कानपुर देहात में दिशा बैठक में हंगामा; भाजपा सांसद बोले- मैं सबसे बड़ा गुंडा
सं जफर खारी
- 04 Nov 2025, 10:36 PM
- Updated: 10:36 PM
कानपुर (उप्र), चार नवंबर (भाषा) कानपुर देहात में मंगलवार को आयोजित एक सरकारी बैठक में उस समय हंगामा खड़ा हो गया जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद देवेंद्र सिंह ‘भोले’ और राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला के पति एवं पूर्व सांसद अनिल शुक्ला वारसी के बीच तीखी बहस छिड़ गई, यहां तक की हाथापाई तक नौबत आ गई।
एक अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि यह विवाद दिशा समिति की बैठक के दौरान हुआ, जहां दोनों नेताओं ने स्थानीय राजनीतिक मुद्दों को लेकर एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए।
उन्होंने बताया कि स्थिति इतनी बिगड़ गई कि जिलाधिकारी कपिल सिंह और पुलिस अधीक्षक (एसपी) श्रद्धा नरेंद्र पांडे को हस्तक्षेप करना पड़ा और व्यवस्था बहाल करने के लिए बैठक को बीच में ही स्थगित करना पड़ा।
इस बहस के बीच सांसद सिंह ने कहा, ‘‘अगर गुंडों की बात हो रही है, तो मुझसे बड़ा गुंडा कोई नहीं है। मैं कानपुर देहात का सबसे बड़ा हिस्ट्रीशीटर हूं।’’
उन्होंने राजनीतिक नेताओं और वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में ऐसा कहा।
पूर्व सांसद अनिल शुक्ला वारसी ने पलटवार करते हुए भाजपा नेता पर आरोप लगाया कि उन्होंने स्थानीय लोगों को परेशान व फैक्टरी मालिकों से वसूली करने वाले “असामाजिक तत्वों” को दिशा समिति की बैठक में शामिल किया।
इस पर सांसद ने जवाब देते हुए कहा, ‘‘हर चुनाव में वह ऐसा ही ड्रामा करते हैं। मुझे गुंडा कहा गया, लेकिन मैं 50 साल से राजनीति में हूं। यही लोग जिले का माहौल खराब कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा, ‘‘आप संतोष शुक्ला की हत्या में लिप्त विकास दुबे के भाई के साथ घूमते हैं और दूसरों को गुंडा कहते हैं?’’
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने इस विवाद को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा और सोशल मीडिया पर झड़प का एक वीडियो साझा किया।
यादव ने चुटकीले अंदाज में कहा, ‘‘पूर्व के हाथ में कटोरा, वर्तमान के हिस्से मलाई है, ये झगड़ा और कुछ नहीं बस बंटवारे की लड़ाई है। भाजपा जाए तो विकास आए!’’
हंगामे के दौरान सपा के जिला अध्यक्ष अरुण कुमार उर्फ ‘बबलू राजा’ ने तंज कसते हुए कहा, ‘‘डबल इंजन वाली सरकार के दो इंजन आपस में टकरा रहे हैं। जो कभी दूसरों पर गुंडा राज का आरोप लगाते थे, अब आपस में ही भिड़ रहे हैं। वे क्या विकास लाएंगे?’’
भाजपा के एक स्थानीय नेता ने बताया कि इस घटना से भाजपा की स्थानीय इकाई शर्मिंदगी उठानी पड़ी है, क्योंकि टकराव का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे आगामी राजनीतिक सत्र से पहले पार्टी में आंतरिक कलह उजागर हो गई है।
यह बैठक केंद्र सरकार की योजनाओं और विकास परियोजनाओं की समीक्षा के लिए आयोजित की गई थी।
स्थानीय सांसद देवेंद्र सिंह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
जिलाधिकारी कपिल सिंह ने बाद में बताया, “बैठक के दौरान सांसद देवेंद्र सिंह और पूर्व सांसद अनिल शुक्ला वारसी के बीच तीखी बहस हुई, लेकिन कोई हाथापाई नहीं हुई। तनाव के कारण बैठक स्थगित कर दी गई।”
सांसद भोले ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘वहां मौजूद सभी लोगों ने देखा और सुना कि क्या हुआ। मुझे जो कहना था, मैं कह चुका हूं।’’
उन्होंने बताया कि वह फिलहाल एक अन्य बैठक में हैं और जल्द ही अपना विस्तृत पक्ष साझा करेंगे।
पुलिस अधीक्षक श्रद्धा नरेंद्र पांडे से फोन पर संपर्क नहीं हो सका।
भाषा सं जफर