बिहार में नयी राजग सरकार घुसपैठियों को बाहर निकालेगी, उनकी संपत्ति गरीबों में बांटेगी: योगी
कैलाश नोमान अमित
- 03 Nov 2025, 09:05 PM
- Updated: 09:05 PM
दरभंगा/मुजफ्फरपुर/सारण/ पटना, तीन नवम्बर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को दावा किया कि बिहार में यदि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार सत्ता में लौटी तो वह घुसपैठियों को राज्य से बाहर निकाल देगी और उनकी संपत्ति गरीबों में बांट देगी।
दरभंगा, मुजफ्फरपुर और सारण जिलों में एक के बाद एक चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए आदित्यनाथ ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के तेजस्वी यादव और समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव को ‘‘इंडिया गठबंधन के तीन बंदर’’ करार दिया, जो सत्तारूढ़ राजग द्वारा किए जा रहे अच्छे कार्यों को देखने, सुनने और बोलने में असमर्थ हैं।
आदित्यनाथ ने कहा, “महात्मा गांधी के तीन बंदर ना बुरा देखते थे, न सुनते थे, न बोलते थे। लेकिन अब इंडिया गठबंधन के तीन नये बंदर हैं – पप्पू अच्छा बोल नहीं सकता, टप्पू अच्छा देख नहीं सकता और अप्पू सच सुन नहीं सकता।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस, राजद और समाजवादी पार्टी (सपा) ने अपराधियों को ‘‘संरक्षण’’ दिया है और घुसपैठियों को गले लगाया है, जिससे बिहार की सुरक्षा खतरे में पड़ी है।
दरभंगा, मुजफ्फरपुर, सारण और पटना में हुई रैलियों में मुख्यमंत्री योगी ने कहा, “यदि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार फिर से बिहार में बनी, तो घुसपैठियों को राज्य से बाहर खदेड़ दिया जाएगा और उनकी संपत्ति गरीबों में बांट दी जाएगी।”
योगी ने विपक्ष पर जाति के नाम पर समाज को बांटने और दंगे कराने का आरोप लगाते हुए कहा, “1992 से 2005 के बीच जातिगत संघर्षों और दंगों ने बिहार को बर्बाद किया। अब हमें न बांटना है, न कटना है (‘ना बटेंगे, ना कटेंगे’)।’’
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के शासनकाल को ‘जंगलराज’ बताते हुए उन्होंने कहा, “तब राशन की दुकानें लूट ली जाती थीं, जबकि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन मिल रहा है।”
योगी ने कहा कि भाजपा ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का वादा पूरा किया है और अब “सीतामढ़ी में जनक माता का भव्य मंदिर बनाया जाएगा तथा उसे अयोध्या से जोड़ने वाला राम-जानकी मार्ग 6,155 करोड़ रुपए की लागत से तैयार होगा।”
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मखाना बोर्ड’ का गठन किया और राज्य में लाह की चूड़ियों को बढ़ावा देने के लिए ‘डबल इंजन सरकार’ काम कर रही है।
राजद पर बिहार की पहचान मिटाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, “बिहार की जनता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में ‘डबल इंजन’ की सरकार चुनकर राज्य की खोई हुई गौरवशाली पहचान वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध है।”
योगी ने कहा कि राजग सरकार “विकास और विरासत” के साथ-साथ “समृद्धि और सुरक्षा” के लिए काम करती है। उन्होंने कांग्रेस और राजद पर बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगाया और कहा कि वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने ‘‘उनसे जुड़े पांच पवित्र स्थलों का विकास कराया।’’
जेपी आंदोलन के प्रतीक जयप्रकाश नारायण का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि “विपक्ष ने उनके नाम पर राजनीति तो की, लेकिन उनकी अंतिम इच्छा — पत्नी के नाम पर अस्पताल निर्माण — पूरी नहीं की। हमने उत्तर प्रदेश में सत्ता में आकर जेपी की वह इच्छा पूरी की।”
योगी ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस ने बाबू जगजीवन राम को प्रधानमंत्री बनने नहीं दिया। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, “राजद के शासन में 30 हजार से ज्यादा अपहरण हुए। उस समय आईएएस और आईपीएस अधिकारी भी बिहार में काम करने से डरते थे, क्योंकि उनसे लालू यादव का थूकदान उठाने की उम्मीद की जाती थी।”
योगी ने कहा कि राजग सरकार अपराधियों पर बुलडोजर चलाकर उन्हें खत्म करेगी।
पटना की सभा में उन्होंने कहा कि “नयी राजग सरकार बनने के छह महीने के भीतर दीघा की 1,024 एकड़ जमीन विवाद का समाधान निकाल लिया जाएगा।”
उन्होंने दावा किया कि ‘डबल इंजन’ की सरकार के तहत बिहार “सेमीकंडक्टर हब” के रूप में भी अपनी पहचान स्थापित करेगा।
भाषा कैलाश नोमान