तेलंगाना में बारिश: वारंगल और हनमकोंडा जिलों में 2,000 लोगों को आश्रय गृहों में पहुंचाया गया
तान्या मनीषा
- 30 Oct 2025, 05:23 PM
- Updated: 05:23 PM
हैदराबाद, 30 अक्टूबर (भाषा) वारंगल और हनमकोंडा जिलों में भारी बारिश के बाद लगभग 2,000 लोगों को आश्रय गृहों में स्थानांतरित किया गया। यह जानकारी अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को दी।
29 अक्टूबर को चक्रवाती तूफान 'मोंथा' के प्रभाव के कारण राज्य के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश हुई। भारी बारिश के कारण कई इलाकों में पानी भर गया और वारंगल, हनमकोंडा और काजिपेट की सड़कों पर जलभराव हुआ, जिससे सामान्य जीवन प्रभावित हुआ।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने बृहस्पतिवार को अधिकारियों को वारंगल के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य तेज करने का निर्देश दिया। उन्होंने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को एसडीआरएफ टीमों और आवश्यक नावों को भेजने के लिए कहा।
ग्रेटर वारंगल नगर निगम ने कहा कि आपदा प्रतिक्रिया बल के कर्मचारियों ने निचले क्षेत्रों से लोगों को बाढ़ राहत शिविर में स्थानांतरित किया। ग्रेटर वारंगल नगर निगम ने 'एक्स' पर पोस्ट में कहा, “वारंगल में नौ और हनमकोंडा में चार जगहों पर बाढ़ राहत शिविर की व्यवस्था की गई। ग्रेटर वारंगल नगर निगम के सफाई कर्मियों और आपदा प्रतिक्रिया बल ने लगभग 2000 लोगों को तेजी से बाढ़ राहत शिविर में स्थानांतरित किया।”
कुछ निवासियों ने कहा कि उनके घरों में पानी भर गया और उन्होंने अधिकारियों से नालों के चारों ओर दीवार निर्माण सहित तत्काल उपाय करने का अनुरोध किया। टीवी पर दिखाई गई तस्वीरों में कुछ कारें कॉलोनियों में भरे पानी में खड़ी नजर आईं।
बुधवार को हुई भारी बारिश के कारण वारंगल, हनमकोंडा, महबूबाबाद, करीमनगर, खम्मम, भद्राद्री कोठागुडेम, नलगोंडा और सिद्धिपेट जिलों में सड़कों पर जलभराव और निचले क्षेत्रों में पानी भर गया। अधिकारियों ने बताया कि सूर्यापेट और खम्मम जिलों में अलग-अलग बारिश से संबंधित घटनाओं में एक व्यक्ति की मौत हुई और एक व्यक्ति लापता बताया गया।
मुख्यमंत्री ने चक्रवात प्रभावित जिलों के कलेक्टरों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वीडियो-कॉन्फ्रेंस में कहा कि हैदराबाद आपदा प्रतिक्रिया एवं परिसंपत्ति सुरक्षा एजेंसी और उपकरण राहत कार्य के लिए तैनात किए जाएं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया जाए और जो परिवार घर की छत पर फंसे हैं, उन्हें ड्रोन के माध्यम से पानी और भोजन प्रदान किया जाए।
इस बीच, खम्मम शहर के खानापुरम हवेली और धम्सालापुरम कॉलोनियों के लोग पुनर्वास केंद्रों में स्थानांतरित किए गए क्योंकि मुन्नेरू नदी का जलस्तर बढ़ गया। पुलिस ने खम्मम-बोनाकाल रोड पर जलभराव के कारण वाहनों की आवाजाही रोक दी।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बृहस्पतिवार को कहा कि 31 अक्टूबर की सुबह 8:30 बजे तक तेलंगाना के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश या बादलों की गरज के साथ बारिश की संभावना है।
विभाग ने चेतावनी दी कि अदिलाबाद, कोमरमभीम आसिफाबाद, मंछेरियाल, निर्मल, निजामाबाद, जगतियाल, राजन्ना सिरसिला, करीमनगर, पेड्डापल्ली, जयशंकर भूपालपल्ली और मुलुगु जिलों में अलग-अलग स्थानों पर गर्जन, बिजली और तेज हवा 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की संभावना है।
भाषा तान्या