काजीरंगा विश्वविद्यालय में नगालैंड के छात्र सुरक्षित: मंत्री
प्रशांत नरेश
- 21 Sep 2025, 09:40 PM
- Updated: 09:40 PM
कोहिमा, 21 सितंबर (भाषा) नगालैंड के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री तेम्जेन इम्ना अलोंग ने रविवार को कहा कि असम के जोरहाट स्थित काजीरंगा विश्वविद्यालय में पढ़ रहे राज्य के छात्र सुरक्षित हैं।
मंत्री का यह बयान दिवंगत असमिया गायक जुबिन गर्ग के बारे में एक नगा छात्र द्वारा की गई टिप्पणी से उत्पन्न हुए तनाव के बाद आया है।
अलोंग ने संवाददाताओं को बताया कि यह घटनाक्रम शनिवार रात करीब साढ़े आठ बजे शुरू हुआ और देर रात दो बजे तक जारी रहा। यह तनाव बी.टेक के एक छात्र की टिप्पणी से स्थानीय भावनाएं आहत होने के बाद पैदा हुआ।
उन्होंने कहा कि छात्र को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है, जबकि विश्वविद्यालय में नामांकित 300-400 से अधिक नगा छात्र सुरक्षित हैं।
इस बीच, काजीरंगा विश्वविद्यालय तनाव के विवाद के केंद्र में रहे नगा छात्र ने रविवार को सार्वजनिक रूप से माफी मांगी है।
अपने बयान में, छात्र लिसेरी एस. संगतम ने कहा, “मैं अपने कार्यों और आचरण के लिए क्षमाप्रार्थी हूं जिससे असम के नागरिकों की भावनाओं को ठेस पहुंची। दिवंगत प्रिय गायक जुबिन गर्ग का अनादर करने का मेरा कोई इरादा नहीं था। हालांकि, मैं असम के सभी समुदायों से क्षमा चाहता हूं।”
छात्र ने कहा, “दिवंगत जुबिन गर्ग दा और उनके प्रशंसकों से क्षमा याचना करते हुए, भविष्य में ऐसी हरकतें दोबारा नहीं दोहराई जाएंगी।”
संगतम ने कहा कि वह असम के लोगों और उन सभी समुदायों से क्षमा मांगते हैं जिन्हें ठेस पहुंची है।
मंत्री ने त्वरित हस्तक्षेप और नगालैंड अधिकारियों के साथ समन्वय के लिए असम सरकार, पुलिस और काजीरंगा विश्वविद्यालय प्रबंधन के प्रति आभार व्यक्त किया।
मंत्री ने कहा, “स्थिति अब सामान्य है। भीड़ के गुस्से में बेकाबू हो जाने के अलावा कोई बड़ी चोट या अप्रिय घटना नहीं हुई।”
अलोंग ने माना कि गर्ग की मौत पर व्यापक शोक को देखते हुए छात्र की टिप्पणी अनुचित थी, और उन्होंने असम तथा अपने देश में नगा लोगों से सोशल मीडिया पर संयम बरतने की अपील की।
उन्होंने कहा, “जब हमारा अपना कोई लड़का ऐसी गलती करता है, चाहे वो जानबूझकर हो या अनजाने में, तो सबसे पहले तो गुस्से में या खुशी में ऐसा बयान नहीं देना चाहिए। ये बिल्कुल गलत है। क्योंकि हम भी समझते हैं, दिवंगत जुबिन गर्ग जी असम के लोगों के दिल के बहुत करीब हैं और बिना संवेदनशीलता के बोले गए ऐसे विचार गलत हैं।”
छात्र या वहां पढ़ रहे अन्य नगा छात्रों के खिलाफ संभावित अनुशासनात्मक कार्रवाई के बारे में मंत्री ने मामले को संवेदनशील बताया, लेकिन उम्मीद जताई कि काजीरंगा विश्वविद्यालय कोई कठोर कदम नहीं उठाएगा।
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