सामाजिक न्याय का राज स्थापित करना समय की जरूरत: अखिलेश यादव
राजकुमार
- 14 Apr 2025, 08:48 PM
- Updated: 08:48 PM
(तस्वीरों के साथ)
लखनऊ, 14 अप्रैल (भाषा) समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को कहा कि अब समय आ गया है कि डाक्टर बी आर आंबेडकर के न्याय के शासन का सपना साकार करने के लिए सामाजिक न्याय का शासन स्थापित किया जाए।
उन्होंने कहा कि बाबा साहब ने पूरे जीवन संघर्ष किया तथा उन्होंने भारत को दुनिया का सबसे अच्छा संविधान दिया।
सपा प्रमुख ने कहा, ‘‘संविधान हम सबके लिए संजीवनी है। हमारी ढाल है। संविधान हम सबको अधिकार देता है। वह पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक, आदिवासी और वंचित शोषित वर्गों को आरक्षण देता है। संविधान पीडीए परिवार को आगे बढ़ने का अवसर देता है ।
अखिलेश ने कहा कि बाबासाहब को शुरू से ही भेदभाव का सामना करना पड़ा तथा उन्हें समाज की बुराइयों से लड़ना पड़ा। उन्होंने कहा, ‘‘जहां बाबासाहब को आज हम सब याद कर रहे है, वहीं सबसे जरूरी है कि देश और समाज, संविधान के अनुसार चले।’’
उन्होंने कहा कि प्रभुत्ववादी लोग बाबा साहब का संविधान नहीं मानते और न ही उनका सम्मान करते हैं, वे लोग ही बाबा साहब की मूर्तियों को खंडित करते हैं, अपमानित करते हैं।
उन्होंने कहा कि लेकिन यह लंबी लड़ाई है, चाहे जितना जोखिम उठाना पड़ेगा, पीडीए परिवार के लोग एकजुट होकर संविधान बचाने का काम करेंगे।
अखिलेश ने भाजपा सरकार में अराजकता का माहौल होने का दावा करते हुए कहा कि सड़कों पर खुलेआम तलवारें लहराई गईं एवं धमकियां दी गयीं।
उन्होंने कहा कि अगर लोकसभा चुनाव में भाजपा 400 सीटें जीत जाती तो संविधान खतरे में पड़ जाता तथा आज लोग सवाल नहीं पूछ पाते।
सपा प्रमुख ने कह कि जिस सेना (करणी सेना) की बात हो रही है वह सेना भाजपा की है तथा शासन-प्रशासन के इशारे पर जिस तरह का नंगा नाच हुआ, लोकतंत्र में उसकी कल्पना नहीं की जा सकती है।
इस अवसर पर अखिलेश यादव के साथ ही सांसद आर के चौधरी, नेता प्रतिपक्ष विधान परिषद लाल बिहारी यादव, पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चौधरी ने भी भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया।
सपा ने पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक के सिलसिले में ‘पीडीए’ शब्द का इजाद किया है।
भाषा सं राजेंद्र