काम पर वापस लौटें या निलंबन का सामना करें: पंजाब सरकार ने प्रदर्शनकारी राजस्व अधिकारियों से कहा
प्रीति मनीषा
- 04 Mar 2025, 04:58 PM
- Updated: 04:58 PM
चंडीगढ़, चार मार्च (भाषा) पंजाब सरकार ने प्रदर्शन कर रहे राजस्व अधिकारियों से मंगलवार को कहा कि वे अपने काम पर वापस लौट आएं अन्यथा निलंबन का सामना करने के लिए तैयार रहें।
राज्य सरकार का यह सख्त आदेश पंजाब राजस्व अधिकारी संघ द्वारा लुधियाना में धोखाधड़ी वाले भूमि सौदे में कुछ राजस्व अधिकारियों के खिलाफ सतर्कता ब्यूरो की कार्रवाई के विरोध में संपत्ति पंजीकरण कार्य को सात मार्च तक स्थगित किये जाने की कार्रवाई के एक दिन बाद दिया गया है।
पंजाब राजस्व अधिकारी संघ राज्य के कुछ राजस्व कार्यालयों पर सतर्कता ब्यूरो की कार्रवाई का भी विरोध जता रहा है। उसका कहना है कि ऐसी कार्रवाइयों से ‘‘भय का माहौल पैदा हो रहा है।’’
राजस्व अधिकारी सोमवार को सामूहिक अवकाश पर चले गए थे, जिससे संपत्ति पंजीकरण कार्य प्रभावित हुआ और लोगों को असुविधा हुई।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी संपत्ति पंजीकरण कार्य न करने के लिए राजस्व अधिकारियों पर नाराजगी जाहिर की।
उन्होंने कहा कि राजस्व अधिकारी कुछ अधिकारियों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं, जिन्हें सतर्कता ब्यूरो ने भ्रष्टाचार के मामले में पकड़ा है।
मान ने कहा, ‘‘हम भ्रष्टाचार को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेंगे।’’
उन्होंने कहा कि प्रदर्शन कर रहे राजस्व अधिकारियों को यह गलतफहमी नहीं होनी चाहिए कि वे काम रोककर सरकार को ब्लैकमेल कर सकते हैं।
मोहाली के खरड़ तहसील कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए मान ने कहा कि सरकार ने राज्य में संपत्ति पंजीकरण कार्य की जिम्मेदारी अन्य अधिकारियों को दे दी है।
उन्होंने कहा, ‘‘यदि वे वापस काम पर नहीं लौटते हैं तो हम नये अधिकारी नियुक्त करेंगे।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्रिमंडल की अगली बैठक में नये राजस्व अधिकारियों की भर्ती को मंजूरी दे दी जाएगी।
उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘तहसीलदार अपने भ्रष्ट साथियों के पक्ष में हड़ताल पर हैं लेकिन हमारी सरकार भ्रष्टाचार के सख्त खिलाफ है। जनता को असुविधा से बचाने के लिए अन्य तहसील अधिकारियों को तहसील के सभी कार्यों की जिम्मेदारी दी जा रही है। तहसीलदार अपनी सामूहिक छुट्टियों का आनंद लें, लेकिन इस छुट्टी के बाद आप कब और कहां होंगे, यह जनता तय करेगी।’’
इस बीच, सभी राजस्व अधिकारियों को भेजे गए पत्र में कहा गया, ‘‘सरकार के संज्ञान में आया है कि कुछ राजस्व अधिकारी हड़ताल/सामूहिक अवकाश पर चले गए हैं/दस्तावेजों का पंजीकरण नहीं कर रहे हैं।’’
इसमें कहा गया, ‘‘सभी राजस्व अधिकारी जो हड़ताल/सामूहिक अवकाश पर हैं/दस्तावेजों का पंजीकरण नहीं कर रहे हैं, उन्हें आज शाम पांच बजे तक अपने कार्यस्थल पर उपस्थित होने का निर्देश दिया जाता है। जो राजस्व अधिकारी आज शाम पांच बजे तक अपने कर्तव्यों का पालन नहीं करेंगे तथा अपने सभी कर्तव्यों (दस्तावेजों के पंजीकरण सहित) का निर्वहन नहीं करेंगे उन्हें निलंबित कर दिया जाएगा तथा उनकी ड्यूटी से अनाधिकृत अनुपस्थिति को अवकाश माना जाएगा, जिसके परिणामस्वरूप उनकी सेवा समाप्त कर दी जाएगी।’’
भाषा प्रीति