दिल्ली में विस्फोट जम्मू-कश्मीर में 'अन्याय' के कारण हुआ : कांग्रेस नेता हुसैन दलवई
रवि कांत प्रशांत
- 17 Nov 2025, 09:06 PM
- Updated: 09:06 PM
मुंबई, 17 नवंबर (भाषा) कांग्रेस के पूर्व सांसद हुसैन दलवई ने कहा है कि हाल ही में दिल्ली में हुए बम विस्फोट के संबंध में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की भूमिका की जांच की जानी चाहिए। दलवाई के इस बयान को लेकर बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दलवई के इस बयान को लेकर उनकी कड़ी आलोचना की है। पार्टी के शीर्ष प्रवक्ताओं ने सोशल मीडिया और सार्वजनिक मंचों पर पूर्व राज्यसभा सदस्य की टिप्पणी की निंदा की। कांग्रेस नेता ने इस विस्फोट को कश्मीर में कथित “अन्याय” से भी जोड़ा।
भाजपा के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने दलवई की तीखी आलोचना करते हुए उन्हें 'आतंकवाद का प्रचारक' करार दिया।
पूनावाला ने कहा, ‘‘ महबूबा मुफ्ती के बाद अब हुसैन दलवई भी आतंकवाद के प्रचारक बनने के लिए कूद पड़े हैं। महबूबा और पी. चिदंबरम की तरह, वह आतंकवाद को वैध और उचित ठहराते हैं। इसे अन्याय से जोड़ते हैं और आरएसएस का हवाला देते हैं। इस्लामिक जिहाद की निंदा करने से इनकार करते हैं और एक तरह से दिल्ली विस्फोट के आरोपियों को क्लीन चिट दे देते हैं।’’
पूनावाला ने कांग्रेस को “मुस्लिम लीग माओवादी कांग्रेस (एमएमसी)” करार दिया।
भाजपा के राष्ट्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के प्रभारी अमित मालवीय ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘एमएमसी (मुस्लिम लीग माओवादी कांग्रेस) लाल किला विस्फोट को जायज ठहराती है। बचाव में पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम का हवाला देती है। बेहद शर्मनाक। ’’
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘ राहुल गांधी की कांग्रेस, लाल किला विस्फोट के आतंकवादियों को सही ठहराने और उनका बचाव करने में जुट गई है। कहती है- घाटी में अन्याय के दुष्परिणाम होंगे। कांग्रेस के लिए : राष्ट्र सबसे बाद में, आतंकवाद का बचाव पहले! ’’
यह विवाद तब शुरू हुआ जब दलवई ने दिल्ली विस्फोट में आरएसएस की भूमिका की जांच की मांग की।
दलवई ने विस्फोट के समय पर सवाल उठाते हुए पूछा, ‘‘ चुनावों के दौरान बार-बार बम धमाके क्यों होते हैं? इसकी जांच होनी चाहिए।’’
दलवई ने कहा कि आरएसएस में कुछ ऐसे गुट हैं जो आतंकवाद का समर्थन कर सकते हैं और इस वजह से लोगों के साथ अन्याय होता है, इसलिए सरकार को आरएसएस के खिलाफ भी कुछ कार्रवाई करनी चाहिए।
दलवई ने कहा कि कश्मीर में हो रहे अन्याय के दुष्परिणाम होंगे। उन्होंने विशेष दर्जा समाप्त किए जाने के बाद क्षेत्र के प्रति सरकार के दृष्टिकोण की आलोचना भी की।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘ सरकार रोजाना कश्मीर के खिलाफ बोलती रहती है, जिससे कुछ युवा विरोध और प्रदर्शन कर सकते हैं... उन्हें सुनना चाहिए और मातृत्वपूर्ण रवैया अपनाना चाहिए।’’
उन्होंने आरोपी व्यक्तियों के घरों को बुलडोजर से ध्वस्त करने की नीति का भी विरोध किया।
दलवई ने कहा, ‘‘ मैं बुलडोजर की राजनीति का विरोध करता हूं। किसी एक व्यक्ति के अपराध के कारण घरों को तोड़ना गलत है। यह राजनीति खतरनाक है और एक समुदाय को निशाना बनाती है।’’
भाषा रवि कांत