अमेरिका के संभावित अलगाव के मद्देनजर ईयू ने 800 अरब यूरो की रक्षा योजना का रखा प्रस्ताव
एपी धीरज वैभव
- 04 Mar 2025, 06:54 PM
- Updated: 06:54 PM
ब्रसेल्स, चार मार्च (एपी) यूरोपीय संघ की कार्यकारिणी के प्रमुख ने मंगलवार को सदस्य देशों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए 800 अरब यूरो (841 अरब अमेरिकी डॉलर) की योजना का प्रस्ताव रखा।
इसका मकसद अमेरिका के रक्षा सहयोग से अलग होने के संभावित कदम का मुकाबला करना है और युद्धग्रस्त यूक्रेन को रूस के साथ बातचीत करने के लिए सैन्य ताकत प्रदान करना है जहां अमेरिका ने उसकी सहायता पर रोक लगा दी है।
यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने कहा कि विशाल ‘‘रीआर्म यूरोप’’ पैकेज को 27 यूरोपीय संघ नेताओं के समक्ष रखा जाएगा, जो अमेरिका में बढ़ती राजनीतिक अनिश्चितता के एक सप्ताह के बाद बृहस्पतिवार को ब्रसेल्स में एक आपातकालीन बैठक में मिलेंगे।
वॉन डेर लेयेन ने कहा, ‘‘मुझे उन खतरों की गंभीर प्रकृति का वर्णन करने की आवश्यकता नहीं है जिनका हम सामना कर रहे हैं।’’ लेयेन की ओर से प्रस्तावित योजना पर मंगलवार को ट्रंप द्वारा यूक्रेन को सैन्य सहायता रोकने के निर्णय से पहले ही काम शुरू हो गया था।
यूरोपीय संघ के देशों की दुविधा का मुख्य कारण पिछले दशकों में रक्षा पर अधिक खर्च करने की अनिच्छा रही है, क्योंकि वे अमेरिकी सुरक्षा गारंटी की छत्रछाया में थे और उनकी अर्थव्यवस्था सुस्त थी। इसलिए उन्हें ऐसे खर्च को शीघ्र बढ़ाने में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
वॉन डेर लेयेन द्वारा प्रस्तावित योजना के लिए अधिकतर राशि यूरोपीय संघ द्वारा बजटीय खर्च पर लगाए गए वित्तीय अनुशासन में ढील से आएगी ताकि सदस्य देशों को बिना दंडात्मक कार्रवाई के अपने रक्षा व्यय में उल्लेखनीय वृद्धि करने की अनुमति मिल सके।
इससे सदस्य देशों को रक्षा पर खर्च करने में मदद मिलेगी, तथा उन्हें यूरोपीय संघ के नियमों के अंतर्गत रहने के लिए सामाजिक व्यय में कटौती करने के लिए बाध्य नहीं होना पड़ेगा।
वेयेन ने बताया, ‘‘यदि सदस्य देश अपने रक्षा व्यय में सकल घरेलू उत्पाद के औसतन 1.5 प्रतिशत की वृद्धि करते हैं, तो इससे चार वर्षों की अवधि में लगभग 650 अरब यूरो (683 अरब अमेरिकी डॉलर) का राजकोषीय प्रावधान हो सकता है।’
इसके अतिरिक्त 150 अरब यूरो (157 अरब अमेरिकी डॉलर) का ऋण कार्यक्रम भी होगा, जिससे सदस्य देश रक्षा में निवेश कर सकेंगे।
वेयेन ने कहा कि जिन सैन्य उपकरणों में सुधार की आवश्यकता है उनमें वायु एवं मिसाइल रक्षा, तोपखाना प्रणाली, मिसाइल एवं गोला-बारूद, ड्रोन एवं ड्रोन रोधी प्रणालियां तथा साइबर तैयारी शामिल हैं।
उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो)के महासचिव मार्क रूटे ने सदस्य देशों से कहा है कि उन्हें यथाशीघ्र अपने रक्षा खर्च को सकल घरेलू उत्पाद के तीन प्रतिशत से अधिक की दर तक पहुंचना होगा।
यह योजना अब बृहस्पतिवार के शिखर सम्मेलन के लिए मसौदा होगी। हालांकि, मजबूत प्रतिबद्धताओं के बावजूद तत्काल निर्णय की संभावना नहीं है।
एपी धीरज