएच में बच्चों के आईसीयू में भर्ती कराया था। उसकी मौत के बाद जब हमें उसका शव सौंपा गया था, तो एमवायएच प्रशासन ने हमें बताया था कि खून में संक्रमण के चलते उसने दम तोड़ा। हमें उस वक्त यह नहीं बताया गया था कि उसे आईसीयू में चूहों ने काटा था। इसलिए हमने पोस्टमार्टम कराने से इनकार करते हुए उसका शव ले लिया था।’’
नवजात बच्ची की मौत के शोक में डूबे पिता ने बताया कहा कि बेटी को सुपुर्द-ए-खाक किए जाने से पहले की रस्मों के दौरान जब कफन हटाकर उसके शरीर पर बंधी पट्टियां खोली गईं, तो उसकी अंगुलियों और हथेली पर चूहों के काटे जाने से हुए घाव नजर आए।
खान ने बताया कि यह भयावह दृश्य देखकर बच्ची की मां की हालत रो-रोकर खराब हो गई।
उन्होंने कहा,‘‘मेरी पत्नी अब तक सदमे में है कि बेटी को एमवायएच के आईसीयू में चूहों ने कैसे काट लिया और चूहों के काटने के बाद उसकी जान बचाने के लिए उसे किसी और अस्पताल में भर्ती क्यों नहीं कराया जा सका? हम उसे एक ही जवाब दे रहे हैं कि हमें तो मालूम ही नहीं था कि उसे चूहों ने काटा है।’’
खान ने मांग की कि एमवायएच के जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि आइंदा किसी व्यक्ति की संतान को वह पीड़ा नहीं झेलनी पड़े जो उनकी नवजात बेटी ने झेली है।
इंदौर के जिलाधिकारी शिवम वर्मा ने खान और जयस कार्यकर्ताओं से मुलाकात के बाद कहा कि देवास के शोकसंतप्त परिवार को पांच लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान की जा रही है।
जिलाधिकारी ने कहा कि दोनों नवजात बच्चियों की मौत के मामले में प्रदेश सरकार संवेदनशील है और राज्यस्तरीय जांच दल की रिपोर्ट के आधार पर उचित कदम उठाए जाएंगे।
जयस के राष्ट्रीय अध्यक्ष लोकेश मुजाल्दा ने प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात के दौरान एमवायएच के अधीक्षक समेत शीर्ष अधिकारियों को निलंबित करके उनके खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज करने की मांग दोहराई।
भाषा हर्ष