ओडिशा: एनएचआरसी ने केआईआईटी में नेपाली छात्र की मौत की जांच के आदेश दिए
नोमान मनीषा
- 04 Mar 2025, 03:36 PM
- Updated: 03:36 PM
भुवनेश्वर, चार मार्च (भाषा) राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने ओडिशा के केआईआईटी विश्वविद्यालय में एक नेपाली छात्रा की मौत की मौके पर जांच के आदेश दिए हैं और अपने अधिकारियों से 10 मार्च तक रिपोर्ट देने को कहा है।
एनएचआरसी ने यह आदेश एक शिकायत पर कार्रवाई करते हुए जारी किया जिसमें कहा गया था कि 20 वर्षीय प्रकृति लामसाल ने 16 फरवरी को अपने छात्रावास के कमरे में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली।
आयोग ने कहा कि जांच मानवाधिकार संरक्षण अधिनियम 1993 के प्रावधानों के अनुसार की जानी चाहिए।
एनएचआरसी ने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए, आयोग रजिस्ट्रार (विधि) को निर्देश देता है कि वह भुवनेश्वर स्थित केआईआईटी विश्वविद्यालय में जांच मौके पर करें और छानबीन दल में जांच प्रभाग के दो अधिकारी हों, जिनमें से एक एसएसपी (वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक) के पद से नीचे का न हो और दूसरा विधि प्रभाग का एक अधिकारी/कर्मचारी हो।
आयोग ने इन्हें 10 मार्च 2025 तक अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
शिकायतकर्ता आशुतोष बी ने अपनी याचिका में आरोप लगाया कि कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी (केआईआईटी) विश्वविद्यालय में नेपाली छात्रा लामसाल का उसके पूर्व प्रेमी ने उत्पीड़न किया और विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय संबंध कार्यालय (आईआरओ) ने उसकी शिकायतों की अनदेखी की, जिसके कारण उसने आत्महत्या कर ली।
शिकायतकर्ता ने यह भी दावा किया कि घटना में न्याय की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन करने वाले नेपाली छात्रों के साथ केआईआईटी अधिकारियों और सुरक्षा गार्डों ने दुर्व्यवहार किया, धमकी दी और हमला किया।
याचिकाकर्ता ने आयोग से आग्रह किया कि वह केआईआईटी के संस्थापक अच्युत सामंत सहित अन्य अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करे, क्योंकि वे "उत्पीड़न की शिकायतों का समाधान करने में विफल रहे हैं तथा आदिवासी छात्रों के शोषण में शामिल रहे हैं।"
केआईआईटी में कंप्यूटर विज्ञान की तृतीय वर्ष की छात्रा प्रकृति 16 फरवरी की शाम को विश्वविद्यालय के छात्रावास के कमरे में मृत मिली।
पुलिस ने विश्वविद्यालय के एक इंजीनियरिंग छात्र को खुदकुशी के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया है और वह 17 फरवरी से न्यायिक हिरासत में है।
केआईआईटी के दस कर्मचारियों को छात्रा की आत्महत्या के मामले में न्याय की मांग करने और विरोध प्रदर्शन करने पर नेपाली छात्रों पर हमला करने, दुर्व्यवहार करने और छात्रावास से बाहर निकालने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
केआईआईटी अधिकारियों ने इस घटना के लिए माफी मांगी।
ओडिशा सरकार और केआईआईटी प्राधिकारियों ने नेपाली छात्रों को सुरक्षा और सम्मान का आश्वासन देते हुए उनसे परिसर में लौटने और कक्षाओं में शामिल होने का आग्रह किया है।
भाषा नोमान