राहुल गांधी ने छठी मैया का अपमान किया : अमित शाह
राजकुमार अविनाश
- 30 Oct 2025, 08:41 PM
- Updated: 08:41 PM
(तस्वीर के साथ)
पटना/नालंदा/लखीसराय/मुंगेर (बिहार), 30 अक्टूबर (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बृहस्पतिवार को राहुल गांधी पर तीखा हमला करते हुए कांग्रेस नेता पर आरोप लगाया कि उन्होंने छठ पूजा त्योहार को बदनाम किया है।
बिहार में एक के बाद एक कई चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शाह ने दावा किया कि राज्य के लोग छठी मैया के अपमान का बदला लेंगे और ‘इंडिया’ गठबंधन का सफाया हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि कुछ महीने पहले राज्य में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कथित रूप से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मां को गालियां दी थी।
शाह ने आरोप लगाया, ‘‘राहुल बाबा ने कहा है कि मोदी और छठी मैया की पूजा करने वाले अन्य लोग नाटक कर रहे हैं। उनका ननिहाल इटली में है, इसलिए वह भारतीय संवेदनाओं का सम्मान करने में असमर्थ हैं।’’
कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए शाह ने लोगों से ईवीएम पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के चुनाव चिह्न वाले बटन को इतनी जोर से दबाने का आह्वान किया कि उसके झटके ‘‘इटली तक महसूस किए जाएं।’’
शाह ने कांग्रेस और उसके सहयोगियों पर अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में ‘70 वर्षों तक रोड़ा’ अटकाने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस मंदिर के निर्माण के लिए ‘मुगलों के समय से पांच शताब्दियों तक एवं ब्रिटिश काल में भी संघर्ष चला था।’
उन्होंने नालंदा में एक आधुनिक विश्वविद्यालय विकसित करने के लिए मोदी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि ‘बख्तियार खिलजी जैसा कोई भी लुटेरा अब इसे नष्ट नहीं कर पाएगा।’
उन्होंने यह भी कहा कि बिहार के सीतामढ़ी जिले में देवी सीता के जन्मस्थान पुनौरा धाम को 850 करोड़ रुपये की लागत से नया रूप देने का काम चल रहा है ।
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा, ‘‘दो साल में आप प्रधानमंत्री मोदी को इसकी प्राण-प्रतिष्ठा करते हुए देखेंगे।’’
शाह ने नालंदा में अपनी रैली की शुरुआत गुरु-शिष्य चाणक्य और चंद्रगुप्त की जोड़ी की याद करते हुए की, जिन्हें मौर्य साम्राज्य की स्थापना का श्रेय है। यह संभवतः प्राचीन भारत का सबसे शक्तिशाली साम्राज्य था।
गृह मंत्री ने दावा किया कि लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के मुख्यमंत्री रहने के दौरान बिहार में ‘जंगल राज’ था।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘1992 से 2004 तक लालू-राबड़ी शासन के दौरान बिहार में 32,000 से अधिक अपहरण और 12 बड़े नरसंहार हुए... नीतीश कुमार ने ‘जंगल राज’ को समाप्त कर दिया... लेकिन राजद एक नए चेहरे के साथ राज्य में ‘जंगल राज’ को वापस लाने की कोशिश कर रहा है।’’
उन्होंने ‘इंडिया’ गठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव के इस दावे को भी खारिज कर दिया कि सत्ता में लौटने पर राजग कल्याणकारी योजनाओं के तहत बिहार की महिलाओं के खातों में डाली गई धनराशि ‘ब्याज के साथ’ वसूल लेगा।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, ‘‘कोई भी उस पैसे को वापस लेने की हिम्मत नहीं कर सकता। राजद नेताओं को ऐसा बयान बंद करना चाहिए।’’
शाह ने नीतीश कुमार सरकार और राजद राज की तुलना करते हुए कहा कि जहां कुमार के 20 साल के शासन में ‘एक भी नरसंहार नहीं हुआ’, वहीं राजद के सत्ता में रहने के दौरान नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में ‘38 नरसंहार’ हुए थे।
गृह मंत्री ने दावा किया कि जब से जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने राज्य में राजग सरकार बनाई है, तब से ‘हत्याओं में 20 प्रतिशत की कमी आई है, जबकि डकैती और अपहरण में 80 प्रतिशत की कमी आई है।’
उन्होंने दावा किया, ‘‘हम बिहार के युवाओं को 2036 में भारत में होने वाले ओलंपिक में पदक जीतने के लिए तैयार कर रहे हैं।’’
शाह ने आरोप लगाया कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार ने 10 साल के शासन के दौरान 12 लाख करोड़ रुपये के घोटाले किए जबकि मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भ्रष्टाचार के लिए कोई भी उंगली नहीं उठा सकता।
उन्होंने कहा, ‘‘लालू प्रसाद चारा, जमीन के बदले नौकरी, तारकोल और बाढ़ राहत घोटालों में शामिल थे... जबकि नीतीश कुमार के शासन में बिहार विकास के पथ पर आगे बढ़ा और केंद्र ने कृषि उपज के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में बढ़ोतरी की एवं बुनियादी ढांचे को मजबूत किया।’’
उन्होंने ‘‘देश को सुरक्षित बनाने’’ के लिए मोदी सरकार की प्रशंसा की तथा ‘सर्जिकल स्ट्राइक’, बालाकोट हवाई हमले और ऑपरेशन सिंदूर का हवाला दिया, जो पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवादी हमलों के जवाब में शुरू किए गए थे। उन्होंने इसकी तुलना ‘संप्रग शासन के दौरान आतंकवादियों द्वारा की गई तबाही" के साथ की।
शाह ने कहा, ‘‘हम बिहार से उन घुसपैठियों को भी बाहर निकालेंगे जो गरीब लोगों का अनाज और रोजगार हड़प लेते हैं और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में लिप्त हैं।’’
उन्होंने घोषणा की कि बिहार के पहले मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह के नाम पर अगले दो साल में लखीसराय में एक मेडिकल कॉलेज स्थापित किया जाएगा।
शाह ने जिन राजग उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया, उनमें लखीसराय से भाजपा उम्मीदवार और उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा तथा मुंगेर के तारापुर से भाजपा प्रत्याशी व उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी शामिल हैं।
पूर्व भाजपा अध्यक्ष ने लोगों से उपमुख्यमंत्रियों के लिए वोट देने का आग्रह किया और रहस्यमयी टिप्पणी की कि वे ‘बड़े आदमी’ बनने की राह पर हैं।
चौधरी के बारे में शाह के बयान पर कांग्रेस ने प्रतिक्रिया व्यक्त की।
कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने ‘एक्स’ पर यह खबर साझा करते हुए लिखा, ‘‘सिर्फ़ मुख्यमंत्री ही उप-मुख्यमंत्री से बड़ा होता है। उम्मीद है नीतीश कुमार सुन रहे होंगे।’’
शाह ने कहा कि राजग शासन के तहत केंद्र ने बिहार में सड़क, रेलवे, एक्सप्रेसवे परियोजनाओं पर 18 लाख करोड़ रुपये खर्च किए हैं वहीं मखाना बोर्ड भी स्थापित किया गया है।
उन्होंने कहा कि केंद्र ने बरौनी उर्वरक संयंत्र के पुनरुद्धार पर 9,500 करोड़ रुपये एवं मुंगेर में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर 900 करोड़ रुपये खर्च किए हैं और क्षेत्र के कतरनी चावल को जीआई (भौगोलिक संकेतक) टैग दिया है।
भाषा राजकुमार