महिला मुख्यमंत्री और महिला नेता प्रतिपक्ष बदलते शिक्षा परिदृश्य का प्रतीक: उपराज्यपाल सक्सेना
नेत्रपाल सुरेश
- 11 Apr 2025, 04:06 PM
- Updated: 04:06 PM
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल (भाषा) दिल्ली के उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना ने शुक्रवार को कहा कि उच्च शिक्षा में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी देश के बदलते शैक्षिक और राजनीतिक परिदृश्य का प्रतिबिंब है। उन्होंने दिल्ली का उदाहरण दिया, जहां मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष दोनों महिलाएं हैं।
गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय (जीजीएसआईपीयू) के 17वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए सक्सेना ने कहा, ‘‘वह समय बीत चुका है जब शिक्षक आपको पढ़ाते थे। अब समय ही आपका शिक्षक होगा। डिग्री प्राप्त करने वाली महिलाओं की बड़ी हिस्सेदारी, विशेष रूप से डॉक्टरेट की डिग्री, बदलते शैक्षिक परिदृश्य का एक संकेतक है। यह दिल्ली के संदर्भ में विशेष है, जब हमारे पास मुख्यमंत्री के साथ-साथ नेता प्रतिपक्ष भी एक महिला हैं।’’
समारोह में कुल 24,446 डिग्री प्रदान की गईं, जिनमें 3,112 स्नातकोत्तर, 21,222 स्नातक, 12 एमफिल और 100 से अधिक पीएचडी डिग्री शामिल हैं।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने छात्रों से व्यक्तिगत लक्ष्यों से आगे सोचने और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा, ‘‘देश का विकास सिर्फ़ सरकारों की ही नहीं बल्कि उसके नागरिकों की भी ज़िम्मेदारी है। हममें से हर किसी को अपनी भूमिका पहचाननी चाहिए, चाहे वह बड़ी हो या छोटी, जिसे हम देश की सेवा में निभा सकते हैं।’’
गुप्ता ने राजधानी में चुनौतीपूर्ण समय के दौरान सक्सेना के नेतृत्व की भी प्रशंसा की।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘जब दिल्ली संघर्ष कर रही थी, तब उन्होंने (सक्सेना ने) दिल्ली को संभाला और शहर के अधिकारों के लिए खड़े हुए। उन्होंने न केवल अच्छी शिक्षा प्रणाली के लिए काम किया है, बल्कि स्वच्छ और सुंदर दिल्ली के लिए भी काम किया है।’’
शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने सामाजिक रूप से जिम्मेदार युवाओं की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा, ‘‘चाहे आप डॉक्टर बनें, इंजीनियर या वकील, आपका पहला कर्तव्य एक जिम्मेदार नागरिक बनना है। हमें ऐसी पीढ़ी की जरूरत है जो न केवल सवाल पूछे बल्कि समाधान भी सुझाए।’’
कुलपति महेश वर्मा ने पिछले 25 वर्षों में विश्वविद्यालय की प्रगति का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, ‘‘जीजीएसआईपीयू एक अकादमिक संस्थान से कहीं अधिक है। यह अब सशक्तीकरण और प्रेरणा का एक आंदोलन है।’’
समारोह में दिल्ली के मुख्य सचिव धर्मेन्द्र, उच्च शिक्षा सचिव नंदिनी पालीवाल और भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी के अध्यक्ष आशुतोष शर्मा भी उपस्थित थे।
भाषा नेत्रपाल