भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने बरुईपुर में हिंसा के बाद बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की
धीरज अमित
- 19 Mar 2025, 10:14 PM
- Updated: 10:14 PM
बरुईपुर (प.बंगाल), 19 मार्च (भाषा) पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने राज्य में हिंसा और राजनीतिक अशांति का हवाला देते हुए राष्ट्रपति शासन लगाने की बुधवार को मांग की।
अधिकारी ने यह मांग ऐसे समय में की जब दक्षिण 24 परगना जिले के बरुईपुर में तनाव बढ़ गया है, जहां उनकी निर्धारित रैली के दौरान राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दोनों के समर्थक झड़प की कगार आ गए।
इस घटना के कारण भाजपा को अपना निर्धारित मार्च रद्द करना पड़ा। शुभेंदु ने सत्तारूढ़ तृणमूल पर उनके वाहन पर हमला करने और बरुईपुर में उनके दौरे का विरोध करने का आरोप लगाया।
भाजपा नेता अधिकारी ने दावा किया, ‘‘मैं जैसे ही इलाके में पहुंचा, मेरे वाहन पर हमला किया गया। अगर मैं अंदर नहीं होता तो मेरा सिर फट जाता।’’
तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ता ‘वापस जाओ, वापस जाओ’’ जैसे नारे लगाते देखे गए और उन्होंने भाजपा नेता को काले झंडे दिखाए।
शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि तृणमूल कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ गाली-गलौज की और उनकी पार्टी को ‘‘चोर चोर’’ जैसे नारे लगाकर निशाना बनाया।
भाजपा विधायक अधिकारी ने अपनी पार्टी के सदस्यों की सुरक्षा को लेकर भी चिंता जतायी। उन्होंने कहा, ‘‘मैं किसी से नहीं डरता। हर चीज का हिसाब होगा।’’
अधिकारी ने निर्वाचन आयोग से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की और कहा कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू किए बिना निष्पक्ष चुनाव कराना असंभव होगा।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अधिकारी ने कहा,‘‘हमें बंगाल में राष्ट्रपति शासन चाहिए और निर्वाचन आयोग को इन घटनाओं पर संज्ञान लेना चाहिए।’’
राष्ट्रपति शासन की अधिकारी की मांग पर प्रतिक्रिया जताते हुए तृणमूल के प्रदेश उपाध्यक्ष जयप्रकाश मजूमदार ने कहा, ‘‘अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा का सफाया हो जाएगा।’’
भाजपा के यादवपुर जिला अध्यक्ष मनोरंजन जोवरदार ने आरोप लगाया कि पुलिस स्थिति को नियंत्रित करने में ‘विफल’ रही है और ‘‘तृणमूल के प्रति पक्षपाती’’ रवैया अपनाया।
अधिकारी ने बुधवार को बरुईपुर पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र में एक जनसभा की घोषणा की थी जिसके बाद तनाव बढ़ गया। बरुईपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व पश्चिम बंगाल विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी करते हैं।
अधिकारी के साथ भाजपा के कई अन्य विधायकों को बरुईपुर आना था। कार्यक्रम के दौरान शुभेंदु अधिकारी पश्चिम बंगाल विधानसभा में भाजपा विधायकों को कथित तौर पर बोलने के अधिकार से ‘‘वंचित किये जाने’’ का मुद्दा उठाने वाले थे।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘विधानसभा सत्र के दौरान विधानसभाध्यक्ष किसी भी विपक्षी विधायक को बोलने की अनुमति नहीं देते हैं। मैं रैली में इस मुद्दे को उठाऊंगा और हमारे विधायकों की शिकायतों को बरुईपुर के लोगों के सामने रखूंगा।’’
अधिकारी ने कहा कि वह स्थानीय विधायक के खिलाफ लोगों की शिकायतों को विधानसभा में ले जाएंगे।
स्थिति के गंभीर होने के साथ ही भाजपा ने रासमठ से पुलिस अधीक्षक कार्यालय तक मार्च को रद्द कर दिया, जो दोपहर में होने वाला था।
अधिकारी ने बरुईपुर में विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम रद्द होने के बावजूद नये सिरे से प्रदर्शन की योजना की घोषणा की। उन्होंने कहा कि 27 मार्च को भाजपा पुलिस अधीक्षक कार्यालय का घेराव करेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘27 मार्च को हम अपनी ताकत दिखाएंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि हमारी मांगें सुनी जाएं। न्याय मिलने तक हम चैन से नहीं बैठेंगे।’’
भाषा धीरज