बिहार भाजपा प्रमुख दिलीप जायसवाल ने मंत्रिमंडल विस्तार से पहले मंत्री पद से इस्तीफा दिया
नरेश मनीषा
- 26 Feb 2025, 01:27 PM
- Updated: 01:27 PM
पटना, 26 फरवरी (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बिहार इकाई के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने अपनी पार्टी की ‘एक नेता, एक पद’ की नीति का पालन करते हुए बुधवार की सुबह नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया।
सूचना और जनसंपर्क विभाग के अनुसार, जायसवाल का इस्तीफा शाम को होने जा रहे मंत्रिपरिषद के विस्तार से पहले आया है।
जायसवाल बिहार सरकार में महत्वपूर्ण राजस्व और भूमि सुधार मंत्री थे। राज्य में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल होने के साथ भाजपा के सत्ता में लौटने के बाद उन्हें पिछले साल जनवरी में मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था।
जुलाई में वह उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की जगह राज्य के भाजपा अध्यक्ष बने थे।
उन्होंने इस्तीफे के बाद पत्रकारों से कहा, ‘‘मुझे प्रमुख जिम्मेदारियां देने और मुझ पर भरोसा जताने के लिए मैं पार्टी नेतृत्व का आभारी हूं। मुझे गर्व है कि मैंने एक मंत्री के रूप में 11 करोड़ से अधिक पृष्ठों के दस्तावेजों के रिकॉर्ड का डिजिटलीकरण जैसा कार्य किया। मैं अब पूरे दिल से पार्टी के संगठन को मजबूत करने के लिए खुद को समर्पित करूंगा।’’
इस बीच बिहार के मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग द्वारा जारी एक अधिसूचना के अनुसार, जायसवाल 26 फरवरी को पूर्वाह्न से बिहार राज्य के मंत्री तथा मंत्रिपरिषद् के सदस्य नहीं रहे।
जायसवाल ने मंगलवार रात को पटना में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में पार्टी की राज्य कोर समिति की बैठक के बाद अपने इस्तीफे की घोषणा की। पार्टी के नेताओं ने चर्चा का विवरण नहीं दिया। उन्होंने केवल यह कहा कि बैठक इस साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव पर केंद्रित थी।
जायसवाल ने इससे पहले पत्रकारों से कहा था, ‘‘मैं आज मंत्री पद से इस्तीफा देने जा रहा हूं। हमारी पार्टी के सिद्धांत एक नेता, एक पद’ के अनुसार, मैंने राजस्व और भूमि सुधार विभाग के मंत्री पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है। मैं पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में कार्य करता रहूंगा।’’
सूचना और जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने कहा कि राजभवन में शाम चार बजे नए मंत्री शपथ लेंगे और राज्य मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा।
राज्य मंत्रिमंडल में किसे शामिल किया जा सकता है, इस बारे में पूछे जाने पर जायसवाल ने कहा, ‘‘यह मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है।’’
विधानसभा चुनाव से पहले इस घटनाक्रम को महत्वपूर्ण राजनीतिक कदम माना जा रहा है।
जायसवाल ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में पार्टी की राज्य कोर समिति की बैठक के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी, लेकिन माना कि चर्चा इस साल के आखिर में होने जा रहे विधानसभा चुनावों के इर्द-गिर्द केंद्रित थी।
उनसे यह पूछा गया कि उनके इस्तीफे का राज्य की महत्वाकांक्षी, भूमि रिकॉर्ड पर नए सिरे से सर्वेक्षण की योजना पर क्या असर पड़ेगा? इस पर उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री ने यह विभाग अपने पास ही रखा है। जल्द ही कोई उपयुक्त प्रतिस्थापन अवश्य होगा।"
भाषा अनवर
नरेश