टोरेंट समूह के यूएनएम फाउंडेशन का तालाबों के संरक्षण के लिए स्थानीय निकायों के साथ करार
रमण अजय
- 23 Sep 2025, 07:11 PM
- Updated: 07:11 PM
अहमदाबाद, 23 सितंबर (भाषा) टोरेंट समूह के परमार्थ संस्थान यूएनएम फाउंडेशन ने अपनी ‘प्रतीति’ पहल के अंतर्गत अहमदाबाद और गांधीनगर जिलों में 69 तालाबों के संरक्षण के लिए स्थानीय निकायों के साथ समझौते किए हैं। टोरेंट समूह ने मंगलवार को एक बयान में यह जानकारी दी।
समझौते का उद्देश्य शहर के प्रमुख तालाबों को संरक्षित कर उसे पुनर्जीवित करना और उसे बनाए रखना, जैव विविधता में सुधार करना और पर्यावरण संरक्षण में सामुदायिक भागीदारी को बढ़ाना है।
बयान के अनुसार, यूएनएम फाउंडेशन ने अहमदाबाद और गांधीनगर में लगभग 20,29,036 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैले इन तालाबों के संरक्षण के लिए छह स्थानीय निकायों के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
इन स्थानीय निकायों में अहमदाबाद नगर निगम (एएमसी), गांधीनगर नगर निगम (जीएमसी), अहमदाबाद जिला पंचायत, गांधीनगर जिला पंचायत, कलोल नगर पालिका और मानसा नगर पालिका शामिल हैं।
गांधीनगर के महात्मा मंदिर में चल रहे स्टार्टअप सम्मेलन - 2025 के दौरान टोरेंट समूह के निदेशक जिनल मेहता ने अहमदाबाद शहर की महापौर प्रतिभाबेन जैन के साथ समझौता ज्ञापनों का आदान- प्रदान किया।
इस मौके पर केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के अलावा गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल समेत अन्य मंत्री मौजूद थे।
इस बारे में यूएनएम फाउंडेशन की वाइस चेयरपर्सन सपना मेहता ने कहा, ‘‘यह पारिस्थितिकी तंत्रों को पुनर्जीवित करने की दिशा में हमारी सामूहिक यात्रा का एक महत्वपूर्ण क्षण है और पारिस्थितिकी संरक्षण को आगे बढ़ाने की हमारी ‘प्रतीति’ पहल के तहत मील का पत्थर है। यह हमारे समुदायों को बनाए रखने वाली प्राकृतिक संपत्तियों को पुनर्स्थापित, संरक्षित और सम्मानित करने की हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।’’
बयान के अनुसार, यूएनएम फाउंडेशन की ‘प्रतीति’ पहल, पर्यावरण की दृष्टि से स्थायी सार्वजनिक पार्कों और तालाबों के विकास और रखरखाव के लिए देश में सबसे बड़ी निजी पहल है।
संस्थान ने कहा कि अब तक, अहमदाबाद, गांधीनगर, सूरत और दमन शहरों में 13 सार्वजनिक उद्यानों और दो तालाबों के साथ लगभग 50 हेक्टेयर (लगभग पांच लाख वर्ग मीटर) विश्व स्तरीय हरित क्षेत्र विकसित किए जा चुके हैं।
यूएनएम फाउंडेशन के अनुसार, आने वाले समय में ‘प्रतीति’ पहल को महाराष्ट्र तक विस्तारित करने की योजना पर काम जारी है।
भाषा रमण