अमेरिका ने भारत को ‘एक्सकैलिबर प्रोजेक्टाइल’, ‘जेवलिन मिसाइल सिस्टम’ की बिक्री को मंजूरी दी
सिम्मी नरेश
- 20 Nov 2025, 02:09 PM
- Updated: 02:09 PM
(योषिता सिंह)
न्यूयॉर्क/वाशिंगटन, 20 नवंबर (भाषा) अमेरिका ने भारत के लिए ‘एक्सकैलिबर प्रोजेक्टाइल’, ‘जेवलिन मिसाइल सिस्टम’ और संबंधित उपकरणों की कुल नौ करोड़ अमेरिकी डॉलर से अधिक की बिक्री को मंजूरी दे दी है।
अमेरिका ने भारत को हिंद-प्रशांत और दक्षिण एशिया क्षेत्रों में राजनीतिक स्थिरता एवं शांति के लिए एक ‘‘महत्वपूर्ण शक्ति’’ बताया है।
अमेरिका ने यह भी कहा कि इस बिक्री से एक ‘‘प्रमुख रक्षा साझेदार’’ की सुरक्षा मजबूत होगी।
रक्षा सहयोग एजेंसी ने बुधवार को एक बयान में कहा कि विदेश मंत्रालय ने भारत को अनुमानित लागत चार करोड़ 71 लाख अमेरिकी डॉलर पर ‘एक्सकैलिबर प्रोजेक्टाइल’ और संबंधित उपकरणों की और अनुमानित लागत चार करोड़ 57 लाख अमेरिकी डॉलर पर ‘जैवलिन मिसाइल सिस्टम’ एवं संबंधित उपकरणों की संभावित विदेशी सैन्य बिक्री को मंजूरी देने का निर्णय लिया है।
रक्षा सहयोग एजेंसी ने संसद को बिक्री की जानकारी देते हुए आवश्यक प्रमाणीकरण प्रदान किया।
एजेंसी ने कहा, ‘‘यह प्रस्तावित बिक्री अमेरिका-भारतीय सामरिक संबंधों को मजबूत करने और एक ऐसे प्रमुख रक्षा साझेदार की सुरक्षा में सुधार करने में मदद करके अमेरिका की विदेश नीति एवं राष्ट्रीय सुरक्षा उद्देश्यों का समर्थन करेगी जो हिंद-प्रशांत एवं दक्षिण एशिया क्षेत्रों में राजनीतिक स्थिरता, शांति और आर्थिक प्रगति के लिए एक महत्वपूर्ण शक्ति बना हुआ है।’’
उसने कहा कि भारत सरकार ने 216 एम982ए1 एक्सकैलिबर सामरिक प्रक्षेपास्त्र खरीदने का अनुरोध किया है। एजेंसी ने बताया कि सहायक वस्तुएं, ‘इम्प्रूव्ड प्लेटफॉर्म इंटीग्रेशन किट’ (आईपीआईके) के साथ ‘पोर्टेबल इलेक्ट्रॉनिक फायर कंट्रोल सिस्टम’ (पीईएफसीएस), अमेरिकी सरकार की तकनीकी सहायता, तकनीकी डेटा, मरम्मत एवं वापसी सेवाएं और रसद एवं कार्यक्रम सहायता के अन्य संबंधित तत्वों समेत गैर-एमडीई (प्रमुख रक्षा उपकरण) वस्तुओं की बिक्री भी इसमें शामिल होगी।
एजेंसी ने ‘एक्सकैलिबर प्रोजेक्टाइल’ की बिक्री पर कहा, ‘‘प्रस्तावित बिक्री के बाद सटीक क्षमता वाले उपकरणों की उपलब्धता से वर्तमान और भविष्य के खतरों से निपटने की भारत की क्षमता में सुधार होगा जिससे उसकी ब्रिगेड की हमले की सटीकता बढ़ेगी।’’
इसमें कहा गया है, ‘‘प्रस्तावित बिक्री से वर्तमान और भविष्य के खतरों से निपटने की भारत की क्षमता में सुधार होगा, उसकी घरेलू रक्षा मजबूत होगी और क्षेत्रीय खतरों को रोका जा सकेगा।’’
एजेंसी ने कहा कि भारत को ‘‘इन वस्तुओं और सेवाओं को अपने सशस्त्र बलों में शामिल करने में कोई कठिनाई नहीं होगी’’ और इन उपकरणों एवं सहायता की प्रस्तावित बिक्री से क्षेत्र में बुनियादी सैन्य संतुलन में कोई बदलाव नहीं आएगा।
एक्सकैलिबर प्रोजेक्टाइल्स के लिए मुख्य ठेकेदार वर्जीनिया के अर्लिंग्टन स्थित आरटीएक्स कॉर्पोरेशन होगा।
बयान में कहा गया है कि जैवलिन मिसाइल सिस्टम के लिए मुख्य ठेकेदार ‘आरटीएक्स कॉर्पोरेशन/लॉकहीड मार्टिन जैवलिन ज्वाइंट वेंचर’(जेजेवी) होगा।
भाषा सिम्मी