महिला क्रिकेट के लिए सुखद अहसास, विश्व कप फाइनल के टिकट के लिए होड़ पर बोली हरमनप्रीत
आनन्द मोना
- 01 Nov 2025, 08:30 PM
- Updated: 08:30 PM
(अमित आनंद)
नवी मुंबई, एक नवंबर (भाषा) हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में भारतीय महिला क्रिकेट टीम आईसीसी वनडे विश्व कप में इतिहास रचने से एक जीत दूर है और ऐसे में प्रशंसकों के बीच इस मैच को लेकर जबरदस्त उत्साह है लेकिन टिकट नहीं मिलने से उन्हें निराशा का सामना करना पड़ रहा है।
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच फाइनल रविवार को खेला जाना है और सेमीफाइनल में सात बार की चैम्पियन आस्ट्रेलिया को रिकॉर्ड लक्ष्य का पीछा करके पांच विकेट से हराने वाली मेजबान टीम को खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है ।
सेमीफाइनल में भारतीय टीम के प्रदर्शन के बाद फाइनल के लिये डी वाई पाटिल स्टेडियम के बाहर टिकट के लिये प्रशंसकों की भीड़ देखी । स्टेडियम में दर्शकों को आकर्षित करने के लिए लीग चरण के टिकट की कीमत महज 100 रुपये और फाइनल के लिए 150 रुपये थे शुरू थी लेकिन शनिवार दोपहर तक स्टेडियम में दर्शकों के लिए सारे टिकट बिक चुके थे।
डीवाई पाटिल स्टेडियम की क्षमता लगभग 45,000 दर्शकों की है और भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेले गये लीग चरण के मैच में इस स्टेडियम में 25, 116 दर्शक मौजूद थे। यह महिला विश्व कप के लीग चरण के लिए रिकॉर्ड है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल मैच के दौरान भी 34,651 दर्शक मौजूद थे।
भारतीय टीम के फाइनल में पहुंचने के कारण प्रशंसकों का उत्साह चरम पर हैं और भारतीय कप्तान हरमनप्रीत ने इसे महिलाओं के खेल के लिए शानदार मौका करार दिया।
हरमनप्रीत ने कहा, ‘‘ हमारे जान-पहचान के लोग हमसे भी टिकट की मांग कर रहे है लेकिन यह अच्छा लग रहा है। ऐसे दिन कम ही आते है जब हम पर टीम टिकट मुहैया कराने का दबाव होता है।’’उन्होंने विश्व कप के दौरान समर्थन के लिए भारतीय प्रशसकों का शुक्रिया अदा करते हुए कहा, ‘‘ हमें पूरे अभियान के दौरान प्रशंसकों का साथ मिला, खासकर मुंबई में हमेशा से प्रशंसकों का पूरा साथ मिलता है। यह हमारे लिए शानदार है।’’
स्टेडियम के बार दर्शक सुबह से ही टिकट के आस में पहुंचने लगे थे।
ठाणे जिले के पंडियन परिमल ने बताया कि वह सुबह ही स्टेडियम आ गये थे लेकिन यहां किसी को टिकट नहीं मिल रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं सुबह नौ बजे से ही यहां आया हूं लेकिन यहां काफी भीड है और किसी को टिकट नहीं मिल रहा है। ऑनलाइन माध्यम से भी टिकट नहीं मिल पा रहा है। यहां बड़ी संख्या में लोग आये है इसमें कम से कम दो तीन प्रशंसकों को भी टिकट मिलना चाहिये। ’’
वहीं एक अन्य प्रशंसक शिफ्तैन इफ्तार ने कहा कि वह दो दिनों से टिकट के लिए यहां आ रहे है लेकिन यहां कोई भी जवाब नहीं मिला। हमें कल (शुक्रवार) बताया गया था कि आज दोपहर 12 बजे से टिकट मिलने शुरू हो जायेंगे लेकिन यहां सुबह से पहुंचने के बाद दोपहर हो गया लेकिन टिकट के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है।
महिला प्रशंसक भी स्टेडियम के बाहर टिकट खरीदने का इंतजार करते दिखी। मुंबई से आयी प्रशंसक किशोरी धौलपुरिया ने टिकटों की कालाबाजारी का आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘ हमें यहां कुछ भी जानकारी नहीं दी जा रही है। हम धूप और बारिश में यहां खड़े है लेकिन तीन दिन से कोशिश के बावजूद टिकट का कुछ पता नहीं चल पा रहा है।
स्थानीय प्रशंसक आंचल ने कहा कि हमें एक दिन पहले बताया गया था कि आज दोपहर 12 बजे से टिकट के लिए गेट खोल दिये जायेंगे लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद भी कुछ पता नहीं चला रहा है। उन्होंने कहा कि अगर टिकट खत्म हो गये है तो उनको बता देना चाहिये कि टिकट उपलब्ध नहीं है।
टिकटों की उपलब्धता के बारे में पूछे जाने पर स्टेडियम के प्रबंधन से जुडे एक अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर कहा कि सारे टिकट बिक गये हैं।
कक्षा नौवीं की छात्र लावण्या ने भी इसी तरह की शिकायत करते हुए कहा कि वह टीम को ट्रॉफी जीतते देखना चाहती है लेकिन टिकट नहीं मिल पा रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘ आज टिकट काउंटर खोलने का वादा किया गया था लेकिन स्टेडियम के पहुंचने वाले रास्ते का ही गेट बंद है और यहां कोई जानकारी नहीं दी जा रही है। ’’
खुद क्रिकेट खेलने वाली पूर्वा ने कहा कि उनका सपना भारत को चैंपियन बनते देखने का है लेकिन टिकट नहीं मिलने के कारण लगता है कि यह अधूरा ही रह जायेगा ।
भाषा आनन्द