मीनाक्षी ने विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाई
आनन्द मोना
- 13 Sep 2025, 06:34 PM
- Updated: 06:34 PM
लिवरपूल, 13 सितंबर (भाषा) भारतीय मुक्केबाज मीनाक्षी हुड्डा ने शनिवार को विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के 48 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल में मंगोलिया की लुत्सैखानी अल्टांटसेत्सेग को हराकर फाइनल में अपनी जगह पक्की की।
वह इस प्रतियोगिता के फाइनल में पहुंचने वाली तीसरी भारतीय मुक्केबाज है।
एशियाई चैंपियनशिप और विश्व कप में रजत पदक जीत चुकीं मीनाक्षी ने गैर ओलंपिक 48 किलोग्राम वर्ग के सेमीफाइनल में 2023 की विश्व चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता के खिलाफ 5-0 से शानदार जीत दर्ज की।
इस जीत के साथ 24 साल की मीनाक्षी ने राष्ट्रमंडल खेलों की कांस्य पदक विजेता जैस्मीन लंबोरिया (57 किग्रा) और हैवीवेट मुक्केबाज (80 किग्रा से अधिक) नूपुर श्योराण के साथ फाइनल में जगह बनाई। जैस्मीन और नूपुर ने अपनी-अपनी श्रेणियों में शानदार जीत दर्ज कर शुक्रवार रात को फाइनल का टिकट कटाया था।
प्रतियोगिता में पदक पक्का करने वालों में पूजा रानी (80 किग्रा) भी शामिल है। पूजा सेमीफाइनल मुकाबला खेलेंगी।
मीनाक्षी का इस प्रतियोगिता में ऐसा दबदबा रहा है कि उनकी हर जीत सर्वसम्मत फैसले से हुई है। पहले राउंड में बाई मिलने के बाद उन्होंने चीन की वांग किउपिंग और इंग्लैंड की एलिस पम्फ्रे को 5-0 के एक जैसे अंतर से हराया।
इस जीत के साथ उन्होंने हर अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में पदक जीतने का अपना शानदार सिलसिला जारी रखा है।
एशियाई चैंपियनशिप 2022 में 52 किलोग्राम भार वर्ग में मीनाक्षी पहले भी अल्टांटसेत्सेग को हरा चुकी थीं और ऐसे में वह आत्मविश्वास से भरी थीं।
रुड़की में एक ऑटो-रिक्शा चालक के घर जन्मी, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की इस कांस्टेबल ने अपने खेल में आक्रामक और धैर्य दोनों तरह के कौशल के शानदार मिश्रण का प्रदर्शन किया। उन्होंने अपनी पहुंच का बेहतरीन इस्तेमाल करते हुए खेल की गति को नियंत्रित किया।
मीनाक्षी ने पहले ही राउंड में जोरदार सीधे पंचों से अपनी पकड़ बना ली। इस दौरान उनकी एक जोरदार बैकहैंड से मंगोलिया की मुक्केबाज गिर गईं, जिससे रेफरी को गिनती शुरू कर उनके खड़े होने का इंतजार करना पड़ा।
अल्टांटसेत्सेग ने मुकाबले में वापसी के लिए बेतरतीब वार किए लेकिन मीनाक्षी ने अपना बचाव बनाए रखा और जवाबी प्रहार से उसे उलझाये रखा।
मीनाक्षी अपने बैकहैंड ने प्रतिद्वंद्वी के के रक्षण को बार बार भेदने में सफल रही और दबदबे के साथ तीनों चरण में जीत दर्ज की।
उनके सामने अब फाइनल में कजाखिस्तान की नाजिम किज़ायबे की चुनौती होगी। इससे पहले जून-जुलाई में अस्ताना में हुए विश्व कप फाइनल में दोनों मुक्केबाजों की भिड़ंत में कजाखिस्तान की मुक्केबाज ने जीत हासिल की थी।
भाषा आनन्द