देव दीपावली पर पांच नवंबर को वाराणसी रोशनी और भक्ति से जगमगाएगा
सं जफर अमित
- 04 Nov 2025, 08:57 PM
- Updated: 08:57 PM
वाराणसी, (उप्र), चार नवंबर (भाषा) काशी में आस्था और अद्भुत दृश्य का संगम बुधवार को एक बार फिर देखने को मिलेगा। देव दीपावली के अवसर पर बुधवार, पांच नवंबर को पूरे वाराणसी के घाट दीपों की पंक्तियों से जगमगा उठेंगे।
कार्यक्रम का शुभारंभ सभी घाटों पर दीप प्रज्जवलन से शाम 5.15 से 5.50 बजे तक होगा। इसके बाद प्रमुख घाटों- नमो घाट, दशाश्वमेध घाट, शीतला घाट और अस्सी घाट पर विशेष गंगा आरती शाम 6.00 से 6.50 बजे तक संपन्न होगी।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि आरती के दौरान पूरे घाट क्षेत्र में मंत्रोच्चारण, घंटों की गूंज और दीपों की झिलमिलाहट से एक दिव्य वातावरण बनेगा। उन्होंने बताया कि चेत सिंह घाट पर दर्शकों के लिए तीन चरणों में प्रोजेक्शन एवं लेजर शो प्रस्तुत किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि पहला शो शाम 6.15 से 6.45 बजे, दूसरा शाम 7.15 से 7.45 बजे और तीसरा शो रात 8.15 से 8.45 बजे तक चलेगा। उन्होंने बताया कि यह शो काशी की पौराणिकता, अध्यात्म और संस्कृति को प्रकाश, ध्वनि और 3डी प्रभावों के माध्यम से जीवंत रूप में प्रदर्शित करेगा।
मंत्री सिंह ने बताया कि ललिता घाट के सामने रेती पर रात 8.00 से 8.15 तक होने वाली ग्रीन (हरित) आतिशबाजी इस वर्ष का प्रमुख आकर्षण रहेगी। उन्होंने बताया कि पर्यावरण के अनुकूल इस आतिशबाजी में हानिकारक रसायनों का प्रयोग नहीं होगा, जिससे प्रदूषण न के बराबर रहेगा। उन्होंने बताया कि गंगा तट पर हरियाली, स्वच्छता और ‘हरित काशी’ का संदेश देते रंगों की बरसात इस कार्यक्रम को खास बनाएगी।
उन्होंने बताया कि पूरे आयोजन को लेकर सुरक्षा, सफाई और यातायात की विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने बताया कि घाटों और गलियों को सजाने के लिए पर्यटन विभाग ने नगर निगम से समन्यवय करके आकर्षक रोशनी की व्यवस्था की है।
उन्होंने बताया कि इस तरह ग्रीन आतिशबाजी का यह क्रम न केवल मनोरंजन का माध्यम बनेगा, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छ काशी के संदेश को भी प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करेगा। उन्होंने बताया कि गंगा तटों पर इस दौरान हजारों दीपों की रोशनी और आसमान में रंग-बिरंगी आतिशबाजी का संगम एक अलौकिक दृश्य रचेगा।
उन्होंने बताया कि शहर में सुरक्षा और यातायात की विशेष व्यवस्था की गई है ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने बताया कि काशी में देवदीपावली का यह आयोजन हर साल की तरह इस बार भी भक्ति, संस्कृति और पर्यावरणीय जागरूकता का संदेश देने वाला रहेगा।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सिंह ने कहा, “देव दीपावली काशी की आत्मा और आस्था का उत्सव है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में आज काशी अपने सांस्कृतिक और आध्यात्मिक वैभव के साथ पर्यावरणीय जिम्मेदारी का भी उदाहरण बन रही है। इस वर्ष देव दीपावली में ग्रीन आतिशबाजी, लेजर शो और दीप प्रज्जवलन के माध्यम से हम पारंपरिक आस्था को आधुनिक तकनीक के साथ जोड़ रहे हैं।''
उन्होंने कहा,''हमारा लक्ष्य है कि श्रद्धालु इस पावन पर्व पर न केवल दिव्यता का अनुभव करें, बल्कि ‘स्वच्छ, हरित और विश्व स्तर की काशी’ के संदेश को भी महसूस करें। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की दृष्टि यही है कि काशी सिर्फ धार्मिक नहीं, बल्कि वैश्विक पर्यटन और संस्कृति का केंद्र बने और यह देव दीपावली उसी दिशा में एक प्रेरक कदम है।''
भाषा सं जफर