कांग्रेस ने वंचित वर्गों के लिए शुरू किया ‘संविधान लीडरशिप प्रोग्राम’, बिहार चुनाव पर नजर
हक हक वैभव
- 18 Apr 2025, 08:16 PM
- Updated: 08:16 PM
नयी दिल्ली, 18 अप्रैल (भाषा) कांग्रेस ने इस साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़े, अति पिछड़े, मुस्लिम समुदाय के पसमांदा लोगों, आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों और अल्पसंख्यकों की ‘‘हिस्सेदारी तथा न्याय’’ की आवाज बुलंद करने के लिए ‘संविधान लीडरशिप प्रोग्राम’ की शुरुआत की है।
पार्टी ने अपने ‘व्हाइट टी-शर्ट मूवमेंट’ (सफेद टी-शर्ट आंदोलन) के तहत इस कार्यक्रम की शुरुआत की।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इन वर्गों के लोगों का आह्वान किया कि वे इस कार्यक्रम के साथ जुड़ें और अपने अधिकारों की रक्षा, जाति जनगणना से सामाजिक न्याय और अपनी भागीदारी की लड़ाई लड़ें।
उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘जब तक वंचित वर्गों की असल हिस्सेदारी और भागीदारी सुनिश्चित नहीं होगी – न्याय अधूरा रहेगा। अगर आप महिला, दलित, महादलित, पिछड़े, अति पिछड़े, पसमांदा, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग या अल्पसंख्यक वर्ग से हैं, या इन वर्गों का नेतृत्व करते हैं तो हमारे ‘संविधान लीडरशिप प्रोग्राम’ से जुड़ें।’’
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा, ‘‘अपने अधिकारों की रक्षा, जाति जनगणना से सामाजिक न्याय और अपनी भागीदारी की लड़ाई को मज़बूत करने के लिए साथ आएं। वक्त है एकजुट होकर मजबूती से आवाज़ उठाने का।’’
उन्होंने इसके लिए ‘व्हाइट टी-शर्ट मूवमेंट’ की वेबसाइट का लिंक भी साझा किया।
वेबसाइट के अनुसार, यह कार्यक्रम सामाजिक न्याय और संवैधानिक मूल्यों के लिए प्रतिबद्ध लोगों को संगठित कर उनकी नेतृत्व क्षमता विकसित करने का मंच है।
इसमें कहा गया है, ‘‘हमारा उद्देश्य है महिला, महादलित, अति-पिछड़ा, पसमांदा, दलित, पिछड़ा, अल्पसंख्यक और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को नेतृत्व की एक नई पीढ़ी को सामने लाना। हम उन युवाओं, ज़मीन से जुड़े नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और सोशल मीडिया की मज़बूत आवाज़ों को कांग्रेस और व्हाइट टी-शर्ट आंदोलन से जोड़ना चाहते हैं, जो बदलाव की राजनीति के पक्षधर हैं।’’
वेबसाइट के मुताबिक, ‘‘इस कार्यक्रम में चयनित व्यक्ति बिहार के अपने-अपने क्षेत्रों और जिलों में ‘कम्युनिटी ऑर्गेनाइज़र’ और ‘मोबिलाइज़र’ के रूप में कार्य करेंगे। वे गर्व से सफेद टी-शर्ट पहनकर सबसे आगे रहेंगे—लोगों को संगठित करेंगे, शिक्षित करेंगे और प्रतिरोध का नेतृत्व करेंगे।’’
राहुल गांधी ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में सफेद टी-शर्ट पहनकर कन्याकुमारी से कश्मीर तक की पदयात्रा की थी और इसके बाद से वह अक्सर सफेद टी-शर्ट में नजर आते हैं।
लंबे समय तक खादी से अपनी पहचान रखने वाली कांग्रेस ने कुछ महीने पहले ‘व्हाइट टी-शर्ट मूवमेंट’ की शुरुआत की थी।
इसकी वेबसाइट पर कहा गया है कि ‘व्हाइट टी-शर्ट मूवमेंट’ भारत के श्रमिक वर्ग और हाशिये पर खड़े वंचित समुदायों के लिए न्याय-आधारित पहला ऐसा राजनीतिक प्रयास है, जो सामाजिक संवाद के ज़रिए एक मज़बूत आंदोलन खड़ा करता है तथा यह युवाओं और श्रमिकों के प्रयासों को जोड़कर उनकी संगठित ताक़त को बढ़ाता है।
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