वर्ष 1956 में आज ही के दिन दिल्ली बनी थी केंद्रशासित प्रदेश, बढ़ी सर्वसुलभ पर्यटन की दिशा में आगे
राजकुमार नेत्रपाल
- 01 Nov 2025, 05:49 PM
- Updated: 05:49 PM
(श्रुति भारद्वाज)
नयी दिल्ली, एक नवंबर (भाषा) दिल्ली 1956 में जब केंद्र शासित प्रदेश बनी, तो केंद्र ने प्रमुख धरोहर स्थलों, जन सुविधाओं एवं विश्राम गृहों के विकास के माध्यम से राष्ट्रीय राजधानी को सांस्कृतिक और पर्यटन केंद्र में तब्दील करने तथा सभी के लिए पर्यटन को सुलभ बनाने की योजना बनाई, ताकि पर्यटकों को आकर्षित किया जा सके।
दिल्ली को 69 वर्ष पहले आज ही के दिन - एक नवंबर 1956 को, भारतीय राज्यों के पुनर्गठन के बाद केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा प्राप्त हुआ था।
‘पीटीआई-भाषा’ द्वारा प्राप्त जुलाई 1956 के अभिलेखीय रिकॉर्ड से पता चलता है कि योजना आयोग (अब नीति आयोग) और केंद्रीय परिवहन मंत्रालय ने दिल्ली में पर्यटन विकास के लिए दूसरी पंचवर्षीय योजना के तहत कई योजनाओं को मंजूरी दी थी।
इस परियोजना में धरोहर और मनोरंजन स्थलों जैसे कुतुब, सूरज कुंड, तुगलकाबाद, हौज खास और ओखला के आसपास जनसुविधाओं और पर्यटक सुविधाओं के निर्माण पर ध्यान केंद्रित किया गया- जो स्वतंत्रता के बाद की दिल्ली में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कुछ शुरुआती समन्वित प्रयासों में से एक था।
दिल्ली सचिवालय द्वारा जारी इस दस्तावेज़ में पैवेलियन, कैंटीन, पार्किंग स्थल, उद्यान, विश्राम गृह और पेयजल सुविधाओं के निर्माण के लिए विस्तृत प्रस्ताव शामिल थे।
इसमें हौज खास में झील के विकास और तुगलकाबाद में 25 बिस्तरों वाला एक निम्न-आय वर्ग विश्राम गृह बनाने की योजना भी शामिल थी, जो पर्यटन को सभी के लिए सुलभ बनाने के प्रयासों का संकेत देता है।
रिकॉर्ड के अनुसार, केंद्र ने कुतुब पैवेलियन, कैंटीन, कार पार्क और अमानती घर जैसी परियोजनाओं के लिए 1.02 लाख रुपये, सूरजकुंड के विकास के लिए 56,000 रुपये और तुगलकाबाद, हौज खास और ओखला में इसी तरह के कार्यों के लिए बजट आवंटित किया, जिससे कुल आवंटन 6.02 लाख रुपये हो गया।
रिकॉर्ड के अनुसार, दिल्ली के सोना में ‘स्पा’ के विकास के लिए भी कुछ प्रावधान किए गए थे, जिनके विवरण को परिवहन मंत्रालय द्वारा अंतिम रूप दिया गया था।
अब आधिकारिक तौर पर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीटी) के रूप में जानी जाने वाली दिल्ली एक शहर और केंद्र शासित प्रदेश दोनों है जिसमें राष्ट्रीय राजधानी नयी दिल्ली स्थित है।
यह शहर यमुना नदी के किनारे स्थित है, जो मुख्यतः इसके पश्चिमी तट तक फैला हुआ है। पूर्व में उत्तर प्रदेश तथा शेष तीन ओर हरियाणा से इसकी सीमाएं लगती हैं।
ऐतिहासिक रूप से, दिल्ली सदियों से सत्ता और संस्कृति का केंद्र रही है। यह दिल्ली सल्तनत और मुगल साम्राज्य से लेकर अंग्रेजों तक, कई राजवंशों की राजधानी रही है।
प्राचीन व्यापार मार्गों पर इसकी रणनीतिक स्थिति और राजनीतिक रूप से केंद्र में स्थित होने के कारण यह स्वतंत्रता के बाद भारत की राजधानी के लिए एक स्वाभाविक विकल्प बनी।
अंग्रेजों ने उत्तरी और मध्य भारत पर शासन करने में इसके ऐतिहासिक महत्व और भौगोलिक लाभ को समझते हुए 1911 में अपनी राजधानी कलकत्ता (अब कोलकाता) से दिल्ली स्थानांतरित कर दी थी।
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राजकुमार