ऑपरेशन महादेव में शामिल अधिकारियों सहित 1,466 पुलिस कर्मियों को 'केंद्रीय गृह मंत्री दक्षता पदक'
सुमित माधव
- 31 Oct 2025, 04:53 PM
- Updated: 04:53 PM
नयी दिल्ली, 31 अक्टूबर (भाषा) पहलगाम हमले में शामिल आतंकवादियों को मार गिराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले जम्मू-कश्मीर पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 40 कर्मियों सहित देशभर के 1,466 पुलिस कर्मियों को वर्ष 2025 के लिए ‘केंद्रीय गृहमंत्री दक्षता पदक’ से सम्मानित किया जाएगा।
महानिरीक्षक (कश्मीर रेंज) वी के बिरदी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (श्रीनगर) जी वी संदीप चक्रवर्ती जम्मू-कश्मीर के उन 19 अधिकारियों में शामिल हैं जिन्हें ‘ऑपरेशन महादेव’ के लिए पदक से सम्मानित किया जाएगा, जिसमें दुस्साहसिक पहलगाम हमले को अंजाम देने वाले आतंकवादियों को मार गिराया गया था।
सुलेमान उर्फ आसिफ को सुरक्षा बलों द्वारा एक अचानक की गयी कार्रवाई के दौरान मार गिराया गया। इस अभियान का कूट नाम 'ऑपरेशन महादेव' था। सुलेमान 22 अप्रैल के हमले का मुख्य षड्यंत्रकर्ता माना जाता है। यह कार्रवाई पहलगाम हमले के अपराधियों द्वारा सैटेलाइट फोन के इस्तेमाल का संकेत देने वाले तकनीकी संकेतों के बाद की गई थी।
अन्य आतंकवादियों की पहचान जिब्रान के रूप में हुई है, जो पिछले साल सोनमर्ग सुरंग हमले में कथित रूप से शामिल था। हमजा अफगानी को भी ऑपरेशन के दौरान मार गिराया गया था।
चौबीस राष्ट्रीय राइफल्स और 4 पैरा यूनिट के जवानों ने आतंकवादियों के समूह का पता लगाया और एक "लंबे ऑपरेशन" के बाद उन्हें मार गिराया।
पहलगाम के बैसरण में 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने 26 लोगों (जिनमें अधिकतर पर्यटक थे) की गोली मारकर हत्या कर दी थी, जिसके बाद सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान में आतंकवादी ढांचे के खिलाफ छह और सात मई की दरमियानी रात को 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया था।
आईजी बिरदी और एसएसपी चक्रवर्ती के अलावा एक पुलिस उपमहानिरीक्षक, दो पुलिस अधीक्षक, तीन पुलिस उपाधीक्षक, दो उपनिरीक्षक, दो सहायक उपनिरीक्षक, दो हेड कांस्टेबल और चार कांस्टेबल को पदक से सम्मानित किया जाएगा।
सीआरपीएफ में एक सहायक कमांडेंट सहित 21 कर्मियों को पदक से सम्मानित किया जाएगा।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया, "प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में शुरू किया गया 'केंद्रीय गृहमंत्री दक्षता पदक' सभी पुलिस कर्मियों का मनोबल बढ़ाएगा।"
बयान के अनुसार ये पदक उनके उत्कृष्ट कार्य, उच्च पेशेवर मानकों और विशेष अभियान, जांच, खुफिया कार्य तथा फॉरेंसिक विज्ञान जैसे चार क्षेत्रों में कार्यरत संबंधित अधिकारियों या कर्मचारियों का मनोबल को बढ़ाने के लिए दिए जाते हैं।
इन पदक की घोषणा हर वर्ष 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के अवसर पर की जाती है
भाषा सुमित