मेरे बयान को गलत समझा गया, राज्य के पास बजट की कोई कमी नहीं: कर्नाटक के गृह मंत्री
यासिर पवनेश
- 24 Jun 2025, 06:19 PM
- Updated: 06:19 PM
बेंगलुरु, 24 जून (भाषा) कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि राज्य सरकार के पास किसी भी मद में धन व बजट की कोई कमी नहीं है तथा उनके पूर्व में दिए गए बयान को गलत समझा गया है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने बागलकोट जिले के बादामी में एक सभा को संबोधित करते समय सोमवार को दिए गए बयान जिसमें उन्होंने कहा था कि सरकार के पास धन नहीं है, को लेकर सफाई दी।
उनकी टिप्पणी ने मीडिया में सुर्खियां बटोरी तथा विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भी सरकार पर निशाना साधने के लिए इसका इस्तेमाल करते हुए आरोप लगाया कि राज्य की वित्तीय स्थिति खराब हो गई है।
परमेश्वर ने मंगलवार को यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘मैंने ऐसा नहीं कहा, किसने कहा कि धन नहीं है? मैंने सरकार का बचाव करते हुए कहा है कि हमने रिकॉर्ड बजट पेश किया है....जैसे किसी ने भाषण के दौरान मजाक में कुछ कहा मैंने भी उसी अंदाज में प्रतिक्रिया दी, बस इतना ही।’’
मुख्यमंत्री सिद्धरमैया द्वारा 4.09 लाख करोड़ रुपए का बजट पेश किए जाने की बात को दोहराते हुए उन्होंने कहा, ‘‘मैंने कहा है कि धन की कोई कमी नहीं है। बजट में सिंचाई के लिए 22 हजार करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। बजट में पांच गारंटी योजनाओं के लिए आवंटन किया गया है और हर विधानसभा क्षेत्र में 50 करोड़ रुपए की कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। मैंने अपने संबोधन में यह सब कहा है। जब किसी ने मजाक में कुछ कहा, तो मेरी प्रतिक्रिया भी शायद वैसी ही रही।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं अब आधिकारिक तौर पर कह रहा हूं कि हमारी सरकार के समक्ष कोई वित्तीय संकट नहीं है। मैं यह बहुत स्पष्ट रूप से कह रहा हूं। कभी-कभी, धन जारी करने में देरी हो सकती है, क्योंकि धन जारी करने से पहले विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) और आकलन तैयार करने जैसी प्रक्रिया होती है। इसके अलावा और कुछ नहीं है। हमारी सरकार के पास किसी भी कारण से धन की कोई कमी नहीं है। अगर किसी ने मेरे बयान को गलत समझा है, तो मैं इसे सही कर रहा हूं।’’
गृह मंत्री ने सोमवार को बादामी में एक सभा को संबोधित करते हुए स्थानीय विधायक भीमसेन बी. चिम्मानकट्टी को ऐतिहासिक और पुरातात्विक महत्व वाले बादामी शहर के विकास के लिए एक हजार करोड़ रुपये की परियोजना तैयार करने और इसे केंद्र को भेजने का सुझाव दिया था, क्योंकि राज्य के पास धन नहीं है।
भाषा यासिर