अगले पांच साल में घरेलू यात्री वाहन बाजार में ईवी की हिस्सेदारी 12-13 प्रतिशत होगी : हुंदै
अजय अजय
- 06 Apr 2025, 12:48 PM
- Updated: 12:48 PM
नयी दिल्ली, छह अप्रैल (भाषा) भारत का इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) क्षेत्र काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है और अगले चार-पांच साल में इसकी घरेलू यात्री वाहन खंड में 12 से 13 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी। हुंदै मोटर इंडिया के पूर्णकालिक निदेशक एवं मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) तरुण गर्ग ने यह बात कही है।
उन्होंने कहा कि उद्योग को अब यह पूरी तरह से स्पष्ट है कि देश में आगे बढ़ने का रास्ता ईवी ही है।
गर्ग ने पीटीआई-भाषा के साथ बातचीत में कहा, ‘‘पहले यह साफ नहीं था कि यह ईवी होगा या हाइब्रिड या कोई अन्य प्रौद्योगिकी। अब यह स्पष्ट है कि सभी नीतियां ईवी के पक्ष में हैं।’’
उन्होंने कहा कि हुंदै, महिंद्रा और टाटा मोटर्स जैसी मुख्यधारा की मूल उपकरण विनिर्माता (ओईएम) पहले से ही इस क्षेत्र में हैं, और अब मारुति सुजुकी के इस क्षेत्र में उतरने के साथ यह स्पष्ट है कि ईवी की पहुंच बढ़ने वाली है।
उन्होंने कहा कि 2030 तक ईवी की पैठ लगातार बढ़ने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि अगले चार से पांच साल में ईवी की पहुंच 2.5 प्रतिशत से बढ़कर लगभग 12-13 प्रतिशत हो जाएगी। यह खंड अब से लगातार वृद्धि करेगा।’’
गर्ग ने कहा कि अनुकूल सरकारी नीतियों और बढ़ते चार्जिंग ढांचे के साथ ऐसा लगता है कि ‘अब सभी आवाजें ईवी की ओर हैं।’
कंपनी द्वारा उठाए जा रहे कदमों के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा कि हुंदै तीन नए बैटरी इलेक्ट्रिक मॉडल पेश करने की योजना बना रही है और चार्जिंग ढांचे को बढ़ाने की दिशा में भी काम कर रही है।
गर्ग ने कहा, ‘‘हम आपूर्ति श्रृंखला के स्थानीयकरण और चार्जिंग ढांचे के दृष्टिकोण से ईवी खंड के प्रति प्रतिबद्ध हैं। हम भारत में ईवी के भविष्य को लेकर आश्वस्त हैं।’’
उन्होंने बताया कि हुंदै भारत में अपने ईवी मॉडल के लिए मूल्य प्रतिस्पर्धा को अधिकतम करने का प्रयास कर रही है। साथ ही कंपनी का इरादा सेल, बैटरी पैक, पावर इलेक्ट्रॉनिक्स और ड्राइवट्रेन जैसे प्रमुख कलपुर्जों के लिए स्थानीय उत्पादन क्षमता हासिल करने का है।’’
कंपनी की योजना इलेक्ट्रिक वाहन की स्वीकार्यता को बढ़ावा देने के लिए अगले सात साल में पूरे देश में 600 सार्वजनिक फास्ट-चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की है।
हुंदै ने इस साल की शुरुआत में क्रेटा का इलेक्ट्रिक संस्करण पेश किया था। कंपनी फिलहाल हर महीने इसकी लगभग 1,000 इकाइयां बेच रही है। इसके अलावा कंपनी देश में प्रीमियम इलेक्ट्रिक मॉडल आयोनिक 5 भी बेचती है।
मार्च में 18,059 इकाई की बिक्री के साथ क्रेटा घरेलू यात्री वाहन खंड में सबसे अधिक बिकने वाला मॉडल बन गया है।
गर्ग ने कहा कि कुल यात्री वाहन बिक्री में एसयूवी की पैठ और बढ़ने वाली है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे लिए, वित्त वर्ष 2024-25 में एसयूवी की पहुंच 63.2 प्रतिशत से बढ़कर 68.5 प्रतिशत हो गई है। एक साल में इसके 70 प्रतिशत के आंकड़े को छूने की उम्मीद है।’’
भाषा अजय