बेल्जियम भारतीय व्यवसायों को यूरोपीय संघ के बाजार तक पहुंच प्रदान करता है: राजकुमारी एस्ट्रिड
आशीष नरेश
- 04 Mar 2025, 03:58 PM
- Updated: 03:58 PM
नयी दिल्ली, चार मार्च (भाषा) बेल्जियम की राजकुमारी एस्ट्रिड ने कहा है कि बेल्जियम भारत की बढ़ती रणनीतिक भूमिका को मानता है और एक संतुलित एवं समावेशी वैश्विक व्यवस्था के लिए उसकी आकांक्षाओं का पूरा समर्थन करता है। उन्होंने स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योगिकी और रक्षा जैसे क्षेत्रों में गहन द्विपक्षीय भागीदारी का आह्वान किया।
एस्ट्रिड भारत में एक उच्च स्तरीय आर्थिक मिशन का नेतृत्व कर रही हैं जिसका उद्देश्य द्विपक्षीय व्यापार और निवेश सहयोग को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाना है।
उन्होंने कहा कि यूरोप के प्रवेश द्वार के रूप में बेल्जियम भारतीय व्यवसायों को यूरोपीय संघ के बाजार तक रणनीतिक पहुंच प्रदान करता है, वहीं भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था नवीकरणीय ऊर्जा, बंदरगाह साजो-सामान, उच्च प्रौद्योगिकी, रक्षा और जीवन विज्ञान जैसे प्रमुख क्षेत्रों में बेल्जियम की कंपनियों के लिए बड़ा अवसर प्रस्तुत करती है।
राजकुमारी ने सोमवार रात एक कार्यक्रम में कहा कि भारत का आधुनिकीकरण आर्थिक विकास से कहीं अधिक है, क्योंकि यह अपनी पहचान को बनाए रखते हुए ‘‘भविष्य को गले लगाने’’ के बारे में है। उन्होंने कहा, ‘‘बेल्जियम और यूरोप इस परिवर्तन का समर्थन करने, स्थिरता, प्रौद्योगिकी और नवाचार में विशेषज्ञता और सहयोग की पेशकश करने पर गर्व करते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘बेल्जियम भारत की बढ़ती रणनीतिक भूमिका को मानता है और संतुलित तथा समावेशी वैश्विक व्यवस्था के लिए उसकी आकांक्षाओं का पूरा समर्थन करता है।’’
उन्होंने यह भी कहा कि यूरोपीय संघ और भारत के बीच संबंधों को मजबूत करना महत्वपूर्ण है।
प्रस्तावित भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते का जिक्र करते हुए राजकुमारी ने कहा, ‘‘व्यापार और सहयोग समझौता दीर्घकालिक समृद्धि लाएगा और बेल्जियम इस प्रक्रिया का पूरा समर्थन करता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘व्यापार से परे, हमें प्रतिभाओं के आदान-प्रदान को बढ़ावा देना चाहिए। वैज्ञानिकों, छात्रों और उद्यमियों को नवाचार को बढ़ावा देने के लिए और अधिक सहयोग करना चाहिए।’’
राजकुमारी एस्ट्रिड ने 2013 की अपनी भारत यात्रा को भी याद किया।
उन्होंने कहा कि बेल्जियम और भारत के बीच गतिशील संबंध हैं, जो व्यापार, नवाचार और भविष्य के लिए एक समान दृष्टिकोण पर आधारित हैं। उन्होंने कहा कि उनका देश आकार में छोटा है लेकिन ‘‘खुलेपन और विशेषज्ञता’’ वाला देश है।
एस्ट्रिड ने दोनों देशों के उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मैं आप सभी को संबंधों को मजबूत करने, नए अवसरों की तलाश करने और मिलकर भविष्य को आकार देने के लिए प्रोत्साहित करती हूं।’’ बैठक में शीर्ष राजनयिक, कारोबारी और शिक्षाविद शामिल थे।
राजकुमारी ने भारत और बेल्जियम के बीच ऐतिहासिक संबंधों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा, ‘‘भारत की बुद्धिमत्ता ने वैश्विक सोच को भी प्रभावित किया है। सम्राट अशोक ने युद्ध की तबाही को देखने के बाद संघर्ष की जगह शांति को चुना और युद्ध की जगह धम्म को अपनाया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘न्याय और सम्मान का यह संदेश आज पहले से कहीं अधिक प्रासंगिक है।’’ राजकुमारी ने कहा, ‘‘इसी तरह, नोबेल पुरस्कार से सम्मानित कवि रवींद्रनाथ टैगोर के शब्द हमें प्रेरित करते रहते हैं।’’
भाषा आशीष