गायक जुबिन गर्ग का पार्थिव शरीर घर ले जाया जा रहा, अंतिम दर्शन के लिए सड़कों पर उमड़े हजारों लोग
शोभना नेत्रपाल
- 21 Sep 2025, 11:18 AM
- Updated: 11:18 AM
(तस्वीरों सहित)
गुवाहाटी, 21 सितंबर (भाषा) असम के लोकप्रिय गायक जुबिन गर्ग का पार्थिव शरीर रविवार सुबह गुवाहाटी हवाई अड्डे से काहिलीपाड़ा स्थित उनके घर के लिए ले जाया जा रहा है और इस दौरान हजारों की संख्या में लोग अपने पसंदीदा कलाकार के अंतिम दर्शन के लिए सड़कों पर उमड़े हैं।
पार्थिव शरीर को लेकर जब काफिला गुजरा तो माहौल एकदम गमगीन हो गया और सड़क किनारे खड़े लोगों ने एंबुलेंस पर फूल बरसाए।
इस काफिले को लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से काहिलीपाड़ा स्थित आवास तक 25 किलोमीटर की दूरी तय करने में कई घंटे लग सकते हैं।
जैसे ही उनका पार्थिव शरीर लेकर दिल्ली से विमान उतरा, सबसे पहले ताबूत को विमान के सामान वाले हिस्से से बाहर निकाला गया और रनवे के पास रखा गया, जहां उनकी पत्नी गरिमा सैकिया गर्ग ने पुष्पांजलि अर्पित की और ताबूत पर असमिया ‘गमोसा’ रखा।
जुबिन की पत्नी अपने पति का ताबूत देकर भावुक हो गईं और ताबूत से लिपटकर रोने लगीं।
बाद में ताबूत को फूलों से सजी एंबुलेंस में रखा गया और वहां मौजूद लोग, हवाई अड्डे के कर्मचारी तथा उसी उड़ान से आए यात्री यह मंजर देखकर अपने आंसू नहीं रोक सके।
गरिमा अपने पति के पार्थिव शरीर के साथ एंबुलेंस में बैठीं और यह वाहन वीआईपी निकास द्वार से हवाई अड्डे से बाहर निकल गया।
गर्ग की पत्नी गरिमा सैकिया गर्ग के अलावा वरिष्ठ अधिकारी पार्थिव शरीर लेने के लिए हवाई अड्डे पर मौजूद थे।
पार्थिव शरीर को हवाई अड्डे से बाहर ले जाए जाते वक्त हजारों प्रशंसक उनके गाने गाते और ‘जय जुबिन दा’ के नारे लगाते सुने गए। प्रशंसकों ने हाथों में तख्तियां ली हुई थीं जिन पर लिखा था ‘जुबिन दा, इतनी जल्दी छोड़कर क्यों चले गए’। कुछ लोग गायक के ‘कट-आउट’ और पारंपरिक असमिया ‘गमोसा’ लिए हुए थे जिस पर ‘जेड जी (जुबिन गर्ग) फॉरएवर’ लिखा था।
असम के पुलिस महानिदेशक हरमीत सिंह और गुवाहाटी के पुलिस आयुक्त पार्थसारथी महंत एंबुलेंस के आगे-आगे चलते हुए वाहन के लिए रास्ता बनाते देखे गए।
जुबिन का पसंदीदा वाहन था उनकी एक जीप और उसी में वह अक्सर कार्यक्रम स्थलों पर जाते थे। यह जीप भी गर्ग के एंबुलेंस काफिले का हिस्सा थी और उसमें गर्ग की विशाल तस्वीर लगाई गई थी। जीप पर संगीतकारों की टीम भी मौजूद थी।
गर्ग के 40 भाषाओं और बोलियों में गाए 38,000 से ज़्यादा गीतों ने तीन दशकों तक लोगों को मंत्रमुग्ध किया।
अपने पसंदीदा गायक को अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए राज्य भर से लोग गुवाहाटी पहुंच रहे हैं। कल रात से ही लोग अर्जुन भोगेश्वर बरुआ स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के बाहर इकट्ठा होने लगे, जहां गर्ग का पार्थिव शरीर रखा जाएगा ताकि जनता उन्हें श्रद्धांजलि दे सके।
पार्थिव शरीर सबसे पहले काहिलीपाड़ा स्थित उनके आवास पर ले जाया जाएगा और लगभग डेढ़ घंटे तक रखा जाएगा जहां उनके 85 वर्षीय बुजुर्ग पिता तथा परिवार के अन्य सदस्य उनके अंतिम दर्शन करेंगे।
मीडियाकर्मियों सहित अन्य लोगों को उनके आवास की ओर जाने वाली सड़क पर प्रवेश करने से रोक दिया गया है, क्योंकि परिवार के सदस्यों ने गर्ग के साथ आखिरी बार कुछ पल एकांत में बिताने का अनुरोध किया है।
पार्थिव शरीर को इसके बाद अर्जुन भोगेश्वर बरुआ स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स ले जाया जाएगा और वहां शाम सात बजे तक रखा जाएगा, ताकि लोग अपने चहेते कलाकार को अंतिम श्रद्धांजलि दे सकें।
अंतिम संस्कार के बारे में अभी कोई जानकारी सामने नहीं आई है, अंतिम संस्कार स्थल पर फैसला लेने के लिए असम मंत्रिमंडल की रविवार शाम को बैठक होगी।
इससे पहले, असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि गायक के पार्थिव शरीर को चार्टर्ड विमान में नहीं लाया जा सका और इसे नियमित उड़ान से दिल्ली से गुवाहाटी लाया गया। गर्ग के पार्थिव शरीर को लेकर विमान सुबह साढ़े चार बजे नयी दिल्ली से रवाना हुआ और सुबह सात बजे गुवाहाटी पहुंचा।
पार्थिव शरीर शनिवार आधी रात के आसपास सिंगापुर से नयी दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे लाया गया। गर्ग का एक दिन पहले समुद्र में तैरते समय निधन हो गया था।
मुख्यमंत्री शर्मा ने हवाई अड्डे पर गर्ग का पार्थिव शरीर प्राप्त किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
भाषा शोभना