क्या भारत-पाक युद्धविराम पर ट्रंप के दावों और एच1बी वीजा धारकों की चिंताओं पर बोलेंगे मोदी: कांग्रेस
जितेंद्र दिलीप
- 21 Sep 2025, 03:39 PM
- Updated: 03:39 PM
नयी दिल्ली, 21 सितंबर (भाषा) कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन से पहले रविवार को पूछा कि क्या वह अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत-पाकिस्तान ‘युद्धविराम’ के दावों और एच1बी वीजा धारक लाखों भारतीयों की चिंताओं पर बात करेंगे या फिर नयी जीएसटी दरों के बारे में पहले से ज्ञात बातें दोहराएंगे।
प्रधानमंत्री मोदी रविवार शाम पांच बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने यह जानकारी दी, लेकिन मोदी के संबोधन के विषय के बारे में कोई संकेत नहीं दिया।
प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन नवरात्र की पूर्व संध्या पर होगा। 22 सितंबर से संशोधित जीएसटी दरें लागू होंगी और कई उत्पादों की कीमतों में कमी आने वाली है। कांग्रेस महासचिव (संचार प्रभारी) जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “प्रधानमंत्री राष्ट्र को संबोधित करने की तैयारी कर रहे हैं, वहीं वाशिंगटन डीसी में उनके अच्छे दोस्त ने एक बार फिर उनकी सुर्खियां छीन ली हैं और 42वीं बार दावा किया कि उन्होंने अमेरिका के साथ बढ़ते व्यापार का फायदा उठाकर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को रोक दिया।”
रमेश ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने ये दावे न केवल अमेरिका में बल्कि सऊदी अरब, कतर और ब्रिटेन में भी किए हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा, “क्या प्रधानमंत्री इन दावों पर बात करेंगे और भारत-अमेरिका के लगातार बिगड़ते रिश्तों पर बोलेंगे? क्या वे लाखों भारतीय एच1बी वीजा धारकों की चिंताओं का समाधान करेंगे? क्या वह उन करोड़ों किसानों और मजदूरों को कोई भरोसा देंगे, जिनकी आजीविका उनके मित्र द्वारा लगाए गए टैरिफ की वजह से खतरे में है? या फिर वह नई जीएसटी दरों के बारे में वही दोहराएंगे, जो हम सभी जानते हैं-जिन्हें हताशा में तैयार किया गया था और जो कल से लागू हो रही हैं।”
अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने एच1बी गैर-आप्रवासी वीजा वार्षिक शुल्क में भारी वृद्धि कर उसे 1,00,000 अमेरिकी डॉलर करने का आदेश दिया, जिसे कुशल भारतीय पेशेवरों पर भारी असर डालने वाले एक कदम के रूप में देखा जा रहा है।
ट्रम्प प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि एच1बी वीजा के लिए 100,000 डॉलर का नया शुल्क केवल एक बार का भुगतान है, जो केवल नये आवेदनों पर लागू होगा और मौजूदा वीजा धारकों पर नहीं लागू होगा।
भाषा जितेंद्र