मप्र : जू-जित्सु की अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी को आत्महत्या के लिए उकसाने पर खेल संघ पदाधिकारी गिरफ्तार
हर्ष जितेंद्र
- 20 Nov 2025, 04:51 PM
- Updated: 04:51 PM
देवास/ इंदौर, 20 नवंबर (भाषा) मध्यप्रदेश के देवास में जू-जित्सु (जापानी मार्शल आर्ट) की 35 वर्षीय अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी को मानसिक तौर पर परेशान कर आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में इस खेल से जुड़े एक संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी को गिरफ्तार किया गया। पुलिस के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
बैंक नोट प्रेस थाना प्रभारी अमित सोलंकी ने संवाददाताओं को बताया कि अंतरराष्ट्रीय जू-जित्सु खिलाड़ी रोहिणी कलम (35) ने 26 अक्टूबर को अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
उन्होंने बताया कि रोहिणी के परिजनों के बयानों और तकनीकी सबूतों के आधार पर जांच में पुलिस ने पाया कि 35 वर्षीय खिलाड़ी को मध्यप्रदेश जू-जित्सु संघ के अध्यक्ष विजेंद्र खरसोदिया और उपाध्यक्ष प्रीतम सिंह सोलंकी द्वारा कथित तौर पर मानसिक रूप से लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था जिससे वह आत्महत्या के लिये विवश हो गईं।
थाना प्रभारी ने बताया कि खिलाड़ी की मौत को लेकर बैंक नोट प्रेस थाने में भारतीय न्याय संहिता की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाना) और अन्य संबद्ध कानूनी प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है।
उन्होंने बताया, “आरोपियों में शामिल सोलंकी को गिरफ्तार किया गया है, जबकि खरसोदिया की तलाश की जा रही है।”
खरसोदिया, रोहिणी का कोच भी रह चुका है जिसके प्रशिक्षण में उन्होंने जू-जित्सु की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अलग-अलग पुरस्कार जीते थे।
पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने प्राथमिकी के हवाले से बताया कि जून में रोहिणी के पेट की गांठ का ऑपरेशन हुआ था, इसके बावजूद खरसोदिया और सोलंकी उन्हें बार-बार फोन करके कथित रूप से परेशान करते थे और प्रशिक्षण के लिए बुलाते थे।
खेल संघ के दोनों पदाधिकारियों यह आरोप भी लगाया गया है कि वे रोहिणी को उनके बिना पूछे किसी भी प्रतियोगिता में जाने नहीं देते थे और उन पर दबाव डालकर उन्हें उनकी मर्जी के बगैर भी स्पर्धाओं में ले जाते थे।
इस बीच, जू-जित्सु की अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी के परिजनों ने देवास पुलिस की जांच को लेकर असंतोष जताया है।
रोहिणी की छोटी बहन रोशनी ने कहा,‘‘मेरी बड़ी बहन की आत्महत्या के मुद्दे पर जब हमने आंदोलन की बात कही, तब जाकर पुलिस ने बुधवार (19 नवंबर) को आनन-फानन मामला दर्ज किया। मैं पुलिस की जांच से बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं हूं और चाहती हूं कि मेरी बहन की मौत की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से कराई जाए।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि खरसोदिया और सोलंकी उनकी बहन के निजी जीवन में वक्त-बेवक्त काफी ज्यादा दखल देते थे और खेल को लेकर उन पर अनुचित दबाव भी बनाते थे।
रोशनी ने यह दावा भी किया कि उनकी बहन के कमरे से लैपटॉप और पेन ड्राइव गायब है और इन उपकरणों के बारे में उनके परिजनों को कोई जानकारी नहीं है।
भाषा हर्ष