शिवाजी पर टिप्पणी : पुलिस ने पूर्व पत्रकार को मिली राहत के खिलाफ उच्च न्यायालय का रुख किया
धीरज नेत्रपाल
- 06 Mar 2025, 08:35 PM
- Updated: 08:35 PM
कोल्हापुर, छह मार्च (भाषा) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने बृहस्पतिवार को कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज पर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर पूर्व पत्रकार प्रशांत कोरटकर के खिलाफ प्रदर्शन कर विपक्ष महज राजनीति कर रहा है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने आरोपी के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की।
कोल्हापुर पुलिस ने हाल ही में इतिहासकार इंद्रजीत सावंत को धमकाने और छत्रपति शिवाजी महाराज तथा उनके पुत्र संभाजी महाराज के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में कोरटकर के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
महाराष्ट्र का गृह विभाग भी संभाल रहे फडणवीस ने कहा कि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कोरटकर के खिलाफ मामला दर्ज किया, लेकिन वह कोल्हापुर की एक अदालत से गिरफ्तारी से संरक्षण पाने में सफल रहे। उन्होंने कहा कि कोरटकर को मिली अंतरिम राहत को बंबई उच्च न्यायालय में चुनौती दी गई है।
मुख्यमंत्री ने विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि इसके बाद भी अगर कुछ लोग राजनीति करने पर तुले हैं तो उन्हें ऐसा करने दीजिए।
एमवीए ने पूर्व पत्रकार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है और राज्य विधानमंडल के जारी बजट सत्र में इस मुद्दे को उठाया है।
फडणवीस ने कहा, ‘‘पुलिस ने तुरंत कोरटकर के खिलाफ मामला दर्ज किया। सत्र न्यायालय द्वारा उन्हें गिरफ्तारी से राहत दिए जाने के बाद, पुलिस ने उन्हें दी गई अंतरिम सुरक्षा को रद्द करने का अनुरोध करते हुए उच्च न्यायालय का रुख किया है। इसने (पुलिस) उच्च न्यायालय से कहा कि उसे कोरटकर की हिरासत की आवश्यकता है और सत्र न्यायालय के फैसले को पलटने का आग्रह किया है।’’
उन्होंने कोल्हापुर में संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘लेकिन कुछ लोग इस मुद्दे पर सिर्फ राजनीति करना चाहते हैं। उन्हें राजनीति करने दीजिए।’’
मुख्यमंत्री की यह टिप्पणी कोल्हापुर पुलिस द्वारा उनके शहर दौरे से पहले एमवीए कार्यकर्ताओं और विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिए जाने और नोटिस जारी किए जाने के बीच आई है।
इन कार्यकर्ताओं ने 17वीं सदी के मराठा राजा और उनके पुत्र के खिलाफ कोरटकर की कथित आपत्तिजनक टिप्पणियों के खिलाफ प्रदर्शन की योजना बनाई थी।
मुख्यमंत्री के दौरे से पहले पुलिस ने बृहस्पतिवार को विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) के कम से कम 50 कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। एमवीए के घटकों शिवसेना (उबाठा), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को चेतावनी दी थी कि वे विभिन्न संगठनों के सदस्यों के साथ मिलकर मुख्यमंत्री फडणवीस की यात्रा के दौरान कोरटकर की टिप्पणी के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।
शिवसेना (उबाठा) की युवा इकाई ‘युवा सेना’ है। इसके कोल्हापुर इकाई के अध्यक्ष हर्षल सुर्वे ने कहा, ‘‘कल पुलिस ने एमवीए दलों के 100 से अधिक सदस्यों को नोटिस जारी किए। बृहस्पतिवार सुबह, इस सिलसिले में 50 से 55 सदस्यों को हिरासत में लिया गया, जबकि कई अन्य को एक स्थान पर नजरबंद कर दिया गया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम लोकतांत्रिक तरीकों से अपना विरोध दर्ज कराने की योजना बना रहे थे। हमने एक ऐसी जगह मांगी थी जहां हम प्रदर्शन कर सकें, लेकिन हमें हिरासत में लेकर वे हमारी आवाज दबाने की कोशिश कर रहे हैं। इसके बावजूद हम तब तक प्रदर्शन करते रहेंगे जब तक कोरटकर को सजा नहीं मिल जाती।’’
फडणवीस ने चेतावनी दी कि छत्रपति शिवाजी महाराज या संभाजी महाराज का अपमान करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
भाषा धीरज