दिल्ली के व्यापारियों ने जीएसटी दरों में कटौती का स्वागत किया, रिफंड पर चिंता जताई
राजेश राजेश अजय
- 22 Sep 2025, 05:14 PM
- Updated: 05:14 PM
नयी दिल्ली, 22 सितंबर (भाषा) दिल्ली के व्यापारियों ने सोमवार को नई जीएसटी दरों का स्वागत करते हुए कहा कि यह उपभोक्ताओं के लिए त्योहारों पर राहत है। हालांकि, कुछ व्यापारिक संगठनों ने रिफंड और कार्यान्वयन को लेकर चिंता जताई है।
उपभोक्ताओं को बड़ी राहत देते हुए, केंद्र और राज्यों की जीएसटी परिषद ने 22 सितंबर, यानी नवरात्रि के पहले दिन से लगभग 375 वस्तुओं और सेवाओं पर कर की दरें कम करने का फैसला किया।
कई आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं पर जीएसटी की दर घटाकर पांच प्रतिशत या शून्य कर दी गई है। जीवन रक्षक दवाएं अब कर-मुक्त हैं, जबकि अन्य दवाओं पर केवल पांच प्रतिशत कर लगेगा। किसानों के लिए भी जीएसटी घटाकर पांच प्रतिशत या शून्य कर दिया गया है। जिन शैक्षणिक सामग्रियों पर पहले 12 प्रतिशत जीएसटी लगता था, उन्हें भी छूट दी गई है।
नई दिल्ली व्यापारी संघ (एनडीटीए) के महासचिव अमित गुप्ता ने कहा कि इस कदम से व्यापारियों और उपभोक्ताओं दोनों को राहत मिली है।
उन्होंने कहा, ‘‘डिशवॉशर जैसी चीज़ें, जो कभी कई मध्यमवर्गीय उपभोक्ताओं के लिए विलासिता की वस्तु थीं, अब सस्ती हो गई हैं। हम बेहद खुश हैं। हम अधिकारियों से भी संपर्क कर रहे हैं और एक बार तारीख तय हो जाने पर, हम अधिकारियों के साथ मिलकर अपने व्यापारियों के लिए एक कार्यशाला शुरू करेंगे।’’
खान मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष संजीव मेहरा ने इन सुधारों को एक सकारात्मक कदम बताया, लेकिन ‘‘कार्यान्वयन संबंधी कई प्रश्नों’’ की ओर भी इशारा किया, जिनका अब भी स्पष्टीकरण आवश्यक है। ‘‘एक बार हमारे प्रश्नों का समाधान हो जाने के बाद, हम निश्चित रूप से अपने व्यापारियों को शिक्षित करेंगे।’’
इसी तरह, बंगाली मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश रतन ने कहा कि उनके सदस्य इन बदलावों से ‘‘उत्साहित’’ हैं और उन्होंने पहले ही जागरूकता बैठकें आयोजित कर ली हैं।
इसके अतिरिक्त, फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेड्स एसोसिएशन ने एक बयान में कर राहत को एक ऐसा कदम बताया जो व्यापार को बढ़ावा देगा और आम आदमी की क्रय शक्ति में वृद्धि करेगा। हालांकि, इसके अध्यक्ष राकेश कुमार यादव ने रिफंड व्यवस्था को लेकर चिंता जताई।
उन्होंने एक सरल और अधिक पारदर्शी रिफंड प्रक्रिया की मांग करते हुए कहा, ‘‘अगर आपने पहले 18 प्रतिशत जीएसटी का भुगतान किया है और अब यह दर घटाकर पांच प्रतिशत कर दी गई है, तो आपको 13 प्रतिशत रिफंड नहीं मिलेगा, बल्कि राशि समायोजित की जाएगी। यह हमारे व्यापारियों के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा है क्योंकि इससे हमारी पूंजी प्रभावित हो सकती है।’’
त्रिनगर के तोताराम मार्केट में व्यापारियों के साथ बातचीत के दौरान, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘लोगों को एक तोहफा’ दिया है, और कहा कि ‘‘व्यापारियों के लिए दिवाली जल्दी आ गई है।’’
उन्होंने नागरिकों से देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए स्वदेशी सामान खरीदने का आग्रह किया।
गुटखा, तंबाकू और तंबाकू उत्पादों तथा सिगरेट को छोड़कर, सभी उत्पादों पर नई दरें 22 सितंबर, यानी नवरात्रि के पहले दिन से लागू होंगी।
भाषा राजेश राजेश