नीतीश कटारा हत्याकांड के दोषी विकास यादव की शादी की तारीख सत्यापित करने का आदेश
पारुल अविनाश
- 19 Sep 2025, 07:20 PM
- Updated: 07:20 PM
नयी दिल्ली, 19 सितंबर (भाषा) दिल्ली उच्च न्यायालय ने पुलिस को नीतीश कटारा हत्याकांड के दोषी विकास यादव की शादी की तारीख सत्यापित करने का शुक्रवार को आदेश दिया।
अदालत ने यह आदेश कटारा की मां नीलम की उस याचिका पर सुनवाई के दौरान पारित किया, जिसमें यादव पर अपनी शादी की तारीख के बारे में झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए उसके खिलाफ झूठी गवाही देने के लिए कार्यवाही शुरू करने का आग्रह किया गया है।
याचिका में नीलम ने कहा है कि यादव ने जुलाई में शादी की थी, न कि पांच सितंबर को, जैसा कि उसने दावा किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि यादव ने जमानत अवधि बढ़वाने के लिए अदालत में झूठे सबूत पेश किए हैं।
न्यायमूर्ति रविंदर डुडेजा ने यादव से जवाब तलब किया, जो कटारा की हत्या के मामले में बिना किसी छूट के 25 साल की जेल की सजा काट रहा है।
उन्होंने दिल्ली पुलिस को नीलम की ओर से दायर याचिका की विषय-वस्तु और उनकी तरफ से रिकॉर्ड में पेश की गई तस्वीरों का सत्यापन करने तथा वस्तुस्थिति रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया।
मामले की अगली सुनवाई नौ दिसंबर के लिए निर्धारित की गई।
नीलम की ओर से पेश अधिवक्ता वृंदा भंडारी ने दावा किया कि यादव ने झूठी और मनगढ़ंत जानकारी साझा की है। उन्होंने यह साबित करने के लिए दो तस्वीरें पेश कीं कि यादव की शादी वास्तव में जुलाई में नोएडा सेक्टर-74 स्थित ‘द ऑरा’ में हुई थी।
हालांकि, यादव के वकील ने कहा कि जुलाई की तस्वीरें उनके मुवक्किल की सगाई समारोह की थीं और उच्चतम न्यायालय को भी इस बारे में सूचित किया गया था।
उच्च न्यायालय ने नौ सितंबर को यादव की अंतरिम जमानत की अवधि बढ़ाने के अनुरोध वाली याचिका खारिज कर दी थी।
यादव अपनी बीमार मां की देखभाल के लिए शीर्ष अदालत की ओर से दी गई अंतरिम जमानत पर जेल से बाहर था। उसने इस आधार पर अंतरिम जमानत की अवधि बढ़ाने का अनुरोध किया था कि उसने हाल ही में शादी की है।
नीलम ने अपनी याचिका में यादव के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 227 (झूठे साक्ष्य देना), 231 (झूठे साक्ष्य देना या बनाना), 234 और 235 (झूठा प्रमाण पत्र पेश करना) के तहत कार्रवाई का अनुरोध किया है।
विकास यादव उत्तर प्रदेश के बाहुबली नेता और पूर्व सांसद डीपी यादव का बेटा है। उसके रिश्ते के भाई विशाल यादव को भी कटारा के अपहरण और हत्या के मामले में दोषी ठहराते हुए सजा सुनाई गई थी।
दोनों विकास की बहन भारती यादव और कटारा के बीच कथित संबंधों के खिलाफ थे, क्योंकि वे अलग-अलग जाति से ताल्लुक रखते थे।
भाषा पारुल