दिल्ली के अस्पताल में रख-रखाव कार्य के दौरान दो मजदूरों की मौत
आशीष रंजन
- 09 Jul 2025, 08:45 PM
- Updated: 08:45 PM
नयी दिल्ली, नौ जुलाई (भाषा) दिल्ली के पश्चिम विहार स्थित एक निजी अस्पताल में रख-रखाव कार्य के दौरान दो मजदूर बेहोश हो गए और उनकी मौत हो गई। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह घटना मंगलवार को पश्चिमी दिल्ली स्थित एक्शन बालाजी अस्पताल में हुई। मृतकों की पहचान उत्तर प्रदेश निवासी बिरजेश (26) और विक्रम (30) के रूप में हुई है।
उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार, अस्पताल परिसर के अंदर कार्बन फिल्टर प्रणाली के रख-रखाव का काम करते समय दोनों मजदूर बेहोश हो गए थे।
अधिकारियों ने बताया कि रख-रखाव का काम कथित तौर पर वार्षिक अनुबंध के तहत एक ठेकेदार द्वारा कराया जा रहा था।
उन्होंने बताया कि अस्पताल से घटना की सूचना मिलने के बाद, पश्चिम विहार पूर्व थाने की एक टीम अस्पताल पहुंची और पाया कि डॉक्टरों ने दोनों मजदूरों को मृत घोषित कर दिया था।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि घटनास्थल का निरीक्षण करने और साक्ष्य एकत्र करने के लिए अपराध टीम और फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला की टीम को बुलाया गया।
उन्होंने कहा, "ठेकेदार की भूमिका और रख-रखाव कार्य के दौरान किए गए सुरक्षा उपायों की भी जांच की जा रही है।"
एक प्रत्यक्षदर्शी शत्रुघ्न गौतम ने बताया कि अस्पताल के अंदर पांच लोग सिस्टम पर काम कर रहे थे। "बिरजेश टैंक के अंदर काम कर रहा था और फ़िल्टरेशन प्रक्रिया के दौरान जब वह कुछ डाल रहा था, तभी वह अचानक बेहोश हो गया। वहां काम कर रहा एक अन्य व्यक्ति (विक्रम) भी बिरजेश को बचाने के लिए अंदर गया तो बेहोश हो गया।"
गौतम ने यह भी आरोप लगाया कि घटनास्थल पर मौजूद सुपरवाइजर ने विक्रम को गड्ढे में उतरकर बिरजेश की स्थिति जानने के लिए मजबूर किया।
घटना के बाद मृतकों के परिवार के सदस्यों समेत कई लोग बुधवार को अस्पताल के बाहर एकत्र हुए और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और घटना की जांच की जा रही है।
‘पीटीआई-भाषा’ ने अस्पताल से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कॉल और संदेशों का कोई जवाब नहीं मिला।
पुलिस ने कहा, "मौत के सही कारण का पता लगाने और किसी भी संभावित लापरवाही का पता लगाने के लिए जांच जारी है।"
शकूर बस्ती के विधायक करनैल सिंह भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि संबंधित कंपनी को ठेका दिया गया था और दोनों उसी के तहत कार्यरत थे। विधायक ने कहा कि अगर पाया जाता है कि ज़िम्मेदार पक्षों ने सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
भाषा आशीष