वडोदरा में पुल ढहने के बाद वाहन नदी में गिरे, 10 लोगों की मौत
शफीक पवनेश
- 09 Jul 2025, 06:37 PM
- Updated: 06:37 PM
(तस्वीरों के साथ)
वडोदरा, नौ जुलाई (भाषा) गुजरात के वडोदरा जिले में बुधवार सुबह चार दशक पुराने एक पुल का हिस्सा ढह जाने से कई वाहन महिसागर नदी में गिर गए, जिससे भाई-बहन समेत 10 लोगों की मौत हो गई और नौ अन्य को बचा लिया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि बचाए गए लोगों में से कुछ को चोटें आई हैं।
पुलिस अधीक्षक (वडोदरा ग्रामीण) रोहन आनंद ने बताया कि गंभीरा पुल का एक ‘स्लैब’ ढह जाने से 10 लोगों की मौत हो गई। महिसागर नदी पर स्थित गंभीरा पुल मध्य गुजरात और राज्य के सौराष्ट्र क्षेत्र को जोड़ता है।
पुल जिले में पादरा शहर के पास स्थित है।
घटनास्थल के दृश्यों में देखा जा सकता है कि पुल के दो खंभों के बीच बने स्लैब का पूरा हिस्सा ढह गया। स्लैब के ढहने से पुल से गुजर रहे वाहन नदी में गिर गए।
आनंद ने बताया कि बचाए गए नौ लोगों में से पांच को वडोदरा के एसएसजी (सर सैयाजीराव जनरल) अस्पताल में रेफर किया गया है। बचाए गए लोगों में से किसी की भी हालत गंभीर नहीं है।
उन्होंने बताया कि सुबह करीब साढ़े सात बजे पुल का 10 से 15 मीटर लंबा स्लैब ढह गया।
अधिकारियों ने बताया कि अग्निशमन कर्मियों, स्थानीय निवासियों तथा राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम के साथ बचाव अभियान अभी जारी है।
वडोदरा के जिलाधिकारी अनिल धमेलिया ने बताया कि पुल ढहने के बाद पांच वाहन - दो ट्रक, दो वैन, एक ऑटोरिक्शा और एक दोपहिया - नदी में गिर गए।
जिलाधिकारी ने बताया कि दो अन्य वाहन जो गिरने ही वाले थे, उन्हें खींचकर सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया।
उन्होंने बताया कि नदी में गिरे दोपहिया वाहन पर सवार तीन लोग तैरकर सुरक्षित बाहर निकल आए।
पुलिस ने बताया कि पुल ढहने की घटना में मारे गए 10 लोगों में दो साल का एक बच्चा और उसकी चार वर्षीय बहन भी शामिल हैं। मृतकों में से अधिकतर वडोदरा और आणंद जिले के निवासी थे।
एसएसजी अस्पताल में इलाज करा रहे पांच लोगों में से चार पुरुष और एक महिला हैं। पुलिस ने बताया कि घायलों में से एक पड़ोसी राजस्थान के उदयपुर जिले का रहने वाला है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस त्रासदी पर दुख व्यक्त किया और प्रत्येक मृतक के परिजनों को क्रमशः दो लाख रुपये और चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि तथा घायलों को 50-50 हजार रुपये के मुआवजे की घोषणा की।
मोदी के हवाले से प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘गुजरात के वडोदरा जिले में एक पुल के ढहने से हुई जनहानि बेहद दुखद है। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति मेरी संवेदना है। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। प्रत्येक मृतक के परिजन को पीएमएनआरएफ से दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।’’
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया और कहा कि राज्य के सड़क एवं भवन विभाग को इस दुर्घटना की जांच कर रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया गया है।
सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा कि राज्य सड़क एवं भवन विभाग तथा पुल निर्माण में विशेषज्ञता रखने वाले निजी इंजीनियरों की टीम को तुरंत घटनास्थल पर पहुंचने तथा पुल ढहने के कारणों और अन्य तकनीकी मामलों की प्रारंभिक जांच करने एवं रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘बचाव और राहत अभियान के तहत स्थानीय नगरपालिका और वडोदरा नगर निगम की अग्निशमन टीम नौका और तैराकों के साथ दुर्घटनास्थल पर मौजूद है और राहत बचाव का कार्य कर रही है। एनडीआरएफ की टीम भी घटनास्थल पर पहुंचकर बचाव अभियान में शामिल हो गई है।’’
गुजरात के मंत्री ऋषिकेश पटेल ने बताया कि पुल का निर्माण 1985 में हुआ था और समय-समय पर तथा जरूरत के अनुसार इसका रखरखाव किया जाता था। मंत्री ने कहा, ‘‘घटना के वास्तविक कारण की जांच की जाएगी।’’
भाषा शफीक